लड़कियों के सपने सच में पुरे हो , इसके लिए हमें बहुत सारे समाजिक बदलाव करने की ज़रूरत है। और सबसे ज्यादा जो बदलाव की ज़रूरत है, वो है खुद की सोच को बदलने की। शिक्षा महिलाओं की स्थिति में बड़ा परिवर्तन ला सकती है लेकिन शिक्षा को लैंगिक रूप से संवेदनशील होने की जरूरत है। गरीब और वंचित समूह के बच्चों को जीवन में शिक्षा में पहले ही सीमित अवसर मिलते हैं उनमें से लड़कियों के लिए और भी कम अवसर मिलते हैं, समान अवसर तो दूर की बात है। सरकारी स्तर पर जितने ही प्रयास किये जा रहे हों, यदि हम समाज के लोग इसके लिए मुखर नहीं होंगे , तब तक ऐसी भयावह रिपोर्टों के आने का सिलसिला जारी रहेगा और सही शौचालय न होने के कारण छात्राओं को मजबूरी में स्कूल छोड़ने का दर्द सताता रहेगा। तब तक आप हमें बताएं कि *----- आपके गांव में सरकारी स्कूल में शौचालय है, और क्या उसकी स्थिति कैसी है? *----- क्या आपको भी लगता है कि सरकारी स्कूल में शौचालय नहीं होने से लड़कियों की शिक्षा से बाहर होने का बड़ा कारण है *----- शौचालय होने और ना होने से लड़कियों की शिक्षा किस प्रकार प्रभावित हो सकती है?

सरकार स्वच्छता को लेकर अभियान चला रही है उसके बाद भी टेटिया बंपर प्रखंड के धोरी पंचायत क्षेत्र के तिलकारी गांव में के मुख्य मार्ग पर गंदा पानी बहने से जलभराव व कीचड़ की समस्या बनी हुई है इससे बच्चों के साथ बुजुर्ग इसमें गिरकर चोटिल हो रहे हैं गांव तक जाने वाली सड़क में गंदे जलभराव और कीचड़ से ग्रामीण बेहद परेशान हैं गंदे पानी से उठती बदबू ने यहां लोगों का रहना दूभर कर दिया है गंदे जलभराव और कीचड़ से आने जाने वाले लोगों को दूसरे रास्तों से निकलने को मजबूर होना पड़ता है लोगों ने इस मामले को प्रशासनिक अधिकारियों के समक्ष उठाया नहीं हो, लेकिन किसी भी अधिकारी ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया है, जिसके कारण ग्रामीण यहां नारकीय जीवन जीने को विवश हैं ग्रामीणों ने इस मामले को ग्राम सभा में जोर-शोर से उठाया था गांव के जर्जर पड़े इस मुख्य रास्ते में कीचड़ और गंदा पानी भरा होने के कारण ग्रामीणों ने दूसरे रास्तों से आना जाना शुरू कर दिया है यहां सफाई कर्मी की तैनाती भी है लेकिन अधिकारियों व मुखिया की जी हुजूरी के कारण सफाई कार्य हाशिए पर चला गया है पैदल वालों को तो वहां बने घरों के चबूतरे से होकर जाना पड़ता है जब कोई वाहन वहां से गुजरता है तो गंदा पानी फैल कर लोगों के घरों में घुस जाता है पैदल जाने वालों पर भी छींटे पड़ते हैं

एक तरफ शहर में डेंगू से लोग परेशान है,शहरों में गंदगी का अंबार कई जगह अभी भी देखने को मिल रहा है। जहां एक तरफ नगर निगम साफ सफाई के लिए अपने कार्य की डंका पीटती है। तो दूसरी तरफ जिला मुंगेर के वार्ड नंबर 35 शास्त्री नगर मोहल्ला में घर और मोहल्लों के आसपास जसतह कचरा फैला हुआ है। यहां तक की दीपावली और आस्था का महापर्व छठ नजदीक आ चुकी है, फिर भी अब तक सफाई नहीं होने से यहां के निवासी नगर निगम के प्रति अपना आक्रोश जता रहे हैं। इस विषय पर पुरानी गंज मोहल्ला निवासियों ने कड़ी आपत्ति व्यक्त करते हुए कहा है। शहर में रोज डेंगू का प्रकोप बढ़ने से लोगों में मोहल्ले में सफाई नहीं होने से भय पनप रहा है। लेकिन नगर निगम के कानों तक इस पर्व के माहौल में भी सफाई के नाम पर जु तक नहीं रेंग रहा, जिस पर मोहल्ले वासियों को कचरो के बीच जिंदगी गुजर बसर करना पड़ रहा है। मोहल्ले वासियों में निगम प्रशासन से आग्रह में जल्द से जल्द वार्ड नंबर 35 में सफाई करवाने की मेयर से गुजारिश की है।

इसकी जानकारी देते हुए मुंगेर में कुमकुम देवी ने बताया कि लोग आस्था का महापर्व छठ को लेकर किला परिसर बाबा घाट में सफाई कराकर कार्यक्रम प्रारंभ हो गया है इसके लिए नगर निगम मुंगेर ने लगभग 100 से अधिक सफाई मजदूर लगाया है इसके अलावा मिट्टी का सीधी नमक घाट भी बनाया जाना है जिससे छठ पूजा मनाने में लोगों को परेशानी ना हो। ज़्यादा जानने के लिए इस ऑडियो को क्लिक करें।

साथियों, आये दिन हमें ऐसे खबरे सुनने को और देखने को मिलती कि फंलाने जगह सरकारी स्कुल की छत गिर गई या स्कुल की दिवार ढह गई। यहाँ तक कि आजकल स्कुल के क्षेत्र में लोग पशु भी बाँधने लगते है, अभी ऐसी ही खबर दैनिक भास्कर के रांची सस्करण में छपी। रांची के हरमू इलाके में जहाँ कुछ लोग वर्षो सेअपने दुधारू पशु को स्कुल से सटे दीवाल में बाँध रहे है और प्रशासन इस पर मौन है। ये हाल झारखण्ड की राजधानी रांची के एक सरकारी स्कुल का है , बाकि गाँव का हाल तो छोड़ ही दीजिये। क्या आपको पता है कि शिक्षा के अधिकार के नियम के तहत स्कुल में पीने का साफ़ पानी और शौचालय की बुनियादी सुविधा के अनिवार्य रूप से मुहैया करवाने की बात कही गयी है। और ये बेसिक सी चीज़े उपलब्ध करवाना सभी सरकारों का काम है। लेकिन जब 25 से 35 % स्कूलों का हाल ये हो तब किसे दोषी माना जाए ? सरकार को नेताओ को या खुद को कि हम नहीं पूछते??? बाक़ि हाल आप जान ही रहे है। तब तक, आप हमें बताइए कि ******आपके गाँव या क्षेत्र में सरकारी स्कूलों में शौचालय और पानी की व्यवस्था कैसी है ? ****** वहां के स्कुल कितने शिक्षक और शिक्षिका पढ़ाने आते है ? ****** साथ ही शिक्षा के मसले पर आपको किससे सवाल पूछने चाहिए ? और इसे कैसे बेहतर बनाया जा सकता है , ताकि हमारे देश का भविष्य आगे बढे।

मुंगेर जिले के कोतवाली अंतर्गत लाल दरवाजा लॉ कॉलेज इलाके में केवल पाइप बिछाने के बाद सड़क निर्माण कार्य आरसीटी विभाग द्वारा करने पर इसका विरोध स्थानीय लोगों ने किया

वार्ड संख्या तीन के में नाला सफाई न होने से क्षेत्र डेंगू का खतरा बढ़ते जा रहा है जहां कई लोगों को यहां पर डेंगू हो गया है पर अभी तक यहां कभी भी दवाई छिड़काव नहीं कराया गया है जिससे ग्रामीणों को हो रही है परेशानी

मुंगेर सदर अस्पताल में डेंगू के लेकर सदर अस्पताल में सब वार्ड में फॉगिंग कराया जा रहा है बहुत लोग उपस्थित होते हैं अस्पताल में और अभी पूरा मुंगेर में डेंगू का संख्या बहुत ज्यादा हो रहा है और अस्पताल में आ रहा है पेशेंट इसी के दौरान फॉगिंग कराया जा रहा है डेंगू बीमारी से सुरक्षा हो सके और गंदगी के कारण डेंगू फैलता है अपने घरों में साफ सफाई जरूर करें और स्वस्थ रहें

मुंगेर नगर निगम अंतर्गत 40 नंबर वार्ड में बारिश के पानी एक महीने से जमा है नाली जाम होने का कारण लोग बहुत परेशान बहुत तकलीफ में रह रहे हैं बच्चों को पढ़ने में बहुत दिक्कत बहुत परेशानी और पब्लिक को भी आने-जाने में बहुत दिक्कत हो रहा है यह बस्ती भूदान बस्ती है अंतर्गत बेलवा घाट पटना रोड डेंगू के बीमारी देखते हुए इस गांव में नाली जाम होने का कारण लोग पब्लिक आने जाने में परेशान दिक्कत हो रहा है और सबके घरों में पानी घुस गया है जो की सबको बहुत घर में रहने के लिए परेशानी हो रहा है यह मुंगेर क्षेत्र में नगर निगम वार्ड नंबर 40 कासिम बाजार अंतर्गत आता है

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