श्रोता ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि जीब दास साहू द्वारा आम के मंज़र सम्बंधित दी गई जानकारी अच्छी लगी और यह लाभदायक सुझाव है। किसानों को इससे लाभ मिलेगा

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झारखंड राज्य के हजारीबाग जिला से मोबाइल वाणी संवाददाता गीता सिंह जानकारी दे रही हैं कि मोबाइल वाणी पर चलने वाले कृषि कार्यक्रम को सुन कर हजारीबाग के किसान बहुत जागरूक हुए हैं। उन्हें काफी अच्छी जानकारी इस कार्यक्रम के माध्यम से मिल जाती है

झारखंड राज्य के हजारीबाग जिला से मोबाइल वाणी संवाददाता गीता सिंह जानकारी दे रही हैं कि सभी ग्राम वासी को मोबाइल वाणी पर गांव आजीविका कार्यक्रम सुन कर बहुत कुछ सिखने मिला। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

झारखण्ड राज्य के हज़ारीबाग जिला से मोबाइल वाणी संवाददाता गीता सिंह ने बताया कि ग्राम वाणी /मोबाइल वाणी पर कृषि सम्बंधित कार्यक्रम प्रसारित किया जा रहा है। वह बहुत फायदेमंद है। धान की बुआई के बारे में बहुत अच्छी जानकारी दी गई है।कृषि विशेषज्ञ कपिल शर्मा द्वारा दी गई जानकारी लाभदायक है। किसानों से इनका आग्रह है कि वो इस कार्यक्रम को सुनें और जानकारी हासिल कर के अपने खेतों में उपयोग कर के लाभ उठाएं। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

झारखण्ड राज्य के हज़ारीबाग़ जिला से राजेश्वर महतो ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि जो लोगों के घरों में जमा आलू करके रखे गए थे। वह अब कीटों और बीमारियों के कारण, सभी आलू नष्ट हो गए और आलू को बाहर फेंकना पड़ा। इसलिए आलू के रख रखाव में जानकारी साझा करें

मोबाइल वाली पर जो आजीविका का कार्यक्रम चल रहा है वह लोगों को बहुत पसंद आ रहा है उसे नहीं नहीं जानकारियां मिलती हैं इसके लिए मोबाइल वाणी को धन्यवाद

झारखण्ड राज्य, बोकारो जिला से राजकुमार मेहता मोबाइल वाणी के माध्यम से जानकारी देते हुए कह रहें हैं कि, भारतीय किसान गर्मियों के मौसम की शुरुआत में बड़े पैमाने पर तरबूज उगाते हैं। तथा तरबूज़ की खेती करने का तरीक़ा बता रहें हैं

झारखण्ड राज्य, हज़ारीबाग जिला से राजकुमार मेहता मोबाइल वाणी के माध्यम से जानकारी देते हुए कह रहें हैं कि, तरबूज की खेती के लिए मध्यम काली जल निकासी मिट्टी उपयुक्त है। तरबूज के लिए मिट्टी का स्तर पाँच से सात तक उपयुक्त है और तरबूज की फसल के लिए गर्म और सूक्ष्म जलवायु और चौबीस डिग्री सेल्सियस से सत्ताईस डिग्री सेल्सियस तक प्रचुर मात्रा में धूप की आवश्यकता होती है।

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