सुनिए डॉक्टर स्नेहा माथुर की संघर्षमय लेकिन प्रेरक कहानी और जानिए कैसे उन्होंने भारतीय समाज और परिवारों में फैली बुराइयों के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाई! सुनिए उनका संघर्ष और जीत, धारावाहिक 'मैं कुछ भी कर सकती हूं' में...
दोस्तों, मोबाइलवाणी के अभियान क्योंकि जिंदगी जरूरी है में इस बार हम इसी मसले पर बात कर रहे हैं, जहां आपका अनुभव और राय दोनों बहुत जरूरी हैं. इसलिए हमें बताएं कि आपके क्षेत्र में बच्चों को साफ पानी किस तरह से उपलब्ध हो रहा है? क्या इसमें पंचायत, आंगनबाडी केन्द्र आदि मदद कर रहे हैं?आप अपने परिवार में बच्चों को साफ पानी कैसे उपलब्ध करवाते हैं? अगर गर्मियों में बच्चों को दूषित पानी के कारण पेचिस, दस्त, उल्टी और पेट संबंधी बीमारियां होती हैं, तो ऐसे में आप क्या करते हैं? क्या सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों से बच्चों का इलाज संभव है या फिर इलाज के लिए दूसरे शहर जाना पड रहा है? जो बच्चे स्कूल जा रहे हैं, क्या उन्हें वहां पीने का साफ पानी मिल रहा है? अगर नहीं तो वे कैसे पानी का इंतजाम करते हैं?
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गोगरी प्रखंड के मध्य विधालय फतहपुर मे पुरानी खंडर मे जो जर्ज बन चुका है जिस मे बच्चो की पढ़ाई होरही है 1914 मे विधालय का निर्मण किया गया था ।
धरहरा प्रखंड के दशरथपुर में संचालित न्यू डी.भी.ए पब्लिक स्कूल दशरथपुर के प्रांगण में विद्यालय परिवार की ओर से विद्यालय का स्थापना दिवस सह वार्षिकोत्सव बहुत ही धूमधाम के साथ मनाया गया । कार्यक्रम की शुरुआत विद्यालय के डायरेक्टर बबन कुमार सिंह उर्फ बबलू सिंह ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया । कार्यक्रम का संचालन शिक्षिका निशु कुमारी कर रही थी। मौके पर शिक्षक मोहन कुमार , कुलदीप मंडल , शिक्षिका शीला कुमारी , निशु कुमारी , नीतू कुमारी , कुणाल , स्वीटी , लवली , आकाश सोनम एवं अंशु अन्य शिक्षक - शिक्षिकाओं सहित विद्यालय के बच्चे मुख्य रूप से मौजूद थे । विद्यालय के वार्षिकोत्सव के मौके पर विद्यालय के बच्चों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया । बच्चों द्वारा बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत लघु नाट्य प्रस्तुत करते हुए कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों को बेटी की महत्ता को बतलाया साथ ही लघु नाट्य के माध्यम से लोगो को बेटी के महत्व पर प्रकाश डाला गया । बाल कलाकारों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम में दहेज - प्रथा उन्मूलन पर भी प्रकाश डालते हुए दहेज को समाज के लिए एक अभिशाप बताया । वहीं बच्चों द्वारा विभिन्न प्रकार के लघु नाट्य एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति कर कार्यक्रम में आए हुए अभिभावकों का मन को मोह लिया।
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बनो नई सोच ,बुनो हिंसा मुक्त रिश्ते की आज की कड़ी में हम सुनेंगे महिलाओं के साथ होने वाले दुर्व्यवहार और हिंसा के बारे में।
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