झारखण्ड राज्य के हज़ारीबाग़ जिला से राज कुमार मेहता मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहते हैं कि महिलाओं को उनके अधिकार के लिए चुनाव लड़ना चाहिए। इनको अधिकार नहीं मिल पा रहा है और कोई भी नेता महिलाओं को अधिकार देने की बात नहीं करते हैं।महिलाओं के हक़ में कानून बनाना चाहिए
झारखण्ड राज्य के हज़ारीबाग़ जिला से राज कुमार मेहता मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहते हैं कि महिला अधिकार के लिए शिकायत दर्ज हेल्पलाइन नंबर वन एट वन में कर सकती हैं । इसमें वह तुरंत मदद और सहायता के लिए इस नंबर पर आरोप कॉल करके मदद पा सकती हैं। दूसरा महिला आयोग है -इसमें अपनी शिकायतें राज या राष्ट्रीय महिला आयोग में दर्ज करा सकती हैं। तीसर कानूनी सहायता है -इसमें महिला वकील की मदद ले सकती हैं।
झारखण्ड राज्य के हज़ारीबाग़ जिला से राज कुमार मेहता मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहते हैं कि महिलाओं को अधिकार के बारे में प्रचार प्रसार करना चाहिए। महिलाओं को उनके अधिकार के लिए आंदोलन करना चाहिए ताकि उनको अधिकार मिल सके
झारखण्ड राज्य के हज़ारीबाग़ जिला से राज कुमार मेहता मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहते हैं कि महिलाओं को अधिकार नहीं मिल पा रहा है। अधिकतर महिलाएं खेती कर रही हैं
उत्तर प्रदेश राज्य के बहराइच जिला से विशाल सिंह की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से गंगा राम से हुई। गंगा राम यह बताना चाहते हैं कि महिलाओं को जमीन में बराबर का अधिकार मिलना चाहिए। इनका आधार कार्ड नहीं बना है।
बिहार राज्य के औरंगाबाद जिला से सलोनी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि आज भी पुरुष के मुकाबले महिलाओं को जमीन में अधिकार कम दिया जा रहा है।पहले पुरुष के नाम से जमीन रजिस्ट्री होता था। क्योंकि पुरुष ज्यादा पढ़े लिखे होते थे और महिलाएं कम पढ़ी - लिखी होती थी।सरकार की निति के फलस्वरूप अब महिलाएं शिक्षित हो रही हैं।शिक्षित महिलाएं अपने हक़ को जानती हैं। इसी महिलाएं जमीन अपने नाम से करवा रही हैं। लेकिन कई पति आज भी पत्नी के नाम जमीन का रजिस्ट्री नही करवाते हैं।
बिहार राज्य के औरंगाबाद जिला से सलोनी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि महिलाओं की सम्पत्ति होने की बावजूद भी उन्हें स्वतंत्र निर्णय लेने में परेशानी होती है।घर वालों का कहना होता है कि सिर्फ तसल्ली के लिए महिला के नाम से जमीन किया गया है।इसे वो बेच नही सकती हैं।जमीन सम्बंधित निर्णय घर के पुरुष ही करेंगे। महिला बस घर के काम तक ही खुद को सिमित रखें।
बिहार राज्य के औरंगाबाद जिला से सलोनी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि समाज में हर तरह के लोग होते हैं कुछ अच्छे होते हैं और कुछ बुरे भी होते हैं। कुछ लोगों का मानना है कि जो महिला सम्पत्ति में हिस्सा लेने के लिए लड़ रही है वो गलत है। घर में महिला का राज होता है और पुरुष का वैलू नहीं रहता है। लेकिन अपने हक़ के लिए लड़ना गलत नही है। बिना किसी की परवाह किए महिलाओं को भूमि में अधिकार के लिए लड़ना चाहिए
झारखण्ड राज्य के हज़ारीबाग जिला से राजकुमार मेहता ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि भारत में शिक्षकों और सुधारकों ने महिला शिक्षा में योगदान दिया है।जिससे उन्नीसवीं शताब्दी में भारत में महिला शिक्षा को बढ़ावा देने में मदद मिली।सन 1948 ईस्वी में भारतीय अग्रदूत ज्योतिबा की पत्नी सावित्री बाई फूले ने अठारह सौ अड़तालीस में पुणे में बालिकाओं के भारत का पहला स्कूल शुरू किया था
झारखण्ड राज्य के हज़ारीबाग जिला से राजकुमार मेहता ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि स्त्री ही सम्पत्ति की परंपरा में मुख्य भूमिका निभाती है।फिर भी प्राचीन समाज से लेकर आधुनिक समाज तक स्त्रियां उपेक्षित ही रही हैं।उन्हें कम से कम सुविधाओं अधिकारों,उन्नति के अवसरों में रखा जाता रहा।इस वजह से महिलाओं की स्थिति अत्यंत निचले स्तर पर है
