मनरेगा में भ्रष्टाचार किसी से छुपा हुआ नहीं है, जिसका खामियाजा सबसे ज्यादा दलित आदिवासी समुदाय के सरपंचों और प्रधानों को उठाना पड़ता है, क्योंकि पहले तो उन्हें गांव के दबंगो और ऊंची जाती के लोगों से लड़ना पड़ता है, किसी तरह उनसे पार पा भी जाएं तो फिर उन्हें प्रशासनिक मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। इस मसले पर आप क्या सोचते हैं? क्या मनरेगा नागरिकों की इच्छाओं को पूरा करने में सक्षम हो पाएगी?

गिद्धौर(चतरा): रंगों का त्योहार होली की उमंग की परवान लोगों पर चढ़ने लगी है। शनिवार को प्रखंड के विभिन्न स्थानों पर होली मिलन समारोह आयोजित किया गया। इस समारोह में जमकर गुलाल व अबीर उड़ाए गए। वही एक दूसरे को गुलाल लगाकर होली की अग्रिम बधाई दिया।दूसरी तरफ विद्यालय व कोचिंग संस्थान के बच्चों ने भी शनिवार को जमकर होली खेली। होली मिलन समारोह में लोगों ने जमकर फाग गाए। वही डीजे के धुन पर ठुमके भी लगाए। बताया गया कि रविवार की देर रात होलिका दहन किया जाएगा। जिसकी तैयारी में ग्रामीण जुट गए हैं। [

खलारी। सरस्वती शिशु विद्या मंदिर डकरा में मातृ सम्मेलन सह होली मिलन समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित मयूरी महिला मंडल अध्यक्षा श्रीमती भावना कुमार ने दीप प्रज्वलित कर किया। इस दौरान कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भावना कुमार ने कहा बच्चों के सर्वांगीण विकास एवं शिक्षा की ओर अग्रसर करने में माताओं का सर्वप्रथम योगदान होता है। माताएं ही बच्चों का प्राम्भिक शिक्षक है। इनकी भविष्य को संवारने में कोताही कदापि न बरतें। संबोधन में कहा कि बच्चों को सही संस्कार प्रदान करने के प्रति शिशु विद्यामंदिर अंगवाली अग्रणी भूमिका निभाती रही है। कार्यक्रम में मयूरी महिला मंडल के नुज़हत अख्तर, मधुमती सिंह, सविता कुमार, ललिता प्रसाद, यूके एस कालेज डकरा की प्रोफेसर डॉ0 सीमा सिंह, विद्यालय की समिति सदस्या सुनीता सिन्हा,विद्यालय के प्राचार्य गोपाल विश्वकर्मा ने भी अपने अपने विचार प्रस्तुत किये। जिसमें माताओं को श्रद्धा त्याग एवं बलिदान का प्रतिरूप बताया गया। माताओं ने कार्यक्रम में अपना अपना विचार रखे। मौके पर स्कूली बच्चों के द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम के अलावे कविता, गद्य-पद्य के रस, हास्य, वात्सल्य, गीत, गजल, दोहा आदि प्रस्तुत किये गए। इसके बाद सभी ने एक दूसरे को अबीर लगाकर होली की बधाई दी। कार्यक्रम को सफल बनाने में विद्यालय के सभी शिक्षकों एवं शिक्षिकाओं की अहम भूमिका रही।

भारत गंभीर भुखमरी और कुपोषण के से जूझ रहा है इस संबंध में पिछले सालों में अलग-अलग कई रिपोर्टें आई हैं जो भारत की गंभीर स्थिति को बताती है। भारत का यह हाल तब है जब कि देश में सरकार की तरफ से ही राशन मुफ्त या फिर कम दाम पर राशन दिया जाता है। उसके बाद भी भारत गरीबी और भुखमरी के मामले में पिछड़ता ही जा रहा है। ऐसे में सरकारी नीतियों में बदलाव की सख्त जरूरत है ताकि कोई भी बच्चा भूखा न सोए। आखिर बच्चे किसी भी देश का भविष्य होते हैं।स्तों क्या आपको भी लगता है कि सरकार की नीतियों से देश के चुनिंदा लोग ही फाएदा उठा रहे हैं, क्या आपको भी लगता है कि इन नीतियों में बदलाव की जरूरत है जिससे देश के किसी भी बच्चे को भूखा न सोना पड़े। किसी के व्यक्तिगत लालच पर कहीं तो रोक लगाई जानी चाहिए जिससे किसी की भी मानवीय गरिमा का शोषण न किया जा सके।

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सुनिए डॉक्टर स्नेहा माथुर की संघर्षमय लेकिन प्रेरक कहानी और जानिए कैसे उन्होंने भारतीय समाज और परिवारों में फैली बुराइयों के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाई! सुनिए उनका संघर्ष और जीत, धारावाहिक 'मैं कुछ भी कर सकती हूं' में...

नमस्कार साथियों मैं सरयु यादव मोबाइल वाणी पर आपका हार्दिक अभिनंदन करता हूं चतरा जिले के लावालॉग थाना क्षेत्र से लापता हुए एक बच्चे की परिजनों ने पुलिस स्टेशन लावालौंग में शिकायत दर्ज करवाई है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक थाना क्षेत्र का एक 8 वर्षीय लड़का अभिनंदन कुमार पिता सिकंदर साव बीते 26 फरवरी से अपने घर से लापता है। परिजनों के अनुसार सब रिश्तेदारों से भी पूछा गया लेकिन लापता लड़के का कोई सुराग नहीं मिला है। परिजनों ने सोशल मीडिया के माध्यम से लापता महिला की खोज की गुहार लगाई है। इसी तरह ताजा तरीन खबरों के लिए सुनते रहिए मोबाइल वाणी धन्यवाद

जैसा की आपको पता है की बच्चों के पेट में होने वाले कृमि संक्रमण को रोकने के लिए प्रदेशभर में राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस अभियान चलाये जा रहे है जिससे बच्चे स्वस्थ्य और सुरक्षित रहे। हर साल 10 फरवरी को भारत राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस मनाता है।इस दिन सभी आँगनबाड़ी केन्द्रो , सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रो पर एवं सभी प्राथमिक व उच्च माध्यमिक स्कूलों में 1 से 14 वर्ष तक के बच्चों में कीड़ों के असर को खत्म करने की दवा खिलायी जाती है। देश भर में बच्चों के स्वास्थ्य में सुधार और कृमि मुक्ति के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए उठाया गया यह एक सराहनीय कदम है। दोस्तों हर वर्ष की भाँति इस वर्ष भी कृमि रोग के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए एक खास थीम बनाई गयी है.,इस साल यानी 2024 की थीम है “एसटीएच हटाएं: बच्चों के स्वस्थ भविष्य में निवेश करें”। यह थीम देश को कृमि मुक्त कैसे करें,यह समझने में मदद करने के लिए बनायीं गई है। कृमि रोग बच्चों में होने वाली गंभीर स्वास्थ्य समस्या है जो बच्चो के मानसिक और शारीरिक विकास को प्रभावित करता है। इसलिए आइये हम सब मिलकर एक संकल्प ले और इस अभियान का हिस्सा बन कर देश को कृमि मुक्त बनाये और बच्चों के भविष्य को सुंदर बनाये और सुरक्षित करें। मोबाइल वाणी परिवार की और से आप सभी श्रोताओं को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस की बहुत बहुत शुभकामनाएं

दोस्तों, देश में बालिकाओं की हिस्सेदारी बढ़ाने, लड़कियों की शिक्षा से लेकर स्वास्थ्य, करियर के लिए मार्ग उपलब्ध कराने के उद्देश्य से हर साल 24 जनवरी को राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया जाता है। नेशनल गर्ल चाइल्ड डे का मुख्य उद्देश्य बालिका शिक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाना और देश में लड़कियों के सामने आने वाली असमानताओं के मुद्दों से निपटना और बेटियों के अधिकारों के बारे में सभी को बताना है। मोबाइल वाणी परिवार की और से आप सभी को राष्ट्रीय बालिका दिवस की बहुत बहुत शुभकामनाये।

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