बिहार राज्य के गिद्धौर मोबाइल वाणी के संवाददाता आशुतोष पाण्डेय ने सामाजिक कार्यकर्ता श्री देवनंदन पंडित से बातचीत की जिसमें उन्होंने जानकारी दी की शिक्षा प्राथमिक है। अगर शिक्षा नहीं होगा तो कोई भी समाज रहे वह पीछे चला जायेगा। बिहार में शिक्षा बढ़ी है। जहाँ शिक्षा नहीं है वहां समाज अधूरा है। अगर पुरुष एक से अधिक शादी करता है तो उनको भेद - भाव करना पड़ता है। विदेशों में भी महिलाओं के साथ भेद - भाव चलता है। महिलाओं को भूमि पर अधिकार मिलना चाहिए और मिल भी रहा है लेकिन इसमें विदेश में पुरुष महिला के नाम से जमीन लेकर अपने नाम से कर लेता है और बेच देता है। लेकिन भारत में ऐसा है की पति के मर जाने के बाद पत्नी के नाम से अपने आप हो जाता है और इससे सम्बन्धी कानून भी है। बिना महिला के समाज नहीं चलेगा।