हमारे समझ में आज भी यौन शोषण के बारे में एक अनचाही चुप्पी साध ली जाती है और पीड़ित व्यक्ति को ही कहीं न कहीं हर बात के लिए जिम्मेदर बना देने की प्रथा चली आ रही है। पर ऐसा क्यों है? साथ ही इस तरह के सामाजिक दबावों के अतिरिक्त और क्या वजह होती है जिसके लिए आज भी कई सारे यौन शोषण के केस पुलिस रिपोर्ट में दर्ज नहीं होते हैं ? समाज में फैले यौन शोषण के मानसिकता के लिए कौन और कैसे जिम्मेदार है ? और समाज से इस मानसिकता को हटाने के लिए तुरंत किन - किन बातों पर अमल करना जरुरी है ?

Transcript Unavailable.

Transcript Unavailable.

Transcript Unavailable.

Transcript Unavailable.

Transcript Unavailable.

Transcript Unavailable.

स्नेहा उपाध्याय उम्र 35 वर्ष

Transcript Unavailable.

उत्तर प्रदेश राज्य के संत कबीर नगर से के सी चौधरी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से जुगानी चौधरी से बातचीत की। जुगानी चौधरी का कहना है महिलाओं को संपत्ति का अधिकार ना दिया जाए। इससे बहुत सारी समस्यायें आयेंगी। वे आगे चल के संपत्ति का दावा कर सकती हैं इससे भाई बहन के रिश्ते में दरार आएगी। इसलिए महिलाओं को पैतृक संपत्ति में हिस्सा ना देकर पति के संपत्ति में हिस्सा देना चाहिए।