जिले के सभी प्रखंडों के सभी सरकारी विद्यालयों में शुक्रवार को बिहार सरकार शिक्षा विभाग के आदेशानुसार बिहार पृथ्वी दिवस बड़े ही धूमधाम से मनाया गया। वही सिकन्दरा प्रखंड के उ मध्य विद्यालय चितौनी में प्रधानाध्यापक धीरेंद्र कुमार सिन्हा की उपस्थिति में बिहार पृथ्वी दिवस पर शिक्षक श्याम कु कुशवाहा के द्वारा उपस्थित सभी बच्चों को 11 सूत्रीय संकल्प दिलाया गया। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।
बिहार राज्य के जमुई जिला से मोबाइल वाणी संवाददाता रजनी कुमार जानकारी दे रहे हैं कि जिले के खैरा प्रखंड के दाबिल पंचायत के किसान जल स्तर की समस्या से जूझ रहे हैं दाबिल गांव का जलस्तर काफी नीचे चला गया है। जिससे गांव के बोरवेल से पानी निकालना बंद हो गया है। ऐसी स्थिति में पंचायत के किसान अब तक मात्र 10% के आसपास धान की बुवाई कर पाए हैं। वह भी भगवान के भरोसे पंचायत के पूर्व मुखिया मुरारी सिंह बताते हैं कि नदी के बालू का लगातार उत्खनन ने जल स्तर को काफी नीचे पहुंचा दिया है। जिससे यहां के किसानों के समक्ष सिंचाई की समस्या उत्पन्न है। क्षेत्र में ना तो सिंचाई का कोई और साधन है और ना ही आशा के अनुकूल बारिश हुई है। ऐसे में किसान सूखे की मार झेलने को विवश है।
बिहार राज्य के जमुई जिला से मोबाइल वाणी के संवाददाता आशुतोष पाण्डेय जी ने रिटायर्ड पुलिस सब-इंस्पेक्टर श्री नन्दकिशोर पासवान जी से बातचीत की। जिसमें उन्होंने जानकारी दी कि परिवार और समाज द्वारा जागरूकता लाकर बाल विवाह और भ्रूण हत्या को रोका जा सकता है। आज भी गाँव में जागरूकता की कमी है जिस कारण बाल विवाह के मामले ग्रामीण क्षेत्र आगे है। साथ ही उन्होंने बताया कि समाज में भ्रूण हत्या भी एक बहुत बड़ी समस्या है
7 अगस्त से केंद्रीय चयन परिषद पटना द्वारा सिपाही पद के लिए लिखित परीक्षा का आयोजन किया जाएगा परीक्षा को लेकर जिला प्रशासन द्वारा कुल आठ परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं जिसमें 7 परीक्षा केंद्र मुख्यालय में एवं एक परीक्षा केंद्र मुख्यालय से लगभग 6 किलोमीटर दूर मलयपुर में बनाया गया है। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।
बिहार राज्य के जमुई जिलाके गिद्धौर प्रखंड से मोबाइल वाणी के संवाददाता आशुतोष पाण्डेय जी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से शिक्षक कपिलदेव प्रसाद रावत जी से बातचीत की जिसमें उन्होंने जानकारी दी कि बालविवाह को अगर नहीं रोका गया तो बहुत जल्दी ही समाज में अन्धकार आ जायेगा। शिक्षा का सही ढंग से उपयोग कर और समाज के प्रबुद्धजनों द्वारा जागरूकता लाकर बाल विवाह और भ्रूण हत्या को खत्म किया जा सकता है। अब इस तकनीकी युग में यह देखा जा रहा है कि गर्भ में लड़का है या लड़की यह आसानी से पता चल जाता है और अगर यह पता चलता है कि यह एक लड़का है तो यह ठीक है और अगर यह एक लड़की है तो गर्भ को नष्ट कर दिया जाता है जो नैतिक और कानूनी रूप से बहुत गलत बात है। इसके रोकथाम के लिए समाज को जागरूक और शिक्षित करना बहुत जरूरी है
बिहार राज्य के जिला जमुई से नागमणि कुमार की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से मिनाक्षी सिंह से हुई। मिनाक्षी सिंह यह बताना चाहते है कि महिला के खिलाफ हिंसा को हटाने के लिए सबसे पहले हमे दहेज़ प्रथा को ख़तम करना होगा। अगर दहेज़ प्रथा को ख़त्म किया जाता है और महिला शिक्षित है तो उसके लिए हिंसा ख़त्म हो जायेगा। महिला और पुरुष को लड़की के सम्बन्ध में यह नहीं सोचना चाहिए की वह सिर्फ घर में रहेगी। आज महिला सभी कार्य कर रही है। अगर महिला के साथ हिंसा होती है तो मीडिया तक बात को पहुंचाना चाहिए ताकि बात सरकार तक पहुंचे और हिंसा को रोका जाये।
बिहार राज्य के जिला जमुई से नागमणि कुमार की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से आकाश कुमार से हुई। आकाश कुमार यह बताना चाहते है कि महिलाओं के खिलाफ भेद - भाव और हिंसा को ख़त्म करना जरूरी है। महिला दहेज़ प्रथा के खिलाफ प्रताड़ित होती है। महिला को समान अधिकार नहीं मिलता है। जब तक महिला में शिक्षा का विकास नहीं होगा तब तक महिला का विकास नहीं होगा। लैंगिक समानता मतलब लड़का और लड़की में कोई भेद - भाव नहीं होता है। महिला और पुरुष को समान अधिकार मिलना चाहिए। हर काम में महिला बढ़ - चढ़कर भाग ले रही है। महिला को प्रोत्साहित किया जा सकता है। किसी तरह की घटना होती है तो उसमे समाज , नागरिक , मीडिया की अहम भूमिका होती है।
बिहार राज्य के जमुई जिला के बरहट प्रखंड से संवाददाता आशुतोष पाण्डेय ने मोबाइल वाणी के माध्यम से शिक्षक अमित कुमार से बातचीत की जिसमें उन्होंने जानकारी दी कि महिलाओं के खिलाफ हिंसा को रोकने के लिए सेबल पहले शिक्षा की आवश्यकता है। जब तक लोग शिक्षित नहीं होंगे हले के समय में महिलाएं बहुत पिछड़ी हुई थीं, लेकिन धीरे धीरे सरकार की तरफ से कई योजनाएं आयी है जिससे महिलाओं की स्थिति में काफी सुधर आया है। शिक्षा की कमी के कारण आज भी हिंसात्मक घटनाएं घटती रहती है। हमारे समाज में शिक्षा की उचित व्यवस्था नहीं है, इस पर समाज को ध्यान देने की आवश्यकता है। साथ ही महिला और पुरुष को समान अधिकार मिले इसके लिए समाज को जागरूक करने की आवश्यकता है
बिहार राज्य के गिद्धौर मोबाइल वाणी के संवाददाता आशुतोष पाण्डेय ने ग्रामीण चिकित्सक बचनदेव प्रसाद यादव जी से बातचीत की जिसमें उन्होंने जानकारी दी कि महिलाओं को शिक्षा के प्रति जागरूक कर और समझदारी को विकसित कर महिलाओं के प्रति उत्पीड़न को समाप्त किया जा सकता है।
बिहार राज्य के जमुई जिला के बारहट प्रखंड से संवाददाता आशुतोष पाण्डेय ने मोबाइल वाणी के माध्यम से पुलिस उप निरीक्षक पद से सेवानिवृत हुए नंदकिशोर पासवान जी से बातचीत की जिसमें उन्होंने जानकारी दी कि महिलाओं के खिलाफ हिंसा को रोकने के लिए सबसे पहले महिलाओं को शिक्षित करना होगा। महिलाएं शिक्षित होंगी तो समाज में जागरूकता आएगी। लड़का और लड़की में भेदभाव बहुत पहले से चला आ रहा है। लेकिन आज के समय में इसके लिए कई प्रकार से जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है और समाज में भेदभाव में कमी देखने को भी मिल रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में अभी ज्यादातर लैंगिक भेदभाव का मामला देखने को मिलता है। सरकार इसके लिए कई प्रयास कर रही है। महिलाएं शिक्षित होगी तो अपने बच्चों को भी शिक्षित कर पायेगी