बिहार राज्य के भोजपुर ज़िला से हमारे श्रोता मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि पानी को साफ़ करने के कई तरीके है। यह इस बात पर निर्भर करता है कि पानी कितना गन्दा है और किस उपयोग के लिए चाहिए।पानी को दस से पंद्रह मिनट उबलने से बैक्टीरिया मर जाते है। मोठे कपड़े या मलमल के कपड़े से पानी छान कर मोटे कण छान सकते है। फिटकिरी डाल कर पानी को हिला देने से गन्दगी निचे जम जाता है और ऊपर का पानी साफ़ हो जाता है।आधुनिक तरीके से भी पानी को साफ़ किया जा सकता है जैसे कैंडल मिटटी का फ़िल्टर ,आरओ आदि। पानी में क्लोरीन टेबलेट या ब्लीचिंग डाल कर पानी साफ़ कर सकते है। पीने के लिए स्वच्छ पानी और फ़िल्टर किया हुआ पानी का ही इस्तेमाल करना चाहिए
बिहार राज्य के अरवल ज़िला से हमारे श्रोता मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि इनके क्षेत्र में न तो टेंकर की सुविधा है न ही सप्लाई पानी की सुविधा न ही नल जल की सुविधा है। नल जल योजना के तहत जो घर में नल की सुविधा लगा था वहाँ भी पानी नहीं आता है। पानी का कोई भी जाँच नहीं हो पाता है। लोग चापानल का पानी पीते है
बिहार राज्य के भोजपुर ज़िला से हमारे श्रोता मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि जल संचय श्रोतों का निर्माण कर के जल को बचाया जा सकता है। तालाब ,कुआँ ,गड्ढों का निर्माण कर वर्षा के जल को उसमें पानी संचय किया जा सकता है। गाँव के लोगों को वर्षा जल संचयन को लेकर जागरूक करना होगा ताकि वो भी जल बचाने के लिए गड्ढों का निर्माण करें। ऐसा करने से यह होगा कि अगर भविष्य में कभी जल संकट की स्थिति बनती है तो संचयन किये हुए जल को उपयोग में लाया जा सकता है।
बिहार राज्य के भोजपुर ज़िला से हमारे श्रोता ,मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि कार्यक्रम से बहुत अच्छी जानकारी मिली।इसी तरह की जानकारी मिलती रहे ताकि लोग जागरूक होंगे
बिहार राज्य के भोजपुर ज़िला के सन्देश प्रखंड के चिल्हौस पंचायत के वार्ड नंबर 1 से हमारे श्रोता ,मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते है कि दस दिन से नल जल जला हुआ है।मिस्त्री पाइप निकाल कर बाहर छोड़ कर चल गया है। जेई द्वारा समय से सुनवाई नहीं हो रहा है।