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भारतीय संस्कृति में दीपावली घी के दिये जला कर मनाने की परम्परा चली आ रही है. इस परम्परा को जीवित रखते हुए दीया प्रज्ज्वलित कर दीपावली मनावें. इधर देखा जाता है कि दीपावली में पटाखे फोड़ कर व आतिशबाजी कर ख़ुशी का इजहार कर रहे हैं. जो नीति व कानून सम्मत नहीं है. वायु प्रदूषण इस कदर है कि लोगों को सांस लेने में कठिनाई हो रही है. प्रदुषण के कारण विभिन्न प्रकार की बिमारियों का प्रकोप बढ़ रहा है, औषत उम्र घट रहा है. प्रदूषण से मरने वालों की संख्या बढ़ रही है. ऐसी स्थिति में दीपावली पर पटाखे फोडना उदंडता व आत्मघाती है और सामूहिक क्षति का सामना करना पड़ता है. पटाखों से प्रति वर्ष जान माल की खतरा होते रहती है. स्थल पर गंदगी फैलाने व पर्यावरण को प्रदूषित करने वालों पर कानून की धारा लगा कर कार्रवाई करने का प्रावधान है. पटाखों से परहेज करने की आवश्यकता है. ताकि पर्यावरण प्रदूषित न हो और जान माल की भी क्षति न हो. साथ ही पैसे की भी बचत हो जाएगी. पर्यावरण को शुद्ध रखने के लिए हम सबों को पेड़ लगाना चाहिए. प्रत्येक दीपावली में पेड़ लगाने की परम्परा को आगे बढ़ाने की आवश्यकता है. सब चीजों को सरकार के हिस्से में न छोड़ कर हम सब अपने नैतिक दायित्व का निर्वहन करना चाहिए
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सहयोगिनी संस्था एवं कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रन फाउंडेशन के सहयोग से गांवों को बाल विवाह मुक्त करने के लिए सघन जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. इस क्रम में मंगलवार को पेटरवार प्रखंड अंतर्गत चरगी पंचायत स्थित कोचिंग संस्थान में छात्र-छात्राओं को बाल विवाह रोकथाम को लेकर विस्तार पूर्वक जानकारी दी गयी. इस दौरान सहयोगिनी के कार्यकर्ताओं ने बच्चों के अधिकार, बाल विवाह रोकथाम, चाइल्ड एब्यूज़ सहित अन्य मुद्दों को लेकर विस्तार पूर्वक जानकारी दी. बताया गया कि अगर कहीं भी बाल विवाह होता है तो तत्काल 112 पर कॉल कर जानकारी दें. बताया कि 112 एक निः शुल्क फोन सेवा है. जो 24 घंटे दी जाती है और बच्चों को सुरक्षा प्रदान करती है. इस दौरान संस्थान के प्रोपराइटर मुरारी कुमार ने जानकारी देते हुए कहा कि छात्र छात्राओं को अपने अधिकार को लेकर जागरूक होना होगा. उन्होंने कहा कि बाल विवाह, समाज के लिए बहुत बड़ा अभिशाप है. बाल विवाह के कारण कुपोषण जैसे गंभीर बीमारियां उत्पन्न होती है. इस दौरान मुरारी कुमार ने बाल विवाह रोकथाम को लेकर छात्र-छात्राओं को शपथ दिलाई. मौके पर सहयोगिनी के कार्यकर्ता सहित अन्य कई लोग शामिल थे.
