बिहार राज्य के भोजपुर ज़िला से ऋतिक कुमार की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से मनोज से हुई।मनोज कहते है कि मोबाइल वाणी में दस्तक दल अभियान कार्यक्रम तनी बात त सुनी भाग पांच चल रहा है। इसमें पानी बचाने की जानकारी दी गई है।ये लोग सभी अन्य लोगों को जल वायु प्रदूषण से जागरूक करते है। बच्चों और बड़ों को पेड़ पौधों को पानी देने की जानकारी देते है। और पानी नहर ,कुआँ के पानी को बचाना क्यों ज़रूरी है इसको लेकर लोगों को जागरूक करते है
बिहार राज्य के भोजपुर ज़िला के सन्देश प्रखंड से ऋतिक कुमार ,मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि कचड़ा इधर उधर नहीं फेंकना चाहिए।कूड़ा को कूड़ेदान में ही फेंकना चाहिए। कचड़ा इधर उधर फेंकने से प्रदुषण होता है और हानि भी होता है
बिहार राज्य के भोजपुर जिला से ऋतिक कुमार ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि घरों से निकलने वाले सभी गंदे पानी जो नदी नहरों और तालाबों में बहती है। या फैक्टरी का सारा कचरा गन्दगी नदियों और तालाबों में गिर रहा है, जिसके कारण वहाँ पानी प्रदूषित हो रहा है और इस वजह से लोग बीमार हो रहे हैं। साथ ही लोग यहाँ वहां कचरा डालते हैं , हवा को प्रदूषित करते हैं।
इस कार्यक्रम में हम जलवायु परिवर्तन के कारण बदलते मौसम और असमान बारिश के पैटर्न से उत्पन्न हो रहे जल संकट पर चर्चा करेंगे। "मौसम की मार, पानी की तकरार" से लेकर "धरती प्यासी, आसमान बेपरवाह" जैसे गंभीर मुद्दों पर गहराई से विचार किया जाएगा। हम समझेंगे कि कैसे सूखा और बाढ़ दोनों ही हमारे जल संसाधनों को प्रभावित कर रहे हैं, और इन समस्याओं से निपटने के लिए सामूहिक और व्यक्तिगत स्तर पर क्या समाधान हो सकते हैं। हम आपसे जानना चाहते हैं – आपके इलाक़े में पानी की क्या स्थिति है? क्या आपने कोई जल संरक्षण के उपाय अपनाए हैं? या आप इस दिशा में कोई क़दम उठाने की सोच रहे हैं?
साथियों, आपके यहां पानी के प्रदूषण की जांच कैसे होती है? यानि क्या सरकार ने इसके लिए पंचायत या प्रखंड स्तर पर कोई व्यवस्था की है? अगर आपके क्षेत्र में पानी प्रदूषित है तो प्रशासन ने स्थानीय जनता के लिए क्या किया? जैसे पाइप लाइन बिछाना, पानी साफ करने के लिए दवाओं का वितरण या फिर पानी के टैंकर की सुविधा दी गई? अगर ऐसा नहीं हो रहा है तो आप कैसे पीने के पानी की सफाई करते हैं? क्या पानी उबालकर पी रहे हैं या फिर उसे साफ करने का कोई और तरीका है? पानी प्रदूषित होने से आपको और परिवार को किस किस तरह की दिक्कतें आ रही हैं?
दीपावली दियों से या धमाकों से? अबकि दीवाली पर हमें यह सोचना ही होगा। ऐसा इसलिए क्योंकि हमारे शहरों की हवा हमारे इस उत्साह को शायद और नहीं झेल पा रही है। हवा इतनी खराब है कि सांस लेना भी मुश्किल हो रहा है। भारत की राजधानी दिल्ली इस मामले में कुछ ज्यादा बदनाम है। दुनिया के सबसे अधिक प्रदूषित जगहों में शामिल दिल्ली में प्रदूषण इतना अधिक है कि लोगों का रहना भी यहां दूभर हो रहा है।