जिला उपकृषि निदेशक कार्यालय पर सम्मान निधि के लिए लम्बी लाइन लग रही है

संग्रामपुर थाना अंतर्गत पूरे दुर ई गांव में विद्युत करंट से घायलों की किया मदद

भवानी पुर मजरे भौसिहपुर गांव को आने जाने के लिए मार्ग न होने से ग्रामीणों ने प्रदर्शन करते हुए उपजिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा है

पुलिस की निष्क्रियता से मां कालिका धाम में चोरी का सिलसिला जारी है भीड़ ने एक किशोर को चोरी के आरोप में पीट कर बेहोश कर दिया एम्बुलेंस किशोर को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र संग्रामपुर ले जाकर के इलाज कराया

पुलिस परीक्षा में शामिल हुए युवकों ने राज्यपाल को एक ज्ञापन देने के लिए उप जिलाधिकारी को सोप जिसमें पुलिस परीक्षा रद्द करने की मांग की गई थी

जिलाधिकारी ने जिले के माडल स्कूलो का निरीक्षण किया बच्चों से किताब पढ़वाए

जिलाधिकारी तथा पुलिस अधीक्षक ने जिले में आयोजित पुलिस परीक्षा के केंद्रों के लिए जायजा लिया

घरेलू हिंसा सभ्य समाज का एक कड़वा सच है।आज भले ही महिला आयोग की वेबसाइट पर आंकड़े कुछ भी हो जबकि वास्तविकता में महिलाओं पर होने वाली घरेलु हिंसा की संख्या कई गुना अधिक है। अगर कुछ महिलाएँ आवाज़़ उठाती भी हैं तो कई बार पुलिस ऐसे मामलों को पंजीकृत करने में टालमटोल करती है क्योंकि पुलिस को भी लगता है कि पति द्वारा कभी गुस्से में पत्नी की पिटाई कर देना या पिता और भाई द्वारा घर की महिलाओं को नियंत्रित करना एक सामान्य सी बात है। और घर टूटने की वजह से और समाज के डर से बहुत सारी महिलाएं घरेलु हिंसा की शिकायत दर्ज नहीं करतीं। उन्हें ऐसा करने के लिए जो सपोर्ट सिस्टम चाहिए वह हमारी सरकार और हमारी न्याय व्यवस्था अभी तक बना नहीं पाई है।बाकि वो बात अलग है कि हम महिलाओं को पूजते ही आए है और उन्हें महान बनाने का पाठ दूसरों को सुनाते आ रहे है। आप हमें बताएं कि *-----महिलाओं के साथ वाली घरेलू हिंसा का मूल कारण क्या है ? *-----घरेलू हिंसा को रोकने के लिए हमें अपने स्तर पर क्या करना चाहिए? *-----और आपने अपने आसपास घरेलू हिंसा होती देखी तो क्या किया?

खबर अमेठी जनपद के मुसाफिरखाना कोतवाली क्षेत्र से है जहाँ अपने अपने अपने दुर्गंध भवानी मंदिर में हुई चोरी का पुलिस ने खुलासा किया है।

खबर अमेठी जनपद की जायस नगर पालिका के जगदीशपुर मोड का है जहां पर सड़क गड्ढे में तब्दील हो गई है आए दिन सड़क दुर्घटनाएं होती रहती हैं। उसके बावजूद भी नेशनल हाईवे के संबंधित अधिकारी नहीं जग रहे हैं। कस्बे वासियों का आरोप है किनारे हुए भी कर गड्ढे के चलते लगातार दुर्घटनाएं हो रही हैं।