बिहार राज्य के औरंगाबाद जिला से सलोनी ने मोबाईल वाणी के माध्यम से बताया कि वर्तमान समय में जो काम लड़के कर रहे हैं वो काम लड़कियाँ भी कर रही हैं। लड़कियां किसी भी क्षेत्र में लड़कों से पीछे नही हैं। फिर भी लड़कियों को लड़कों के बराबर हक़ नही मिल रहा है। दोनों को बराबर हक़ मिलना चाहिए और किसी भी प्रकार का भेदभाव नही होना चाहिए। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।
बिहार राज्य के औरंगाबाद जिला से मोबाइल वाणी संवाददाता आशुतोष कुमार जानकारी दे रही हैं कि उप मुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा अपने काफिले के साथ मंगलवार को देवकुंड पहुंचे जहां भाजपा जिला महामंत्री रविशंकर शर्मा के नेतृत्व में बाबा दूधेश्वरनाथ मंदिर के समीप माल्यार्पण व अंगवस्त्र भेंटकर भव्य स्वागत किया। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।
बिहार राज्य के औरंगाबाद जिला से शिव कुमारी देवी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि जब एक महिला असहाय होती है तो उसे किसी से सहायता लेनी पड़ती है। लेकिन इनके अनुसार महिला सहायता लेने के बजाय महिला कोई काम करेगी तो ज्यादा बेहतर होगा। समाज में उनकी एक अलग पहचान बनेगी। महिलाओं को भूमि में अधिकार मिलना चाहिए। क्योंकि जब महिलाओं को लोकतंत्र में भागीदारी हो सकती है तो जमीन में क्यों नही? विकट परिस्थिति में जमीन में हिस्सेदारी होने से हिम्मत मिलेगी। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।
बिहार राज्य के औरंगाबाद जिला से शिव कुमारी देवी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि आज कल की महिलाएं राष्ट्रपति,प्रधानमंत्री और पोलिटिकली बयानी में भी सबसे आगे हैं। महिलाओं को और प्रोत्साहित करने के लिए जमीन में उनको अधिकार दिलाना जरुरी समझते हैं। कई महिलाएं नौकरी करती हैं,फिर भी जमीन में उनको हिस्सा देना बहुत जरुरी है । यदि कोई महिला नौकरी नही करती है तो वो जमीन में फसल उगा कर कोई व्यापार कर सकती है
बिहार राज्य के औरंगाबाद जिला से शिव कुमारी देवी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि महिलाओं को पति के सम्पत्ति में से हिस्सा नही दिया जाता है और जमीनी अधिकार से बेदखल किया जाता है । ऐसा होने पर महिलाएं बहुत बेबस और लाचार हो जाती हैं। वो अपनी आर्थिक स्थिति को नही सुधार पाती हैं। महिलाओं को पैतृक सम्पत्ति में पूरा हक़ मिलना चाहिए। ताकि वो रोजगार एवं खेती-बाड़ी के माध्यम से अपने बच्चे का गुजारा अच्छे से करें तथा उन्हें कामयाब बना सकें। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।
बिहार राज्य के औरंगाबाद जिला से शिव कुमारी देवी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि लड़का और लड़की में फर्क नही करना चाहिए। दोनों ही माता-पिता के संतान होते हैं और दोनों को पढ़ाई-लिखाई में भी समानता का अधिकार मिलना चाहिए । यही नही माता-पिता की सम्पत्ति में भी दोनों को बराबर हक़ मिलना चाहिए। ऐसा होने से बच्चे अपनी आर्थिक स्थिति को बेहतर बना सकते हैं। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।
बिहार राज्य के औरंगाबाद ज़िला से कोमल कुमारी ,मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि जब लोकतंत्र में महिलाओं को बराबरी का अधिकार है तो जमीन में भी महिलाओं का अधिकार होना चाहिए। लोकतंत्र में महिलाएं बढ़ चढ़ कर हिस्सा ले रही है। आधुनिक काल की महिलाएँ पुरुषों की बराबरी कर रही है
बिहार राज्य के औरंगाबाद जिला से मोबाइल वाणी संवाददाता कोमल कुमारी जानकारी दे रही हैं कि हमारे समाज में कुछ लोग ऐसे हैं, जो अपने घर में लड़का और लड़की के बीच अंतर करते हैं। कोई भी गलती की जिम्मेदार लड़की को मानते हैं। लेकिन ये भेदभाव सही नहीं है। दोनों ही बच्चे एक समान हैं और दोनों को एक जैसा प्यार और सम्मान देना चाहिए
बिहार राज्य के औरंगाबाद जिला से मोबाइल वाणी संवाददाता कोमल कुमारी जानकारी दे रही हैं कि लड़का हो या लड़की दोनों ही एक बराबर हैं। इसलिए हमें लिंग भेदभाव नहीं करना चाहिए। लेकिन हमारे समाज में कुछ ऐसे लोग भी हैं जो लड़कियों को बहुत प्यार और सम्मान तो देते हैं। लेकिन उन्हें घर के कामों में उलझा कर रखा जाता है। लड़कियों को आगे बढ़ने के अवसर नहीं मिलते हैं। वहीं लड़कों पर कोई बंदिश नहीं होती है। लेकिन लड़का-लड़की दोनों को बराबर का हक़ मिलना चाहिए
बिहार राज्य के औरंगाबाद जिला से मोबाइल वाणी संवाददाता कोमल कुमारी जानकारी दे रही हैं कि शहर की महिला तो आज अपने हिसाब से एक अच्छी जिंदगी जी पा रही है। लेकिन ग्रामीण क्षेत्र में अब भी स्थिति खराब ही है। क्योंकि गांव के लोगों की मानसिकता महिलाओं को आगे बढ़ने से रोकती है। ग्रामीण क्षेत्र की महिला आगे नहीं बढ़ पाती क्योंकि समाज और परिवार उन्हें कई बंधनों में जकड़ कर रखता है। पहले तो महिला को उनके पति के मृत्यु बाद पति की चिता के साथ ही जला दिया जाता था। लेकिन राजा राम मोहन राय ने इस प्रथा पर रोक लगाईं। आज भी अगर हम महिलाओं को आगे बढ़ते देखना चाहते हैं, तो हमें एक साथ प्रयास करने होंगे
