सुनिए डॉक्टर स्नेहा माथुर की संघर्षमय लेकिन प्रेरक कहानी और जानिए कैसे उन्होंने भारतीय समाज और परिवारों में फैली बुराइयों के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाई! सुनिए उनका संघर्ष और जीत, धारावाहिक 'मैं कुछ भी कर सकती हूं' में...
उत्तर प्रदेश राज्य के बलरामपुर जिला से प्रियंका कुमारी ने अंकिता से बातचीत की जिसमें अंकिता ने जानकारी दी कि मोबाइल वाणी कार्यक्रम सुन कर उन्हें अच्छा लगा और उन्हें यह सीख मिली की बेटियों को भी जमीन में हिस्सा मिलना चाहिए। इससे बेटियों का भी समाज में पहचान बनेगा तो हम अपनी आने वाली पीढ़ी को भी इस बात के लिए जागरूक करेंगे
उत्तर प्रदेश राज्य के बलरामपुर जिला से प्रियंका कुमारी ने हर्षिता से बातचीत की जिसमें हर्षिता ने जानकारी दी कि मोबाइल वाणी कार्यक्रम सुन कर उन्हें अच्छा लगा। इसके साथ ही उन्होंने जानकरी दी की महिलाओं का शिक्षित होना जरुरी है। सरकार को भी महिलाओं को बढ़ावा देना चाहिए। लड़का और लड़की बराबर हैं इसलिए लड़कियों को भी जमीन में हक मिलना चाहिए। इससे उनका भी समाज में पहचान बनेगा
उत्तर प्रदेश राज्य के बलरामपुर जिला से प्रियंका कुमारी ने मिश्री से बातचीत की जिसमें मिश्री ने जानकारी दी कि मोबाइल वाणी कार्यक्रम सुन कर उन्हें अच्छा लगा और उन्हें यह सीख मिली की लड़का और लड़की बराबर हैं। इसलिए दोनों को जमीन में हक देना जरुरी है। लड़का और लड़की बराबर हैं। लड़कियों को लड़कों से कम नहीं समझना चाहिए
उत्तर प्रदेश राज्य के बलरामपुर जिला से प्रियंका कुमारी ने एक महिला से बातचीत की जिसमें उन्होंने जानकारी दी कि मोबाइल वाणी कार्यक्रम सुन कर उन्हें अच्छा लगा और उन्हें यह सीख मिली की लड़का और लड़की बराबर हैं। इसलिए दोनों को समान शिक्षा और जमीन में हक देना जरुरी है। बेटियां भी हर क्षेत्र में आगे हैं तो उन्हें भी हक़ मिलना चाहिए
उत्तरप्रदेश राज्य के जिला बलरामपुर से वीर बहादुर की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से हमारे श्रोता से हुई। श्रोता यह बताना चाहते है कि सरकार महिलाओं को सभी तरह के अधिकार देने का प्रयास कर रही है। शादी से पहले महिलाओं को जमीन में अधिकार दिया जाए लेकिन वह शादी करने के बाद जमीन को बेच कर चली जाती है। जिससे परिवार वालों को बहुत परेशानी होती है। तो इस पर सरकार द्वारा सुधारात्मक कार्य करने की जरूरत है। महिलाओं को निर्णय लेने का अधिकार सरकार द्वारा दिया जाना चाहिए।
उत्तप्रदेश राज्य के बलरामपुर जिला से प्रिंशु पाण्डेय ने मोबाइल वाणी के माध्यम से नीतू से बातचीत किया। बातचीत के दौरान नीतू ने बताया कि वे अपना एक कोचिंग सेंटर खोलना चाहती हैं। इसके लिए उन्हें आर्थिक सहायता कि आवश्यकता है
उत्तप्रदेश राज्य के बलरामपुर जिला से प्रिंशु पाण्डेय ने मोबाइल वाणी के माध्यम से शमा से बातचीत किया। बातचीत के दौरान शमा ने बताया कि वे झाड़ू बनाने का बिज़नेस करना चाहती हैं। इसके लिए उन्हें इस बिज़नेस के बारे में जानकारी चाहिए ।
ग्रामीण महिला सशक्तिकरण का अर्थ है ग्रामीण महिलाओं को उनके सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक अधिकारों को प्राप्त करने में सक्षम बनाना। यह उन्हें निर्णय लेने की शक्ति प्रदान करता है और उनके जीवन की गुणवत्ता में सुधार लाता है। सशक्तिकरण का मतलब सिर्फ महिलाओं को शिक्षित करना या उन्हें रोजगार देना नहीं है, बल्कि उन्हें समाज में समानता का दर्जा देना भी है। महिलाओं का सशक्तिकरण समाज के समग्र विकास के लिए आवश्यक है। जब महिलाएं सशक्त होती हैं, तो वे अपने परिवार और समुदाय के लिए बेहतर निर्णय ले सकती हैं। तब तक दोस्तों आप हमें बताइए कि *----- आधी आबादी या महिलाओं को उनका पूरा हक दिया जाने से उनके जीवन सहित समाज में किस तरह के बदलाव आएगा जो एक बेहतर और बराबरी वाले समाज के निर्माण में सहायक हो सकता है? *----- साथ ही आप इस मुद्दे पर क्या सोचते है ? और आप किस तरह अपने परिवार में इसे लागू करने के बारे में सोच रहे है ?
"गांव आजीविका और हम" कार्यक्रम के तहत हमारे कृषि विशेषज्ञ श्री जीवदास साहू ,टमाटर की खेती के सम्बन्ध में जानकारी दे रहे है। टमाटर के उन्नत किस्म और इसके उपचार की अधिक जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें.