उत्तरप्रदेश राज्य के बलरामपुर ज़िला के भण्डारखाने से प्रिंशु पांडेय की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से हरमिता देवी से हुई। हरमिता कहती है कि ये मसाला पैकिंग कर बेचने का व्यापार करना चाहती है। इसके लिए इन्हे आर्थिक सहायता चाहिए।

उत्तरप्रदेश राज्य के बलरामपुर ज़िला के भण्डारखाने से प्रिंशु पांडेय की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से सुशीला से हुई। सुशीला कहती है कि इन्हे दूकान खोलना है

उत्तरप्रदेश राज्य के बलरामपुर ज़िला से राजाबाबू मिश्रा की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से नितीश मिश्रा से हुई। नितीश कहते है कि इन्हे दूकान खोलना है जिसके लिए लागत दस लाख रूपए लगेंगे

उत्तर प्रदेश राज्य के बलरामपुर जिला से विभा कुमारी ने रिचा से बातचीत की जिसमें उन्होंने जानकारी दी कि वो पैंसिल पैकिंग का कार्य करना चाहती हैं। इसके लिए उन्हें आर्थिक सहयोग की जरूरत है।

उत्तर प्रदेश राज्य के बलरामपुर जिला से विभा कुमारी ने मोनिका से बातचीत की जिसमें उन्होंने जानकारी दी कि वो मैगी पैंकिग का कार्य करना चाहती हैं। इसके लिए उन्हें आर्थिक सहयोग की जरूरत है।

उत्तर प्रदेश राज्य के बलरामपुर जिला से विभा कुमारी ने ममता से बातचीत की जिसमें उन्होंने जानकारी दी कि वो कमला पैकिंग का कार्य करना चाहती हैं। इसके लिए उन्हें आर्थिक सहयोग की जरूरत है।

उत्तर प्रदेश राज्य के बलरामपुर जिला से विभा कुमारी ने हेमा से बातचीत की जिसमें उन्होंने जानकारी दी कि वो कपुर पैकिंग का कार्य करना चाहती हैं। इसके लिए उन्हें आर्थिक सहयोग की जरूरत है।

बिहार के नवादा जिले के एक गांव में रहने वाली फगुनिया या फिर उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले के किसी गांव में रहने वाली रूपवती के बारे में अंदाजा लगाइये, जिसके पास खुद के बारे में कोई निर्णय लेने की खास वज़ह नहीं देखती हैं। घर से बाहर से आने-जाने, काम काज, संपत्ति निर्माण करने या फिर राजनीतिक फैसले जैसे कि वोट डालने जैसे छोटे बड़े निर्णय भी वह अक्सर पति या पिता से पूछकर लेती हो? फगुनिया और रूपवती के लिए जरूरी क्या है? क्या कोई समाज महज दो-ढाई महिलाओं के उदाहरण देकर उनको कब तक बहलाता रहेगा? क्या यही दो-ढ़ाई महिलाएं फगुनिया और रूपवती जैसी दूसरी करोड़ों महिलाओं के बारे में भी कुछ सोचती हैं? जवाब इनके गुण और दोष के आधार पर तय किये जाते हैं।दोस्तों इस मसले पर आफ क्या सोचते हैं अपनी राय रिकॉर्ड करें .

सुनिए डॉक्टर स्नेहा माथुर की संघर्षमय लेकिन प्रेरक कहानी और जानिए कैसे उन्होंने भारतीय समाज और परिवारों में फैली बुराइयों के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाई! सुनिए उनका संघर्ष और जीत, धारावाहिक 'मैं कुछ भी कर सकती हूं' में...

उत्तरप्रदेश राज्य के बलरामपुर ज़िला से राजा बाबू मिश्रा , मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि इन्हे मिष्ठान भंडार खोलना है। इसमें दो लाख रूपए का लागत लगेगा। इसमें वो बाकि कारीगर को भी रखेंगे। इसके लिए इन्हे आर्थिक सहयोग चाहिए