गुरुवार को मुंगेर जिले में 2396 आदमी का कोरोना जांच कराया गया एक भी व्यक्ति संक्रमित नहीं पाए गए इसकी जानकारी सिविल सर्जन डॉक्टर हरेंद्र कुमार आलोक ने दिए उन्होंने बताया कि यह अच्छी बात है कि लोग संक्रमित नहीं पाए जा रहे हैं पर लोगों को टीका लेना अनिवार्य है ताकि महामारी से बचे रहें

बुधवार को जिले में 2569 लोगों की कोविड-19 की जांच कराई गई पर एक ही व्यक्ति संक्रमित नहीं पाए गए इसकी जानकारी सिविल सर्जन डॉक्टर हरेंद्र कुमार आलोक ने दिए उन्होंने कहा कि यह अच्छी बात है कि लोग संक्रमित नहीं पाए जा रहे हैं पर लोग टीका लेना ना भूले ताकि महामारी हमसे दूर रहे

मंगलवार को मुंगेर जिले में 2527 लोगों का कोविड-19 की जांच कराई गई पर एक ही व्यक्ति संक्रमित नहीं पाए गए इसकी जानकारी सिविल सर्जन डॉक्टर हरेंद्र कुमार आलोक ने दिए उन्होंने बताया कि यह अच्छी बात है कि लोग संक्रमित नहीं पाए जा रहे हैं पर टीका लेना नहीं भूले

माँ चंडिका स्थान, बड़ी दुर्गा स्थान सहित जिलाभर के पूजा पंडालों में कोरोना जांच एवं टीकाकरण का विशेष सत्र स्थल - 11 से 15 अक्टूबर तक सभी पूजा- पंडालों में विशेष सत्र का आयोजन - सत्र स्थल पर सफाई, पेयजल और बैठने की व्यवस्था त्यौहारों के इस मौसम में सभी लोग इन सावधानियों का रखें विशेष ख्याल : - विस्तृत जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक कर पूरी खबर कर सुने और बने रहे मोबाइल वाणी मुंगेर की आवाज के साथ आपका अपना सामुदायिक मीडिया चैनल सबसे आगे सबसे पहले हर पल पल की खबरे सुनते रहे 092787 01369 पर मिस कॉल कर जिले का हर छोटी बड़ी खबर को सुने और तीन नंबर का बटन दबाकर अपनी समस्या या प्रतिक्रिया साझा करें यदि आप स्मार्टफोन उपयोग करता है तो मोबाइल वाणी ऐप प्ले स्टोर से डाउनलोड कर जिले से संबंधित हर छोटी बड़ी खबर को ऐप पर सुने और लाल वाली माइक बटन दबाकर अपनी समस्या या प्रतिक्रिया रिकॉर्ड करें धन्यवाद -

बिहार राज्य के जिला मुंगेर के शेरपुर के वार्ड नम्बर पांच से विपिन कुमार कुछ महिलाओ के साथ साक्षत्कार लिए है। जिसमे महिलाओं का कहना है की जब से लॉकडाउन लगा तब से इनके बच्चे को आंगनबाडी केंद्र से राशन नहीं मिला और गर्भवती माताओं को भी कुछ नहीं मिला जबकि आंगनबाडी सेविका आकर बच्चों का नाम लिख कर ले गयी थी।इतना ही नहीं जब आंगनवाड़ी केंद्र जानकारी लेने जाती है तो अच्छा व्य्वहार नहीं किया जाता है आंगनबाडी केंद्र में।

बिहार राज्य के जिला मुंगेर के उमेश नगर से विपिन कुमार मोबाइल वाणी के माध्यम से पूजा देवी से विशेष बातचीत किया गया। जिसमे पूजा देवी ने बताया कि तीन साल से आंगनबाड़ी केंद्र से धातृ माताओं और बच्चों को कोई लाभ प्राप्त नहीं हुआ है और न ही राशन भी दिया गया है। उन्होंने बताया कि एक साल से अभी तक में आंगनबाड़ी केंद्र की ओर से सरकार द्वारा योजनाओं का कोई भी लाभ नहीं दिया गया है । साथ ही कोरोना महामारी में लगे लॉकडाउन से लेकर अभी तक एक भी लाभ प्राप्त नहीं हुआ है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि बच्चों के कुपोषण से बचने के लिए आंगनबाड़ी केंद्र कोई भी पोषण आहार नहीं दिया गया है।

बिहार राज्य के मुंगेर जिला के चण्डीकास्थान निषाद टोला से विपिन कुमार मोबाइल वाणी के माध्यम से मालती देवी से साक्षात्कार लिए है।जिसमे मालती देवी ने बताया है कि वह लोग गरीब बस्ती में रहने वाली है और अपना जीवन यापन मजदूरी कर के करती हैं।वह कहती है कि उनके बच्चे को आंगनबाड़ी केंद से चावल ,दाल और सोयाबीन मिलता है जो चावल मिलता है वह ख़राब किस्म का होता है।उनका कि आंगनवाड़ी केंद्र से बच्चों को पूर्णरूप से सुविधा नहीं मिलती है

बिहार राज्य के मुंगेर जिला से विजय कुमार मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है कि रविवार को मुंगेर जिले में 2739 लोगों का कोविड-19 कराया गया एक भी व्यक्ति संक्रमित नहीं पाए गए इसकी जानकारी सिविल सर्जन डॉक्टर हरेंद्र कुमार आलोक ने दिए उन्होंने बताया कि यह अच्छी बात है कि लोग संक्रमित नहीं पाए जा रहे हैं पर लोग टीका लेना ना भूले ताकि इस महामारी से हम लोग बचे रहे

बिहार राज्य के मुंगेर जिला के चण्डीकास्थान निषाद टोला से विपिन कुमार मोबाइल वाणी के माध्यम से उर्मिला देवी से साक्षात्कार लिए है।जिसमे उर्मिला देवी ने बताया है कि उन्हें आंगनबाड़ी केंद्र से चावल,दाल और सोयाबीन मिलता है। कोरोना काल में इन्हे तीन -चार में चावल मिला है। सरकार द्वारा सरकारी योजना का लाभ दिया जाता है लेकिन उन्हें कोई लाभ नहीं मिलता है। ऐसी स्थिति में बच्चे को कुपोषण से बचाना काफी मुश्किल है।

बिहार राज्य के मुंगेर जिला के चण्डीकास्थान निषाद टोला से विपिन कुमार मोबाइल वाणी के माध्यम से मंजू देवी से साक्षात्कार लिए है।जिसमे मंजू देवी ने बताया है कि वह लोग गरीब बस्ती में रहने वाली है और अपना जीवन यापन मजदूरी कर के करती हैं।वह कहती है कि उनके एक साल के बच्चे को दो महीने पर आंगनबाड़ी केंद्र से चावल,सोयाबीन मिलता है।वह अपने बच्चे को सिर्फ चावल दाल खिलाती है। सरकार द्वारा जो सरकारी योजना का लाभ दिया जाता है उन्हें कोई लाभ नहीं मिलता है। ऐसी स्थिति में बच्चे को कुपोषण से बचाना काफी मुश्किल है।