Transcript Unavailable.
बिहार राज्य के जिला मुजफ्फरपुर से एक श्रोता मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि लॉकडाउन के शुरू होने के समय से ही इन्हे सबलपुर मध्यवर्ती पंचायत के जनवितरण प्रणाली के मनमानी के कारण उपभोक्ताओं को राशन नहीं मिल रही है और जब वह राशन के लिए बोलते है तो उन्हें मार -पीट कर भगा दिया जाता है। राशन नहीं मिलने से उपभोक्ता काफी परेशान हो गए है।
बिहार राज्य के जिला मुजफरपुर के प्रखंड मोतीपुर के पकरीबरावां से राजेश कुमार साथ में स्थानीय महिलाये मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही है कि कोरोना के समय सरकार ने सहायत राशि देने का वादा किया था। वह नहीं मिला ऊपर से अभी बाढ़ का कहर जारी है। गेहूं की फसल बर्बाद हो गया है। राशन में केवल चावल मिलता है। हमलोग कैसे जीवन यापन करेंगे
Transcript Unavailable.
Transcript Unavailable.
मुजफ्फरपुर : कोरोना के कारण निरंतर अंतराल पर हो रहे लॉकडाउन के मद्देनजर आंगनबाड़ी केन्द्र बंद चल रहे हैं, जिससे बच्चों को इन केन्द्रों पर मिलने वाले पोषाहार को सुनिश्चित करने में सरकार की चुनौतियाँ बढ़ी है. लेकिन ऐसे मुश्किल दौर में मुस्तफापुर पंचायत के आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 173 की सोनी कुमारी इन चुनौतियों को आसान बनाने में पूर्ण सहयोग कर रही है. सोनी ने लॉकडाउन होने के बावजूद भी बच्चों के पोषाहार वितरण को रुकने नहीं दिया. वह जून के पहले तक घर-घर जाकर बच्चों को राशन पहुंचाती थीं ताकि उन्हें बेहतर पोषण मिल सके. जून से राशन की राशि सीधे बच्चों के अभिभावक के खातों में जाने लगी है। ऑडियो पर क्लिक कर पूरी जानकारी सुनें।
छपरा: कोरोना वायरस का संक्रमण रोकने तथा बचाव के लिए लागू किए गए लॉकडाउन की अवधि में भुखमरी व गरीबी से जूझ रहे 250 व्यक्तियों के बीच राशन का वितरण किया गया। इस मौके पर प्रेसिडेंट वीणा सरण ने बताया कि कोरोना वायरस का संक्रमण रोकने तथा बचाव के लिए लॉकडाउन लागू किया गया है, जिससे प्रतिदिन मजदूरी कर अपना तथा अपने परिवार के सदस्यों का भरण पोषण करने वाले लोगों के बीच भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गई है। ऐसी परिस्थिति में क्लब ने उन्हें अपनी ओर से राशन उपलब्ध कराने का मुहिम शुरू किया है, जिसके तहत पहले दिन 250 लोगों को राशन दिया गया। इसके लिए क्लब की ओर से आटा के साथ रिफाइन और सब्जी दिया गया। रिक्शा, ठेला चलाने वाले के साथ-साथ स्टेशन पर बैठे लोगों को भी भोजन दिया जाएगा। इस कार्यक्रम के लिए रोटी बैंक छपरा का सहयोग प्राप्त हुआ। उन्होंने कहा कि क्लब द्वारा यह कार्यक्रम समय-समय पर चलाया जाएगा।
क्या आप जानते हैं लॉक डाउन में विद्यालय बंद है, लेकिन मध्याह्न भोजन योजना बंद नहीं बल्कि कुछ बदलावों के साथ अब भी हैं संचालित।लेकिन कुछ खामियों और जागरूकता की कमी के कारण कई विद्यार्थियों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा। लेकिन बड़ी ही सरलता से इन कमियों को दूर कर आप मध्याह्न भोजन योजना का लाभ ले सकते हैं। इस योजना से संबन्धित विस्तृत जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी जानकारी को और उठायें योजना का लाभ।
कांटी के माधोपुर दुल्लम उर्फ ढेबहां पंचायत के वार्ड दो व तीन के डेढ़ सौ से अधिक लाभुकों को राशन नही मिल पा रहा है। सामाजिक कार्यकर्ता महेश भगत ने बताया कि वर्षो से इनलोगों को राशन मिल रहा था। लेकिन इस माह अचानक राशन कार्ड रद्द होने की बात बोल डीलर ने राशन देने से इंकार कर दिया। इससे कोरोना संकट के दौर में गरीब मजदूर परिवारों को भुखमरी की नौबत आ पड़ी है। इस बाबत प्रधानमंत्री समेत विभागीय मंत्री व पदाधिकारियों को पत्र लिख राशन उपलब्ध कराने की मांग की गई है। इस संबंध में प्रभारी एमओ ने कहा कि शिकायत की जांच कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।
बिहार राज्य के जिला मुजफ्फरपुर से अजीत कुमार सिंह मोबाइल वाणी के माध्यम से संतोष जी से साक्षात्कार ले रहे है जिसमें उनका कहना है कि सरकार की चलाई गई योजना क्र तहत जिन लोगों को पहले से राशन मिल रहा था सिर्फ उन्हें ही राशन मिला। इसके अलावा सरकार की तरफ से कही गई थी 3 महीने का राशन फ्री मिलेगा या जिनके पास कार्ड है या नहीं उन सभी लोगों को राशन दिया जाएगा लेकिन ऐसा कहीं देखा नहीं गया है और ना ही इन्हे मिला है।वही कहते है कि छह-आठ दिन में राशन कार्ड बन जाएगा लेकिन ऐसा हुआ नहीं है।वही उनका कहना है कि गांव में कोई मुखिया सुनते है और ना ही कोई दीदी ध्यान देती है।वही लॉकडाउन होने के कारण काम नहीं हो पा रहा है जिसकारण परेशानी हो रही हैं।वही उनका कहना है कि सरकार द्वारा कहा गया था कि राशन कार्ड बनकर मिलेगा जिन को राशन कार्ड है या नहीं है उसको 3 महीने का राशन फ्री मिलेगा लेकि ऐसा हो नहीं रहा है।