साथियों, हम कोविड के सबसे विकराल पडाव को पार कर आगे तो बढ रहे हैं पर चुनौतियां हैं कि कम होने का नाम नहीं ले रहीं. खासतौर से मजदूर वर्ग के लिए. मजदूर परिवारों का संघर्ष कोविड काल के दौर में मुश्किल भरा हो गया था और यह दिन पर दिन कठिन ही हो रहा है. इसमें सबसे दुखद तस्वीर जो सामने आई है वो है बाल श्रमिकों की संख्या में इजाफा होना. परिवार को आर्थिक सहायता देने के लिए बहुत बड़ी संख्या में बाल श्रमिक महानगरों का रूख कर रहे हैं. सुनने के लिए इस ऑडियो को क्लिक करें