इस कार्यक्रम में हम जानेंगे कि कैसे गाँव के लोग मिलकर अपने समुदाय को मजबूत बना रहे हैं। जल संरक्षण, ऊर्जा बचत और आपदा प्रबंधन जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर सामूहिक प्रयासों की ताकत को समझेंगे। साथ ही, यह भी जानेंगे कि कैसे छोटे-छोटे कदम मिलकर बड़े बदलाव ला सकते हैं और गाँव के विकास में योगदान दे सकते हैं। क्या आपके समुदाय में ऐसे समूह हैं जो जल संरक्षण, आपदा प्रबन्धन या संसाधन प्रबन्धन पर काम करते हैं? अगर हाँ, तो हमें बताएं कि वे कैसे काम करते हैं? और अगर नहीं, तो इस कार्यक्रम को सुनने के बाद क्या आप अपने समुदाय में ऐसे सामूहिक प्रयास शुरू करने के लिए तैयार हैं?

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पिपरा पंचायत की तिलैय धार में बनेगा छठ घाट मुखिया रीना देवी ने फिता काटकर किया शिलान्यास 15वी वित्त आयोग से 9 लाख के राशि से यह घाट बनेगा

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गोगरी नगर परिषद के जमालपुर पासवान टोला वार्ड न 29 में जल निकास कि समस्या को लेकर जनता परेशान है पर वार्ड पार्षद से लेकर नगर अधिकारी जनता कि समस्या का निदान करने वाला कोसों दूर है। बारिश के समय में तो महीनो भर लोगों के घर के बाहर जल जमाव लगा रहता है।

गोगरी नगर परिषद के जमालपुर पासवान टोला वार्ड न 29 में पिछले कई सालों से सरक का नाला का ढककन टूटने के कारण आए दिन होती ही घटना नगर प्रशासन है मोन।

साथियों गर्मी का मौसम आने वाला है और इसके साथ आएगी पानी की समस्या। आज की कड़ी में हम आपको बता रहे है कि बरसात के पानी को कैसे संरक्षित कर भूजल को बढ़ाने में हम अपना योगदान दे सकते है। आप हमें बताइए गर्मियों में आप पानी की कौन से दिक्कतों से जूझते हैं... एवं आपके क्षेत्र में भूजल कि क्या स्थिति है....

पसराहा के ए एन एम छत्रा ट्रेनिंग कॉलेज में रसोई कर्मी के द्वारा बाहर रास्ते पर गंदा पानी बहने के कारण आम जनों को होती है परेशानी।

खगड़िया जिला के अलौली प्रखंड के खैरी खुतहा पंचायत के मोहनपुर वार्ड के लोग आज भी डर के साए में जीने को मजबूर है क्योंकि जिला प्रशासन द्वारा अभी तक इन मुसहर जातियों के लोगों के लिए कोई बात की जमीन के लिए कोई जमीन मुहैया नहीं कराई गई है जिस कारण से मुसहर जाति के लोग को सड़क और कोसी नदी के किनारे झोपड़ी बना कर रहने पर मजबूर है सरकार के विकास की दावों का यह एक जीता जागता उदाहरण है

2016 में 14% छात्र औपचारिक शिक्षा से बाहर थे जो कि देश में 2023 में भयानक सुधार होने के बाद भी अब मात्र 13.2 फीसद बाहर हैं ... 2016 में 23.4 फीसद अपनी भाषा में कक्षा 2 का पाठ नहीं पढ़ पाते थे आज 2023 में अति भयानक सुधार के साथ ये आंकड़ा 26.4 प्रतिशत है ... देश के आज भी 50 फीसद छात्र गणित से जूझ रहे हैं ... मात्र 8 साल में गणित में हालात बद से बदतर हो गए ... 42.7% अंग्रेजी में वाक्य नहीं पढ़ सकते हैं... अगर आप सरकार से जवाब माँगिए , तो वे कहती है कि वो लगातार बैठकें कर रहे हैं लेकिन असर की रिपोर्ट बताती है कि ये बैठकें कितनी बेअसर हैं... तो विश्व गुरु बनने तक हमें बताइये कि *-----आपके गांव या जिला के स्कूलों की स्थिति क्या है ? *-----वहां पर आपके बच्चों को या अन्य बच्चों को किस तरह की शिक्षा मिल रही है ? *-----और आपके गाँव के स्कूलों में स्कुल के भवन , बच्चों की पढ़ाई और शिक्षक और शिक्षिका की स्थिति क्या है ?