सरकार को भारत रत्न देने के अलावा किसानों को उनके अधिकार भी देने चाहिए, आखिर उनकी मांग भी तो बहुत छोटी सी है, कि उन्हें उनकी फसलों को बेहतर मूल्य मिले हर के किसानों की इन मांगों का आधार भी एम एस स्वामीनाथन समिति की सिफारिश से है। जो उन्हें आज से करीब चार दशक पहले दिन थी। इन चार दशकों में न जाने स्वामीनाथन समिति की सिफारिश को लागू करने का वादा करके न जाने कितनी सरकारी आई, और गई इन में वर्तमान सरकार भी है। जिसे 2014 के चुनाव में इन सिफारिश को लागू करने का वादा प्रमुखता से किया था। आज हमारे साथ सिविल सर्विसेज ट्यूटोरियल के संचालक एवं एडॅ.मधुकर गायकवाड सर ने मोबाइल वाणी पर चल रहे पक्ष विपक्ष कार्यक्रम पर किसानों की मांग और भारत रत्न विषय पर अपनी प्रतिक्रिया साथी वर्तमान परिवेश में किस जिस तरीके से आंदोलनरत है ।और सरकार द्वारा सड़कों पर बैरिकेटिंग के लिए अन्य संसाधन लगाए गए हैं। रोकने के लिए उसे पर अपनी प्रतिक्रिया साझा की।
Transcript Unavailable.
मध्य प्रदेश राज्य के छिंदवाड़ा जिला से दिनकर ने मोबाइल वाणी के माध्यम से किसान आंदोलन पर समाजवादी चिंतक एवं वरिष्ठ पत्रकार रघु ठाकुर जी से विशेष बातचीत की जिसमें उन्होंने जानकारी दी की देश में किसान सड़कों पर हैं और मध्य प्रदेश में भी कल भोपाल और उज्जैन में किसान नेताओं को गिरफ्तार किया गया है । किसानों की गिरफ्तारी गलत है और लोगों की गिरफ्तारी भी प्रतीकात्मक है , लेकिन इसका कोई मतलब नहीं है । किसानों के आंदोलन में जो विभाजन हुआ है , वह किसान संगठन के लिए भी बहुत दुखद है। आंदोलनकारी हों या सरकार , हिंसक तरीकों का सहारा नहीं लेना चाहिए। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।