उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती ज़िला से सोनू मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि किशोरावस्था पर सोशल मीडिया का प्रभाव पड़ रहा है
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उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती ज़िला से अखिलेश श्रीवास्तव मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि सोशल मीडिया किशोरों को बना भी रहा है और बिगाड़ भी रहा है। किशोरावस्था में सोशल मीडिया का बहुत असर पड़ रहा है।
उत्तर प्रदेश राज्य के बस्ती ज़िला से 22 वर्षीय सत्यम कुमार मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि किशोरों को मित्र बनाने में दिक्कत होती है।विद्यालय में नए विद्यार्थी होने के कारण उन्हें मित्र का चुनाव करने में काफी परेशानी होती है।
उत्तर प्रदेश राज्य के बस्ती ज़िला के साउ घाट प्रखंड से विजय पाल चौधरी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि किशोरावस्था में किशोरों को परिवार के नियम समझने में समस्या होती है
उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती ज़िला से रमज़ान अली ,मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि मोबाइल का लत किशोरों को बर्बाद कर रही है। लोग मोबाइल खरीदने की जिद्द कर रहे है। इससे वो मानसिक तौर से प्रताड़ित हो रहे है। मोबाइल के बिना वो रह नहीं पाते है। माता पिता भी बच्चों के जिद्द के आगे झुक जा रहे है। समाज में बच्चों को इससे बहुत प्रभाव पड़ रहा है। पूरा समाज मोबाइल से प्रभावित हो गया है। बच्चों को कम से कम मोबाइल इस्तेमाल के लिए दें।
उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती ज़िला से रमजान अली की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से गोविन्द से हुई। गोविन्द कहते है कि आज के समय में मानसिक स्वास्थ्य एक गंभीर समस्या है। और इसे निजात पाने के लिए चिंता मुक्त रहना ज़रूरी है। आज कल समस्याएँ बहुत ज़्यादा है जैसे आर्थिक समस्या ,पारिवारिक समस्या आदि ,इससे दूर रहना है तो मानसिक स्वास्थ्य सही रखना होगा।
उत्तरप्रदेश राज्य के जिला बस्ती से रमजान अली की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से किस्मत अली से हुई। किस्मत अली तह बताना चाहते हैं कि जब बारिश होती है तो सड़क में पानी का जमाव लग जाता है।जिसके कारण लोगों को आने - जाने में परेशानी होती है
उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती ज़िला के गाँधीनगर से 37 वर्षीय रानो श्रीवास्तव मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि आज कल सभी माता चाहती है कि अगर वो काम करे तो बच्चों को व्यस्त रखने के लिए उन्हें मोबाइल दे देती है। एक शोध के अनुसार भारत में बच्चे मोबाइल के बहुत ही ज़्यादा आदि हो गए है। जिससे उनके स्वास्थ्य पर असर पड़ रहा है। एक साइकोलोजिस्ट ने अपने रिपोर्ट में कहा कि जिस प्रकार बच्चे टीवी और मोबाइल में समय बिता रहे है वो बहुत ही खतरनाक है। एक साल से लेकर पंद्रह साल तक के बच्चे दिन में लगभग चार से पांच घंटे तक मोबाइल और टीवी में उलझे रह रहे है। ऐसे मे जाहिर है उन्हें कई स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्या आ सकती है। ऐसे बच्चों में खास कर मोटापा ,मानसिक स्वास्थ्य ,दिल की बीमारी और आँख की समस्या का सामना करना पड़ रहा है।
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