बिहार राज्य के औरंगाबाद जिला से मोबाइल वाणी संवाददाता कोमल कुमारी जानकारी दे रही हैं कि आज की महिलायें आधुनिक युग के अनुसार अपनी जिंदगी जी रही हैं। महिलायें सभी क्षेत्रों में अपना नाम रोशन कर बड़े-बड़े पदों पर कार्यरत हैं। लेकिन यह मनोवृति अभी तक शहरी क्षेत्रों तक ही सिमित है। ग्रामीण क्षेत्र में आज भी महिलायें दयनीय स्थिति में हैं। जब वो अपने परिवार से आगे बढ़ने के लिए मदद मांगती है तो उनका कोई साथ नहीं देता है। इसलिए ग्रामीण क्षेत्र की महिलायें आज भी बहुत पिछड़ी हुई हैं
बिहार राज्य के औरंगाबाद ज़िला से कोमल कुमारी ,मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि महिलाओं के जीवन को बेहतर बनाने और उन्हें मुख्यधारा से जोड़ने के लिए हमें कई प्रयास करने की आवश्यकता है। हम सभी जानते है आज की महिलाएं सभी क्षेत्रों में पुरुष की बराबरी कर रही हैं। लेकिन कुछ जगहों पर महिलाओं को अपना अधिकार पाने के लिए संघर्ष करना पड़ता है
बिहार राज्य के औरंगाबाद जिला से कोमल कुमारी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि महिलाओं के जीवन को बेहतर बनाने और उन्हें मुख्य धारा में जोड़ने के लिए कई सुधारों की आवश्यकता होती है। महिलाओं को अपने जीवन में संघर्ष का सामना तो करना ही पड़ता है। महिलाओं का जीवन तब बेहतर होगा,जब महिलाएं आगे बढ़ेंगी। महिलाओं को घर के कामों में व्यस्त रखा जाता है,ताकि वो आगे कभी ना बढ़ सके।साथ ही महिलाओं पर कई प्रकार के प्रतिबन्ध लगाए जाते हैं। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।
बिहार राज्य के औरंगाबाद जिला से कोमल कुमारी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि महिलाओं की स्थिति में सुधार के लिए उन्हें सशक्त बनाने की जरुरत है। महिला वो सभी कार्य कर सकती है जो पुरुष कर सकते हैं। महिलाओं को आगे बढ़ने का प्रयास करना चाहिए ना कि पीछे खींचना चाहिए। महिलाओं को काम करने का अधिकार अभी भी भारत के कई क्षेत्रों में नहीं है। सभी को मिल कर महिलाओं की स्थिति में सुधार करना चाहिए तथा जमीनी अधिकार को दिलवाना चाहिए। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।
बिहार राज्य के औरंगाबाद जिला से कोमल कुमारी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि महिलाओं की स्थिति में सुधार के लिए कई नियम बनाए गए हैं। जैसे - बाल विवाह प्रथा को रोकना ,विधवा विवाह को प्रोत्साहित करना ,इत्यादि। पत्नी को पति के बराबर जमीन का हक़ मिलना जरुरी है। इस विषय पर महिलाएं अपनी जुबान को दबा दिया करती हैं,जिससे वो आगे नही बढ़ पाती हैं।कोमल का विचार है कि महिलाओं की स्थिति में सुधार के लिए पति की सम्पत्ति में पत्नी को बराबर का अधिकार मिलना चाहिए। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।
बिहार राज्य के औरंगाबाद जिला से मोबाइल वाणी संवाददाता शिव कुमारी जानकारी दे रही हैं कि महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए सबसे पहले महिला को ही अपनी आवाज बुलंद करनी होगी। महिलाओं को आज से समय में कई अधिकार प्राप्त हैं। लेकिन महिलायें शिक्षित नहीं होने के कारण वो अपने अधिकारों से वंचित रह जाती है। पुरुषों से बेहतर कार्य करने के बाद भी महिलाओं को असमानता झेलनी पड़ती है
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बिहार राज्य के औरंगाबाद ज़िला से कोमल ,मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि महिलाएं समृद्धि और उत्थान के महत्वपुर्ण अंग है। उनका सकारात्मक सामाजिक-आर्थिक और सांस्कृतिक योगदान समृद्धि में मदद करता है और समाज को उनके सकारत्मक भूमि से लाभ होता है। परिवार संरचना में महिलाएँ महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। महिलाओं को जमीनी अधिकार होना आवश्यक है क्योंकि आगे चल कर परिस्थिति अनुसार जमीन का इस्तेमाल कर सकते
बिहार राज्य के औरंगाबाद ज़िला से कोमल ,मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि महिलाओं को भूमि अधिकार दिलाने के लिए उन्हें सशक्त बनाना चाहिए। 2 अगस्त 2023 को महिलाओं के भूमि अधिकारों पर काम किया जाने लगा। समाज सेवी संस्थाओं को उनके मानव अधिकार और सम्मान देनी चाहिए। उन्हें पूरी आज़ादी मिलनी चाहिए
बिहार राज्य के औरंगाबाद जिला से मोबाइल वाणी संवाददाता सलोनी कुमारी ने बताया कि पिता या पति के जीवित रहते ही अगर औरत का नाम सम्पत्ति के कागजों में जोड़ दिया जाए तो समस्याओं से बचा जा सकता है। अगर कोई औरत विधवा हो जाती है तो सामाजिक नियमों के अनुसार एक महीने तक उन्हें घर के ही अंदर रहना पड़ता है और उन्हें काफी प्रताड़ना झेलना पड़ता है। उन्हें सम्पत्ति में हिस्सा भी नही दिया जाता है। महिलाओं को मजबूत और जागरूक होना होगा ,तभी वो भूमि का मालिकाना हक़ हासिल कर सकती है
