समाज के हर वर्ग के लिए जनजागरण का कार्य कर रही है मोबाइल वाणी - अधिवक्ता मधुकर गायकवाड़
विश्व विख्यात गांधीवादी विचारक एवं विश्व शांति निवानो पुरस्कार से सम्मानित पी.व्ही.राजगोपाल जी से एक खास मुलाकात
राजगोपाल पी.व्ही.को मिला जापान मे निवानो शांति पुरस्कार
पंचायत तीसरी नही पहली सरकार है - श्री सुनिल कुमार सचिव भारत सरकार
सावित्रीबाई फुले जंयती पर महाराष्ट्र राज्य के अमरावती जिले से वरिष्ठ महिला पत्रकार, लेखिका एवं प्रबोधन कार रज़िया सुल्ताना जी से एक खास मुलाकात
वर्ष 2022के बिदाई पर तर्कशील संस्था सचिव एवं वरिष्ठ पत्रकार पीकेएस गुर्वे ने कहां की मोबाइल वाणी पर संचालित अभियानों का सकारात्मक असर देखने को मिला है। साथ ही वर्ष 2022 में क्या खोया और क्या पाया विषय पर सारगर्भित बातें कही
मध्यप्रदेश राज्य के छिंदवाड़ा जिला दिनकर पातुलकर ने मोबाइल वाणी के माध्यम से कृषि विशेषज्ञ पराड़कर से बातचीत किया। बातचीत के दौरान कृषि विशेषज्ञ पराड़कर ने बताया की मौसम में बदलाव के वजह से किसान को नुकसान तो हो रहा है। लेकिन अगर किसान खेती को अपने फायदे के तोर पर देखे तो इससे किसान को जरूर फायदा होगा
गांव आजिविका और हम विषय पर बायोगैस संयंत्र पर विशेष बातचीत के तहत खादी ग्रामोद्योग से एस कुमार सिन्हा जी के साथ विशेष बातचीत
गुरु मंत्र कार्यक्रम के तहत छिंदवाड़ा मोबाइल वाणी पर लक्ष्य निर्धारण का आधार क्या हो। विषय चयन का आधार क्या होना चाहिए । भविष्य के लिए नियोजन कैसे करे। अनुशासन का जीवन में क्या महत्व है। स्वास्थ्य को जीवन का आधार कैसे बनाया जा सकता है। जीवन में स्वछता क्यों जरूरी है।जीवन में संस्कार क्यों जरूरी है।बच्चो को खेलना क्यों जरूरी है। आदी महत्त्वपूर्ण प्रश्न का समाधान एड. मधुकर गायकवाड़ सर से एक खास मुलाकात में जानेंगे ।
मध्यप्रदेश राज्य के जिला छिंदवाड़ा से दिनकर पातुलकर मोबाइल वाणी के माध्यम से नेहरु युवा केंद्र संगठन से राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित तुबा हया खान से विशेष बातचीत की जिसमे उन्होंने बताया कि पंचायती राज चुनाव में महिलाओं को 50% आरक्षण दिया गया है।लेकिन जमीनी स्तर पर हकीकत कुछ और रहती है। महिलाओं को पार्टिसिपेंट में खड़ा तो कर दिया जाता है, जिसमें चेहरा तो महिला का होता है लेकिन काम उसके पीछे पुरुष करते हैं। महिलाये कटपुतली की तरह काम करती है। इसके लिए दोनों वर्गों को समझने की जरुरत है कि खासकर पुरुष वर्ग को समझना होगा कि महिलाये इस पद के लिए सक्षम है। और महिलाओं में भी आत्मविश्वास हो कि वे हर एक मामले का निपटारा कर सकती है और इसके लिए जरुरी है कि उन्हें घर से पुरुषो का समर्थन मिलना जरुरी है। उनका यह भी कहना है कि भारत युवाओं का देश है और राजनीती में उनकी भागीदारी अहम् है और युवा चाहे तो वे देश को जिस ओर मोड़ना चाहेंगे उस ओर अप्रत्यक्ष रूप से मोड़ सकते है। युवा पर निर्भर करता है की वे किन मुद्दों के आधार पर अपना प्रतिनिधि चुनते है, दूसरी बात यह की भारत विवधताओं का देश यहाँ पर अलग संप्रदाय से जुड़े लोग रहते है। इसलिए अगर युवा प्रतिनिधि के रूप में चुन कर आते तो उन्हें इस बात का ख़ास ख्याल रखना होगा की कभी ऐसी नाजुक स्थिति आती है तो एक वर्ग का समर्थन करे और दूसरे की अवहेलना करे ऐसा बिल्कुल भी नहीं होना चाहिए। सामाजिक पहलु को ध्यान में रखना बहुत जरुरी है।