उत्तरप्रदेश राज्य के बलरामपुर ज़िला से अंकिता मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि दहेज़ देने के लिए पैसे जमा करने से बेहतर है पैसों का इस्तेमाल लड़कियों की शिक्षा पर करे। दहेज़ देने पर खुद को रोकना चाहिए क्योंकि माँगने वालों की मांग कभी रूकती नहीं है। ऐसे में लड़कियाँ त्रस्त होती है और उन्हें दहेज़ के कारण खुद का जान गंवाना पड़ता है