उत्तरप्रदेश राज्य के बलरामपुर ज़िला से प्रिंशु पांडेय की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से श्रुति से हुई ,ये कहती है कि इन्हे कोचिंग सेंटर खोलना है जिसके लिए इन्हे आर्थिक सहयोग चाहिए

उत्तर प्रदेश राज्य के बलरामपुर जिला से विभा कुमारी ने शालु से बातचीत की जिसमें शालु ने जानकारी दी कि जैसे पुरुषों का समाज में इज्जत होता है। वैसे ही महिलाओं का भी इज्जत हो समाज में

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उत्तर प्रदेश राज्य के बलरामपुर जिला से विभा कुमारी ने किरण से बातचीत की जिसमें किरण ने जानकारी दी कि जैसे पुरुषों को जमीन पर अधिकार मिलता है। वैसे ही महिलाओं को भी हिस्सा मिलना चाहिए। क्योंकि महिला को अधिकार मिला तो पुरुषों की तरह महिलाओं का भी घर और समाज दोनों जगह सम्मान होगा

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तेल पैकिंग का बिजनेस करना चाहती हैं एक ही जे

उत्तरप्रदेश राज्य के जिला बलरामपुर से वीर बहादुर यादव , मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहते है कि महिलाओं को स्वतंत्र रूप से निर्णय लेने के लिए उनको अधिकार दिया जाना चाहिए। समाज में उनको उठने - बैठने का भी अधिकार देना चाहिए। भविष्य में उनको आगे बढ़ाने में मदद करनी चाहिए। अगर कोई महिला बिज़नेस करना चाहती है तो उनको सपोर्ट करना चाहिए। पैसा कमा कर वह अपने बच्चों का पालन - पोषण कर सकती है। महिलाओं के लिए जो क़ानून बनाएं गए है उसको सख्ती के साथ पालन करना चाहिए।

परम्पराओं और संस्कृति से परिपूर्ण हमारा देश भारत में विभिन्न त्योहार मनाया जाता है और इन्ही में से एक है दुर्गा पूजा का त्यौहार । नौ दिनों के इस त्यौहार में दुर्गा माँ के नौ रूपों की विधिवत पूजा अर्चना की जाती है। यह उत्सव राक्षस महिषासुर पर योद्धा देवी दुर्गा की जीत का उत्सव है। दुर्गा पूजा का त्यौहार महिला शक्ति का चित्रण करता है और बुराई पर अच्छाई की जीत को दर्शाता है । विभिन्न जगहों पर अलग अलग मान्यताओं के साथ दुर्गा उत्सव हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है।साथियों आइये आपसी सौहार्द और खुशियाँ बाँट कर दुर्गा पूजा का त्यौहार मनाए। आप सभी साथियों को मोबाइल वाणी के पूरे परिवार की ओर से दुर्गा पूजा की हार्दिक शुभकामनाएँ।

आज के भागदौड़ भरी ज़िन्दगी में मानसिक तनाव एक बहुत बड़ा चिंता का विषय बन गया है। मानसिक स्वास्थ्य न सिर्फ हमारे मन को बल्कि भावनाओं, सामाजिक व्यवहारों और शारीरिक स्वास्थ्य को भी प्रभावित करता है । यह हमारे सोचने, महसूस करने, और काम करने के तरीके को निर्धारित करता है। बढ़ते मानसिक तनाव को कम करने के उद्देश्य से हर साल 10 अक्टूबर को विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस मनाया जाता है, जो मानसिक स्वास्थ्य के महत्व पर ध्यान आकर्षित करता है। साथियों, हर साल विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के लिए एक थीम निर्धारित की जाती है। और इस साल यानी 2024 का थीम है "कार्यस्थल पर मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने का समय आ गया है"। यह थीम व्यवसायों के लिए मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देने वाले वातावरण बनाने की आवश्यकता पर जोर देता है। आज के समय में कार्यस्थल पर मानसिक स्वास्थ्य एक चिंता का विषय बन गया है क्योंकि अधिक से अधिक व्यक्ति काम से संबंधित दबावों के कारण तनाव, चिंता और डिप्रेशन का अनुभव करते हैं। इस मुद्दे को संबोधित करने से न केवल कर्मचारियों को लाभ होता है बल्कि संगठनात्मक उत्पादकता और संस्कृति भी बढ़ती है। साथ ही मन में सकारात्मक सोच का संचार होता है।

उत्तरप्रदेश राज्य के बलरामपुर जिला से राजाबाबू मिश्रा ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि उत्तरप्रदेश और बिहार में बोरजगारी के कारण अभी पुरुषो को काम नहीं मिल पा रहा है तो महिलाओं को कहा से रोजगार कहाँ मिलेगा। पुरुष तो पैसे कमाने के लिए अपने गांव से प्रवास कर के मजद्दोरी भी कर लेते हैं। लेकिन महिलाएं प्रवासी मजदूरी का काम नहीं कर सकती है। साथ ही जहाँ तक महिलाओं की पढ़ाई की बात है तो सभी अपनी कमाई के अनुसार अपने बेटे और बेटियों को एक सामान पढ़ा रहे है। इसके लिए सरकार को भी कुछ इन्तेज़ामं करना चाहिए जिससे कि महिलाओं को अपने क्षेत्र में ही रोजगार मिल सके