अमरवाड़ा विधायक राजा कमलेश शाह ने किया भाजपा ज्वाइन

मोबाइल होने पर सेहत का ख्याल के माध्यम से फाइलेरिया क्या है इस बीमारी का उपचार कैसे हो सकता है और इस तरीके के संक्रमित मच्छर पैदा ही ना हो इसके लिए विशेष आज हमारे साथ सौसर सिविल अस्पताल से टीसीएस सिविल अस्पताल से श्याम शर्मा सर ने विशेष बातचीत कर हमारे साथ इस बीमारी के उपचार की जानकारी व महत्वपूर्ण जानकारी साझा की।

अमरवाड़ा पहुंचे जन अभियान परिषद के जिला समन्वयक विद्यार्थियों को नशा मुक्ति की दिलवाई गई शपथ। मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद के जिला समन्यवक श्री कुलदीप सिंह ठाकुर अमरवाड़ा पहुंचे। भारत देश के महान संत परम पूज्य संत शिरोमणि 108 आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के देवलोक गमन पर सभी ने 2 मिनट का मौन धारण कर श्रद्धांजलि अर्पित की। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

सुबह का सुविचार

पुलवामा हमले के शहिदों की याद में गीत की प्रस्तुति

देश के अनेक हिस्सों में किसान अपनी मांगों को लेकर अब दिल्ली को सहित अन्य अपने-अपने प्रदेशों में धरना प्रदर्शन और दिल्ली कोच की और अग्रसर हो रहे हैं और देश की राजधानी दिल्ली में किस न पहुंचे इस हेतु सड़कों पर बैरिकेटिंग व कटीली तारों सहित अन्य बढ़ाएं सड़कों पर लगा दी गई है प्रशासन भी सड़क पर लगा हुआ है ताकि किसान दिल्ली ना पहुंचे किसान को रोकने उनकी मांगों को लेकर चल रही और चर्चा अभी तक बेनतीजा ही रहे हैं। आज हमारे साथ गांधी व लोहीयावादी विचारक डॉ अनुप सिंह सर के साथ मोबाइलवाणी पर वर्तमान में किसान आंदोलन और सडकों पर बैरिकेटीग सहीत लोकतंत्र में आन्दोलन कहा देखते हैं जानकारी मोबाइलवाणी पर साझा की।

आप सभी ने बुथ कैपचरिंग के बारे में तो सुना ही होगा हो सकता है कि किसी ने देखा भी हो मोटा-मोटी कहां जाए तो हर कोई जानता है कि बुथ कैपचरिंग क्या होती है और कैसी होती है इसको आप और बेहतर तरीके से समझना हो तो इस तरीके से भी देखा जा सकता है कि भारत में होने वाले सभी प्रकार के चुनाव में पंचायत से लेकर संसद तक के चुनाव में सुरक्षा बल एक अनिवार्य जरूरत है सुरक्षा बलों के बिना निष्पक्ष चुनाव की कल्पना भी नहीं की जा सकती हैं आज हमारे साथ गांधी व लोहीयावादी विचारक डॉ. अनुप सिंह सर से विशेष बातचीत कर अपनी प्रतिक्रिया मोबाइल वाले के साथ साझा की।

2016 में 14 प्रतिशत छात्र औपचारिक शिक्षा के बाहर थे जो कि देश में 2023 में भयानक सुधार होने के बाद भी अब मात्र 13.2 प्रतिशत भर है। 2016 में 23.4 प्रतिशत अपनी भाषा में कक्षा दूसरी का पाठ नहीं पढ़ पाते थे। आज 2024 में अति भयानक सुधार के साथ किया आंकड़ा 26.4 प्रतिशत है। देश के आज भी 50 फीसदी छात्र गणित से जूझ रहे हैं। और 2024 में कैसी हो हमारी शिक्षा इसी विषय पर आज हमारे साथ लोकतांत्रिक समाजवादी पार्टी की महिला प्रकोष्ठ से डाॅ. शिवा श्रीवास्तव ताई ने मोबाइल वाणी से जुड़कर अपने प्रतिक्रिया मोबाइल वाणी के साथ साझा की।

गाँव मे हर घर नल योजना के लिए कर रहे बेहतर कार्य

छिन्दवाड़ा विश्वविद्यालय के कुलपति को रिश्वत लेते लोकायुक्त ने पकड़ा रंगे हाथ