समस्तीपुर जिले में शुक्रवार को एक कोरोना पॉजिटिव मरीज की पहचान की गई है। उक्त मरीज हसनपुर प्रखंड के एक गांव का बताया गया है। मिली जानकारी के अनुसार हसनपुर गांव में लगभग 50 वर्षीय पुरुष कोरोना जांच में पॉजिटिव पाया गया। जिसके कारण उनके संपर्क में आने वाले लोगों का भी सैंपल लिया जाएगा। इसके साथ ही जिले में कोरोना पॉजिटिव मरीज की संख्या बढ़कर दो हो गई है। बता दें कि तीन दिन पूर्व उजियारपुर प्रखंड के एक गांव में भी एक युवक कोरोना पॉजिटिव पाया गया। फिलहाल जिले में प्रतिदिन लगभग 4000 लोगों का कोरोना जांच कराया जाता है।
700 स्कूली बच्चों ने ली कोरोना का टीका
24 घंटे में सदर अस्पताल के एक डॉक्टर समेत 141 लोग पॉजिटिव पाए गए हैं। जबकि इस दौरान 214 लोग ठीक भी हुए हैं। सर्वाधिक मामला 23 विद्यापतिनगर में सामने आया है। इसके अलावा वारिसनगर व ताजपुर में 17-17 व विभूतिपुर व बिथान में 16-16 मामला सामने आया है।विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।
समस्तीपुर जिले में गुरुवार को सिविल सर्जन, दो लैब टेक्नीशियन सहित कुल 27 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए। जिसके साथ ही जिले में एक्टिव मरीजों की संख्या 88 पहुंच गयी है। सदर अस्पताल में एंटीजन टेस्ट में सीएस व लैब टेक्नीशियन पॉजिटिव पाए गए हैं। सीएस ने बताया कि आरटीपीसीआर रिपोर्ट आनी बांकी है। जिले में 21 कोरोना पॉजिटिव मिला है। जिसके कारण एक्टिव मरीजों की संख्या 70 पहुंच गयी है। इधर, रेलवे में भी छह रेल कर्मी संक्रमित पाए गए। जिसके कारण रेलवे कॉलोनी में एक्टिव मरीजों की संख्या 18 पहुंच गयी है। इसके साथ ही संपूर्ण जिले में एक्टिव मरीजों की संख्या 88 पहुंच गयी है। वहीं रेलवे अस्पताल में चार मरीज भर्ती हैं। जिसका इलाज जारी है। मिली जानकारी के अनुसार सदर अस्पताल में 104 एंटीजन टेस्ट किया गया, जबकि 70 आरटी पीसीआर सैंपल लिया गया। एंटीजन टेस्ट में 16 संक्रमित पाए गए हैं। इसमें जिला स्वास्थ्य समिति के एक अधिकारी, लैब टेक्नीशियन के अलावे अन्य शामिल हैं।इस खबर को सुनने के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।
दीपावली और छठ महापर्व में दूसरे राज्यों से घर लौटने वाले लोगों की कोरोना जांच होगी। टीम एंटीजन किट से जांच करेगी। जांच में निगेटिव रिपोर्ट आते ही तत्काल उन्हें घर भेज दिया जाएगा। वहीं पॉजिटिव रिपोर्ट आने पर फिर से आरटी-पीसीआर जांच के लिए सैंपल लिया जाएगा। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।
जिले में आरटी-पीसीआर जांच जल्द से जल्द शुरू कराने को लेकर तैयारी युद्धस्तर पर चल रही है। निजी स्तर पर संचालित पैथोलैब में भी आरटी-पीसीआर जांच होती है। हालांकि इस जांच के काफी पैसे निजी स्तर पर पैथोलैब में लग जाते हैं। कोरोना के मामले में जांच रिपोर्ट आने में विलंब को लेकर परेशानी का बड़ा कारण यह है कि संक्रमित व्यक्ति तब तक बड़ी संख्या में लोगों को संक्रमित कर चुके होते है। आरटी-पीसीआर जांच की यहां पर व्यवस्था हो जाने से लोगों को जांच रिपोर्ट के लिए इंतजार नहीं करना होगा।विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।
कोरोना जांच कर रहे समस्तीपुर सदर अस्पताल के ltt सरोज कुमार से मोबाइल वाणी संवाददाता की वार्ता
साथियों, संक्रमण फैल रहा है और हमें पहले से ज्यादा सतर्कता की आवश्यकता है. इसके साथ ही जरूरी है कि जल्द से जल्द कोरोना बचाव का टीका लगवा लिया जाए. हम आपसे जानना चाहते हैं कि क्या आपने अब तक कोरोना बचाव वैक्सीन लगवाई है? क्या आपको भी टीकाकरण के पंजीयन में परेशानी आ रही है, जैसे ओटीपी ना आना या फिर सर्वर डाउन होना? क्या आपके क्षेत्र में मोबाइल—इंटरनेट के अलावा पंजीयन का कोई और तरीका है? टीकाकरण अभियान से संबंधित अगर कोई भी परेशानी आ रही है तो उसे मोबाइलवाणी पर रिकॉर्ड करें. हमारे वॉलिंटियर आप तक मदद पहुंचाने का प्रयास करेंगे. अपनी बात हम तक पहुंचाने के लिए फोन में अभी दबाएं नम्बर 3.
मोबाइल वाणी क माध्यम से सौरव जी से साक्षात्कार लिया गया है। जिसमें उन्होंने बताया कि उनको लक्षण दिखाई दिया की उनके पैरों में दर्द हो रहा था और चेक कराने पर उनका कोरोना पॉजिटिव निकला तब उन्हों ने घरेलु उपचार भी किया गार्गल करना भांप लेना काढ़ा पीना आदि घरेलु उपचार किया ।उन्होंने बतया की दवा खाने के बाद भी उनको बुखार आ रहा था तब उनको घबराहट हुई और जब एंटीजॉन जाँच कराया तो पता चला की उनको और साथ में रहने के कारण उनकी पत्नी भी कोरोना संक्रमित हो गयी। एंटीजॉन जाँच पॉजिटिव आने पर आरटीपीसीआर भी पॉजिटिव आटा है
बिहार राज्य के समस्तीपुर जिला से मोबाइल वाणी संवाददाता मेहताब आलम ने राजा राम से साक्षात्कार लिया जिसमें उन्होंने जानकारी दी कि अभी हमलोग जो कोरोना की दूसरी लहर झेल रहे हैं इससे ग्रामीण क्षेत्र में अभी बहुत ज्यादा प्रभाव पड़ा है। जो गांव अछूते थे वो भी इस महामारी के चपेट में आ गये हैं। गाँव में जो स्वाथ्य सुविधा है वो नगण्य मात्र रही है। सरकारी अस्पताल में दवाओं का आभाव है। पूरी जानकारी के लिए लिंक को अभी क्लिक करें।