किसी भी समाज को बदलने का सबसे आसान तरीका है कि राजनीति को बदला जाए, मानव भारत जैसे देश में जहां आज भी महिलाओं को घर और परिवार संभालने की प्रमुख इकाई के तौर पर देखा जाता है, वहां यह सवाल कम से कम एक सदी आगे का है। हक और अधिकारों की लड़ाई समय, देश, काल और परिस्थितियों से इतर होती है? ऐसे में इस एक सवाल के सहारे इस पर वोट मांगना बड़ा और साहसिक लेकिन जरूरी सवाल है, क्योंकि देश की आबादी में आधा हिस्सा महिलाओं का है। इस मसले पर बहनबॉक्स की तान्याराणा ने कई महिलाओँ से बात की जिसमें से एक महिला ने तान्या को बताया कि कामकाजी माँओं के रूप में, उन्हें खाली जगह की भी ज़रूरत महसूस होती है पर अब उन्हें वह समय नहीं मिलता है. महिलाओं को उनके काम का हिस्सा देने और उन्हें उनकी पहचान देने के मसले पर आप क्या सोचते हैं? इस विषय पर राय रिकॉर्ड करें

उत्तरप्रदेश राज्य के जिला बस्ती से विजय पाल चौधरी , मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहते है कि आज दस राज्यों में तैयारियां जोरों पर हैं। राज्य की छियानबे लोकसभा सीटों के लिए सत्रह सौ सत्रह उम्मीदवार मैदान में हैं, जिसके लिए आज सुबह 7 बजे से रात 8 बजे तक मतदान होगा। 18 वर्ष से अधिक आयु के सभी सदस्य जिनकी मतदाता सूची लागू होती है, वे अपने मत का प्रयोग करने के हकदार हैं। यह मतदान सभी 9 स्टेशनों पर होगा। जिसमें सभी को अपना वोट डालना चाहिए और यह पूरे भारत के हर राज्य का चुनाव है। इस तरह से सरकार का गठन होता है और वह सरकार पूरे देश पर शासन करती है।

उत्तरप्रदेश राज्य के जिला बस्ती से विजय पाल चौधरी, मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहते है कि मतदान सोच समझ कर दें

"गांव आजीविका और हम" कार्यक्रम के अंतर्गत कृषि विशेषज्ञ जीवदास साहू गर्मी के दिनों में लत्तर वाली फसलों में लगने वाली रोग और नियंत्रण के बारे में जानकारी दे रहे हैं। इसकी पूरी जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें.

उत्तरप्रेदश राज्य के जिला बस्ती से विजय पाल चौधरी , मोबाइल वाणी के माध्यम से प्रयागराज शहर की जानकारी दे रहे है। इलाहाबाद अर्थात प्रयागराज एक बहुत अच्छी जगह है। यहाँ एक विश्वविद्यालय भी है। यहाँ की सड़कें भी बहुत अच्छी हैं। यहाँ की इमारतों को देखकर बहुत अच्छा लगता है, वे सभी सुंदर हैं, वे रात में चमकती हैं और प्रयागराज में गंगा यमुना सरस्वती को देखकर बहुत अच्छा लगता है। संगम वह जगह है जहाँ लोग माघ के महीने में अपनी प्रार्थना करने जाते हैं और वहाँ भक्तों की भारी भीड़ होती है, इसलिए इलाहाबाद एक बहुत प्रसिद्ध स्थान है।

उत्तरप्रेदश राज्य के जिला बस्ती से विजय पाल चौधरी , मोबाइल वाणी के माध्यम से रोजगार योजना यह केंद्र सरकार की एक योजना है जिसके तहत कोई भी योग्य व्यक्ति जो श्रमिक वर्ग से संबंधित है, अपना नाम इसमें पंजीकृत कराता है। और यह मनरेगा के तहत काम कर सकता है, इसमें काम करने वालों के बीच एक दिन का दैनिक वेतन लगभग दो सौ तीस है। इस सरकार ने इस योजना को लागू किया है। ताकि मजदूर वर्ग के लोग अपने घरों से बाहर न निकलें और इसके लिए खुद को प्रतिबद्ध करके 100 दिनों की गारंटी योजना हो। यह योजना भारत सरकार द्वारा चलाई जाती है और यह एक बहुत अच्छी योजना है, कई श्रमिक इस योजना के तहत काम करके अपनी आजीविका कमा सकते हैं।

सुनिए डॉक्टर स्नेहा माथुर की संघर्षमय लेकिन प्रेरक कहानी और जानिए कैसे उन्होंने भारतीय समाज और परिवारों में फैली बुराइयों के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाई! सुनिए उनका संघर्ष और जीत, धारावाहिक 'मैं कुछ भी कर सकती हूं' में...

उदास होने पर हंसा देती है माँ नींद नहीं आने पर सुला देती है माँ मकान को घर बना देती है माँ खुद भूखी रह कर भी बच्चों का पेट भर्ती है माँ जी हां दोस्तों, माँ होती ही ऐसी हैं और माँ का इसी त्याग, समर्पण और प्यार पर समर्पित है मदर्स डे यानि मातृत्व दिवस। आज के दौर में यह दिन हर माँ के सम्मान में मनाया जाता है। आइये जानते हैं मदर्स डे मनाने की परंपरा की शुरुआत कब और कैसे हुई। दरअसल मदर्स दे 20वीं सदी की शुरुआत में अन्ना जार्विस द्वारा स्थापित किया गया था, जो उनकी अपनी मां के मानवीय कार्यों के प्रति समर्पण से प्रेरित था।1914 में , राष्ट्रपति वुडरो विल्सन ने आधिकारिक तौर पर अमेरिका में मई के दूसरे रविवार को मदर्स डे के रूप में नामित किया, जिसे बाद में अन्य देशों ने अपनाया। साथियों,एक और खास बात यह है कि हर साल मातृ दिवस का एक अलग थीम होता है और इस बार का थीम है "सेलिब्रेटिंग मदरहुड: ए टाइमलेस बॉन्ड". मदर्स डे ना सिर्फ मां को समर्पित है बल्कि उनके त्याग, बच्चों के लिए समर्पण और खुद से ज्यादा बच्चों के लिए प्रेम की सराहना भी करता है.मां और बच्चे का रिश्ता हर रिश्तों से बड़ा होता है. साथियों, मोबाइल वाणी के पुरे परिवार की ओर से आप सभी को मातृ दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं । धन्यवाद !!

उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती जिला से विजय पाल चौधरी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि महिला और पुरुष में भेदभाव ख़तम करने और महिला जागरूकता के लिए "बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ" योजना को लागू किया गया था। इस योजना से देश की महिलाओं को शिक्षा का पूरा अधिकार मिला और महिलाएं शिक्षित हो रही हैं

उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती जिला से शहज़ाद अहमद ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि हमारे समाज में महिलाओं को समाजिक समस्याओं से जूझना पड़ रहा है। इससे बचने के लिए हमें अपनी बेटियों को अच्छी शिक्षा देनी चाहिए