जिला पदाधिकारी जमुई अवनीश कुमार सिंह के निर्देशा के आलोक में श्रम अधीक्षक जमुई पूनम कुमारी के नेतृत्व में बाल श्रम पर अंकुश लगाने को लेकर गुरुवार को पदाधिकारियों की एक धावा दल गठित की गई। धावादल की टीम एवं पुलिस बल के सहयोग से जमुई नगर क्षेत्र से कुल 04 बाल श्रमिकों को मुक्त कराया गया जिसमें सुनील बसंत बहार से 01 बाल श्रमिक, बिहारी बाबू होटल से 01 बाल श्रमिक, सुरभि स्वीट से 01 बाल श्रमिक एवं निर्माणाधीन मकान से 01 बाल श्रमिक को विमुक्त कराया गया। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

उड़ान परियोजना अन्तर्गत सेव द चिल्ड्रेन/यूनिसेफ के तहत इस बैठक का आयोजन हरनौत प्रखंड सभागार में प्रखंड विकास पदाधिकारी उज्जवलकांत की अध्यक्षता में की गई ।बैठक में व्यक्तिगत परिचय के साथ सभी का अभिवादन किया गया। मुख्य रुप से बैठक में प्रखंड स्तरीय बाल संरक्षण समिति गठन के उद्देश्य तथा प्रखंड, पंचायत ,वार्ड स्तरीय संरचना पर विस्तृत चर्चा की गई ।जिसमें समिति के अध्यक्ष प्रमुख ,उपाध्यक्ष, उपप्रमुख ,सचिव सीडीपीओ तथा प्रखंड स्तरीय सभी हितधारक सदस्य होते हैं ।पुनः प्रखंड समन्वयक सुधा कुमारी द्वारा बताया गया कि 18 वर्ष से नीचे उम्र के व्यक्ति को बच्चा कहते हैं।संयुक्त राष्ट्र संघ में बाल अधिकार समझौता विश्व स्तरीय 1989 में हुई थी ,जिसमें 54 बाल अधिकार पारित किए गए थे ।उसमें से मुख्य चार बाल अधिकार जीने का,विकास का, सुरक्षा का एवं सहभागिता का अधिकार पर विस्तार से जानकारी दी।विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर। 

जमुई के खैरा प्रखंड अंतर्गत केन्डीह गांव के निजी विवाह भवन में बालश्रम जागरूकता को लेकर एम भी फाउंडेशन द्वारा बालश्रम निषेध दिवस की पूर्व संध्या पर कार्यक्रम आयोजित किया गया ! जिसमें मुख्य अतिथि के रूप मे भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य विकास प्रसाद सिंह सहित माँगोबन्दर पंचायत के मुखिया रमेश पासवान, समाजसेवी संतोष राणा, माले नेता बाबूसाहब ने दीप प्रज्वलित कर विधिवत उद्घाटन किया !विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

साथियों, हम कोविड के सबसे विकराल पडाव को पार कर आगे तो बढ रहे हैं पर चुनौतियां हैं कि कम होने का नाम नहीं ले रहीं. खासतौर से मजदूर वर्ग के लिए. मजदूर परिवारों का संघर्ष कोविड काल के दौर में मुश्किल भरा हो गया था और यह दिन पर दिन कठिन ही हो रहा है. इसमें सबसे दुखद तस्वीर जो सामने आई है वो है बाल श्रमिकों की संख्या में इजाफा होना. परिवार को आर्थिक सहायता देने के लिए बहुत बड़ी संख्या में बाल श्रमिक महानगरों का रूख कर रहे हैं. सुनने के लिए इस ऑडियो को क्लिक करें

संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों की एक नई रिपोर्ट कह रही है कि दुनियाभर में बाल मजदूरों की संख्या में 16 करोड़ नए बच्चों ने इजाफा किया है. यह बीते 4 दशक की सबसे बड़ी बढोत्तरी है. इसके पीछे दो कारण है. पहला, परिवार की आर्थिक स्थितियां खराब हो गईं हैं इसलिए अब परिवार का हर सदस्य अपनी क्षमता के हिसाब से काम की तलाश कर रहा है और दूसरा, स्कूल बंद हैं. और भला...मजदूर के आंगन में खेलता हुआ बच्चा कब किसे अच्छा लगा है.... सो उसे भी काम की आग में झोंका जा रहा है. दिल्ली, मुंबई, सूरत, अहमदाबाद समेत कई महानगरों में बाल श्रमिकों की संख्या तेजी से बढ़ी है. जो चिंता का विषय होना चाहिए.दोस्तों --बाल मज़दूरी के बारे में आप क्या सोचते है ? -- आखिर क्यों हमें बाल मज़दूरी समाप्त करनी चाहिए ? -- आपके हिसाब से बाल मज़दूरी कारण है ? इस बारे में अपने विचार और अनुभव बताने के लिए अभी दबाएँ अपने फोन में नं 3 और रिकॉर्ड करें अपनी बात 

अंतर्राष्ट्रीय बाल श्रम निषेध दिवस(12 जून )के मौके पर जाने-माने समाजसेवी तथा सद्भावना मंच (भारत )के संस्थापक दीपक कुमार ने कहा कि बच्चे किसी देश के भविष्य होते हैं लेकिन भूख से बिलबिलाते, गरीबी की मार झेलते और बाल दासता की जंजीरों से जकड़ा यह बचपन किसी देश का भविष्य कैसे हो सकता है ?विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

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जागरूकता कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन सेव द चिल्ड्रेन के जिला समन्वयक श्री रवि कुमार ,प्राथमिक विद्यालय चेरन के प्रधानाध्यापक शशि भूषण प्रसाद एवं पर्यवेक्षिका रेणु कुमारी के द्वारा संयुक्त रूप से दीप जलाकर किया गया। सेव द चिल्ड्रेन की सुधा कुमारी एवम् राज अंकुश शर्मा द्वारा विस्तारपूर्वक पंचायत से लेकर जिला स्तर तक की सरकारी योजनाओं के बारे में जानकारी दी गई।जिसमें लिंग भेद , बाल व्यापार , बाल शोषण आदि मुद्दों पर चर्चा की गई। शिविर में मुख्य रूप से माता पिता और अभिभावकों को जागरूक रहने की सलाह दी गई।मनरेगा,परवरिश योजना , पेंशन योजना , स्पॉन्सरशिप , स्वास्थ्य कार्ड, आदि पर विस्तृत चर्चा हुई। इस मौके पर सेव द चिल्ड्रेन के जिला समन्वयक श्री रवि कुमार ने कहा कि बच्चे के मुद्दे जैसे- बाल विवाह , बाल मजदूरी , बाल तस्करी एवम् देखरेख की कमी जैसे खतरों से निजात दिलाने के लिए अभिभावकों एवं ग्रामीणों के बीच जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से ही सामाजिक सुरक्षा योजना पर इस शिविर का आयोजन किया गया। इस मौके पर समाजसेवी दीपक कुमार ,चन्द्र उदय कुमार प्राथमिक विद्यालय धर्मपुर के प्रधानाध्यापक श्री रवि शंकर , प्राथमिक विद्यालय चेरण के शिक्षक शशि भूषण प्रसाद रूवी कुमारी , बार्ड सदस्य उपेन्द्र राम, आईसीडीएस पर्यवेक्षिका रेणु कुमारी , आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सुषमा कुमारी, आशा कार्यकर्ता सुनीता देवी ,जीविका मित्र कुषुम कुमारी सहित अन्य मौजूद थे।विस्तृत जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें। 

स्वयंसेवी संस्था शिल्पग्राम झा मटिया के पूर्णाडीह स्थित कार्यालय में महिला सशक्तिकरण ,स्वच्छता, पेयजल व बाल श्रम उन्मूलन को लेकर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया । विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर। 

,क्या आपके आसपास भी कम उम्र के बच्चे मजदूरी कर रहे हैं? जैस घरों का काम , चाय की दुकान पर , ढाबे और ईंट भत्तों पर काम कर रहे हैं ? क्या आपके आसपास भी किसी बच्चे का शारीरिक या मानशिक शोषण हो रहा है? क्या किसी प्रकार का भेदभाव का भी बच्चों को सामना करना पर रहा है ? इसके अलावा आपके मन कोई और सवाल या शिकायत हो तो आप जरूर हमसे साझा करें , हमारे समुदायिक संवाददता और सहयोगी संस्था की मदद से हर संभव समाधान की पहल करेंगे.