जिला बोकारो के प्रखंड नावाडीह से सुमंत कुमार मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि अंत्योदय योजना के अंतर्गत गरीबों को डीलरों द्वारा प्रत्येक महीने मिलने वाले राशन और केरोसिन के वाजिब मूल्य से अधिक वसूली की जाती है।वही कार्डधारकों को प्रत्येक माह 20 किलों की जगह 19 किलों ही चावल मिलते है लेकिन उनसे बीस रूपये लिए जाते है जिसमें चावल भी एक किलों कम मिलता है और पैसे भी एक रुपया अधिक लिया जाता है वही ढाई लीटर केरोसिन के लिए पंचानवे रूपये लिए जाते है।डीलरों द्वारा अधिक पैसा और कम राशन का वितरण आज गरीबों के लिए भारी हो रहा है परन्तु ऐसी स्थिति में किसी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं हो रही है ।
झारखण्ड के जिला बोकारो प्रखंड नावाडीह से सुमंत कुमार मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि लोगो में पश्चिमी सभ्यता को अपनाने के पीछे मुख्य कारण आजकल के हॉलीवुड और बॉलीवुड के अभिनेता और अभिनेत्री है। इसी पश्चिमी सभ्यता का परिणाम है आज हमारे देश का खादी -ग्रामोद्योग के उद्योगकर्ता भुखमरी की स्थिति में है।गांधी जी ने कहा था की देश का प्रत्येक नागरिको को खादी का वस्त्र पहनना चाहिए जिससे हमारे देश में उत्पादन करने वाले खादी -ग्रामोद्योग के उद्योगकर्ता भूखों ना मरे। पर आजकल लोग खादी का कपडा नहीं पहन रहे है और ना ही उन्हें गाँधी जी की बातें याद है।
झारखण्ड के जिला बोकारो प्रखंड नावाडीह से सुमंत कुमार मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि टीवी पर विज्ञापन देख कर ही लोग मच्छर भगाने वाले क्वायल ख़रीदे जाते है।लेकिन इसमें पायी जाने वाली खतरनाक गैस हॉफथिन जो सौ सिगरेट से भी ज़्यादा खतरनाक है।इसलिए मच्छर भगाने के लिए अपने आस पास के क्षेत्रों में जमे हुए पानी को साफ़ रखना चाहिए गंदगी मुक्त रखना चाहिए।और इसके लिए लोगो को तुलसी और गेंदे का फूल ज़्यादा लगाना चाहिए।साथ ही नीम का तेल इस्तेमाल करना चाहिए।
झारखण्ड के जिला बोकारो प्रखंड नावाडीह से सुमंत कुमार जी मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है कि गुंजाडीह और इसके आस-पास क्षेत्रों में 12 माह नालियों से पानी बहता रहता है ।जिससे यहाँ की जनता त्रस्त रहती है।इससे मच्छरों की संख्या में काफी वृद्धि हो रही है जिससे लोगों में मलेरिया का ख़तरा बढ़ सकता है।इतना ही नहीं यहाँ की परेशानी को देखते हुए समुदाय के किसी भी व्यक्ति द्वारा कोई सार्थक प्रयास नहीं किया जा रहा है।
बोकारो जिला के नावाडीह प्रखंड से,सुमंत कुमार मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे हैं कि लोक शिक्षा केंद्रों के प्रेरकों का वेतन पिछले 13 महीनों से नहीं मिला है,जिसकी वजह से इन प्रेरकों की हालत भुखमरी की हो गयी है।नावाडीह प्रखंड के प्रेरक मुख्य सचिव ने जानकारी देते हुए बताया कि हमारा काम 15 वर्ष से ले कर 60 वर्ष तक की महिलाओं को जो निरक्षर हैं,उनको लोक शिक्षा केंद्र के माध्यम से उन्हें साक्षर बनाना है और हम इस कार्य को पूरी निष्ठा के साथ कर रहे हैं।पिछले तेरह माह से वेतन अटके होने के कारण हमारी हालत भुखमरी जैसी हो रही है।इसलिए प्रखंड प्रसाशन से निवेदन हैं की इस समस्या का समाधान जल्द किया जाए।
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