उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती ज़िला से अरविन्द,मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते है कि रुधौली प्रखंड जहाँ ग्रामीण क्षेत्रों में गरीब परिवार के लिए मनरेगा एक अच्छा विकल्प था जिसमे लोगों को रोजगार मिले। लेकिन इस क्षेत्र में मनरेगा में श्रमिकों से काम न लेकर मशीनों से करवाया जा रहा है।

उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती ज़िला से विजय पाल ,मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते है कि शाओघाट विकासखंड अंतर्गत गाँव में सड़कों की खुदाई कर पाइप डालने का कार्य चल रहा है। लेकिन कई जगह सड़कों को खोद कर छोड़ दिया गया है जिससे आनेजाने लोगों को दिक्कत हो रही है

उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती जिला से रमजान अली ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि प्रखंड साव घाट के गाँव में सड़क बहुत ख़राब है। बरसात के मौसम में सड़क में पानी भरा रहता है

उत्तरप्रदेश राज्य के जिला बस्ती से अरविन्द श्रीवास्तव , मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहते है कि सरकार द्वारा चलाया गया योजना जल जीवन मिशन के तहत कई लोगों को पानी नहीं मिलता है। पानी के कनेक्शन के लिए लोगों से पैसे लिए गये थे लेकिन अभी तक पानी की सुविधा नहीं मिल पाया है।

कोविशील्ड बनाने वाली कंपनी सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया की स्वीकारोकती के बाद सवाल उठता है, कि भारत की जांच एजेंसियां क्या कर रही थीं? इतनी जल्दबाजी मंजूरी देने के क्या कारण था, क्या उन्होंने किसी दवाब का सामना करना पड़ रहा था, या फिर केवल भ्रष्टाचार से जुड़ा मामला है। जिसके लिए फार्मा कंपनियां अक्सर कटघरे में रहती हैं? मसला केवल कोविशील्ड का नहीं है, फार्मा कंपनियों को लेकर अक्सर शिकायतें आती रहती हैं, उसके बाद भी जांच एजेंसियां कोई ठोस कारवाई क्यों नहीं करती हैं?

उत्तर प्रदेश राज्य के जिला बस्ती से मुस्ताक मोबाइल वाणी के माध्यम से कह रहे है कि समस्या यह है कि हमारे परसालाल साही गाँव के बाडेपुर से होकर जाने वाली सड़क, उत्तर की ओर जूली स्कूल, लगभग तीन से चार सौ मीटर दूर है, लेकिन वह खड़ी सड़क इतनी टूटी हुई है। बरसात के मौसम में कहीं दो फुट गहरे गड्ढे पानी से भर जाते हैं, कहीं एक फुट गहरे गड्ढे पानी से भर जाते हैं, बच्चों को आने-जाने में परेशानी होती है, बच्चे साइकिल से गिर जाते हैं। ऐसे में सरकार की खबर पहुंचनी चाहिए ताकि कम से कम जितना संभव हो सके सड़क की मरम्मत की जा सके। यदि आप पीछा करने में सक्षम नहीं हैं या हर पीछा दो से बेहतर है, तो इसे सुधारना बहुत महत्वपूर्ण है, इसलिए मैं अनुशंसा करता हूं कि सरकार को खबर भेजनी चाहिए और सरकार को यह काम करना चाहिए ताकि बच्चों का आना-जाना सुविधाजनक हो।

कोई भी राजनीतिक दल हो उसके प्रमुख लोगों को जेल में डाल देने से समान अवसर कैसे हो गये, या फिर चुनाव के समय किसी भी दल के बैंक खातों को फ्रीज कर देने के बाद कैसी समानता? आसान शब्दों में कहें तो यह अधिनायकवाद है, जहां शासन और सत्ता का हर अंग और कर्तव्य केवल एक व्यक्ति, एक दल, एक विचारधारा, तक सीमित हो जाता है। और उसका समर्थन करने वालों को केवल सत्ता ही सर्वोपरी लगती है। इसको लागू करने वाला दल देश, देशभक्ति के नाम पर सबको एक ही डंडे से हांकता है, और मानता है कि जो वह कर रहा है सही है।

राजकीय बीज भंडारों पर अब पीओयस मशीन से किसानों को बीज का होगा वितरण, अनुदान प्रक्रिया में आयेगी पारदर्शिता

उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती जिला के ग्रामीण क्षेत्रों के सरकारी अस्पतालों में रीजेंट पेपर न होने से कुछ जांचे नहीं हो पा रही है मरीज को बाहर से दवा और जाँच का सहारा लेना पड़ रहा है।

उत्तर प्रदेश राज्य के बस्ती जिले से अभय कुमार ने बताया कि इनके गांव में रास्ता नही है। ने का एक रास्ता है , जिस पर दिबांगों का कब्ज़ा है और हमें जाने में बहुत परेशानी होती है ।