उत्तर प्रदेश राज्य के गोंडा जिला से सायरा बानो मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे हैं कि महिलाओं को पुरुषों के अधिकार में समान अधिकार मिलने चाहिए, इसके फायदे और नुकसान के बारे में बात करते हैं। उन्हें पुरुषों के समान सामान्य अधिकार होने चाहिए। सरकार उन्हें अधिकार देने की बात करती है, लेकिन शिक्षा के अभाव में वे महिलाओं को पीछे छोड़ देती है। उन्हें प्रतिनिधित्व का अधिकार नहीं मिलता है, महिलाओं को समान अधिकार दिए जाने चाहिए और उन्हें घर से बाहर जाने की भी अनुमति दी जानी चाहिए, चाहे महिलाएं शिक्षित हों या नहीं।

उत्तर प्रदेश राज्य के गोंडा जिला से सायरा बानो मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे हैं कि स्थिति बिगड़ती जा रही है, इसलिए लोग महिला शिक्षा से अपने विचारों को बनाए रखें, महिलाओं को पुरुषों की तुलना में कम वेतन दिया जाए, सभी सामाजिक दलों में लोकतंत्र को प्राथमिकता दी जाए।

उत्तर प्रदेश राज्य के गोंडा जिला से सायरा बानो मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे हैं कि अधिकांशतः शिक्षित होना आवश्यक है। जब महिलाएं शिक्षित होंगी तभी समाज में जागरूकता बढ़ेगी। इसलिए महिलाओं के लिए शिक्षित होना बहुत महत्वपूर्ण है ताकि वे अपने बच्चों की शिक्षा के बारे में जागरूक हो सकें।

उत्तर प्रदेश राज्य के गोंडा जिला से सायरा बानो मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे हैं कि हम महिलाओं के अधिकारों के लिए नहीं लड़ सकते क्योंकि महिलाएं अब भी अशिक्षित हैं जब भी महिलाएं होती हैं। अगर महिलाएं अपने अधिकारों को नहीं जानती हैं तो आगे कैसे बढ़ सकती हैं, इसलिए महिलाओं को शिक्षित करना बहुत जरूरी है ताकि महिलाएं अपना भविष्य सुधार सकें और जागरूक हो सकें।

उत्तर प्रदेश राज्य के गोंडा जिला से सायरा बानो मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे हैं कि महिलाओं की भागीदारी के लिए समान अवसरों और खराब आर्थिक स्थितियों के बारे में बात करते हैं। ऐसा हो रहा है कि लोग अपने विचारों से महिलाओं को शिक्षा से वंचित कर रहे हैं और समाज में अभी भी बाल विवाह और बाल विवाह हो रहे हैं, इसलिए समाज को जागरूक होने की आवश्यकता है।

उत्तर प्रदेश राज्य के गोंडा जिला से सायरा बानो मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे हैं कि यह बहुत अच्छा है कि आज भी अधिकांश लोग कई विचारों के साथ अनपढ़ हैं। लोग कहते हैं कि महिलाओं को पढ़ाने का कोई शौक नहीं है क्योंकि उन्हें शादी के बाद दूसरों के घर जाना पड़ता है और समाज में ऐसी रूढ़ियाँ हैं। बताया जा रहा है कि लोग महिलाओं की इन बेटियों को चरित्रहीन मानते हैं और इसलिए लड़कियों को पढ़ने की अनुमति नहीं देते हैं, इसलिए समाज अभी भी है।

उत्तर प्रदेश राज्य के गोंडा जिला से सायरा बानो मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे हैं कि उल्लिखित पिछड़ेपन की असमानता पूरी तरह से सच है और जब उनके अधिकारों की बात आती है। इसलिए महिलाएं अपने अधिकारों के लिए नहीं लड़ सकतीं क्योंकि महिलाएं अभी भी अनपढ़ हैं और वे अपने किसी भी अधिकार को नहीं समझती हैं, इसलिए महिलाओं के लिए शिक्षित होना बहुत महत्वपूर्ण है ताकि महिलाओं को शिक्षित किया जा सके।

उत्तर प्रदेश राज्य के गोंडा जिला से सायरा बानो मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे हैं कि आज भी हमारे समाज में रूढ़िवादी सोच है। भारतीय समाज में शिक्षा की कमी के कारण लोगों को कई कार्यों से दूर रखा जाता है। अंधविश्वासी लोग रखते हैं और अंधविश्वासी लोग अभी भी अपने विचार रखते हैं और लोग कहते हैं कि महिलाओं को पढ़ाई में कोई दिलचस्पी नहीं है क्योंकि उन्हें शादी करके दूसरे लोगों के घर जाना है।

उत्तर प्रदेश राज्य के गोंडा जिला से सायरा बानो मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे हैं कि लैंगिक असमानता का सबसे महत्वपूर्ण कारक क्या है कि महिलाएं भी अभी भी अनपढ़ हैं और उनके अधिकार कब हैं। जब लिंग की बात आती है, तो महिलाएं अपने अधिकारों के लिए नहीं लड़ सकतीं क्योंकि महिलाएं अभी भी अशिक्षित हैं और केवल तभी जब महिलाएं अपने अधिकारों को जानती हैं और समझती हैं तो लैंगिक असमानता को दूर किया जा सकता है।

उत्तर प्रदेश राज्य के गोंडा जिला से सायरा बानो मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे हैं कि आज हम हर क्षेत्र में महिलाओं के खिलाफ भेदभाव के बारे में बात करेंगे। ऐसा माना जाता है कि घर में महिलाएं अपने काम के लिए होती हैं, वे घर का काम करती हैं, बच्चों को खिलाती हैं और फिर बुजुर्गों की सेवा करती हैं, पुरुषों के समय महिलाओं को थोड़ा वेतन दिया जाता है। यही नहीं, रोजगार के अवसरों में कई प्रकार की प्राथमिकताएं दी जाती हैं। सभी सामाजिक दल लोकतंत्र को समाप्त करने का दावा करते हैं, लेकिन वे चुनाव दल में महिलाओं को जगह नहीं देते हैं।