इस एपिसोड में जलवायु परिवर्तन और उसके प्रभावों को एक किसान परिवार की कहानी के माध्यम से दिखाया गया है। बदलते मौसम पैटर्न, अनियमित वर्षा, और कृषि पर पड़ने वाले प्रभावों पर चर्चा की गई है। साथ ही, जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए समुदाय-स्तर पर कार्रवाई करने का आह्वान किया गया है।
बिहार राज्य के जिला नवादा के नारदीगंज प्रखंड से तारा की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से सोनी कुमारी से हुई। सोनी कुमारी यह बताना चाहती है कि वह पहले घर में ही रहती थी पहले कुछ जानकारी नहीं रहता था। अब बाहर निकलने लगी है तो लोग ताना मारने लगे है कि कहाँ आती है और कहाँ जाती है , घर से निकलने नहीं दिया जाता था। अब बाहर निकलने से कई चीज़ों की जानकारी होती है जैसे बैंक के बारे में या फिर जाती , आवासीय आदि। घर से बाहर निकलने पर कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।
पानी में आर्सेनिक, लोह तत्व और दूसरे घातक पदार्थों की मात्रा महिलाओं के स्वास्थ्य पर सबसे बुरा असर कर रही है और फिर यही असर गर्भपात, समय से पहले बच्चे का जन्म या फिर कुपोषण के रूप में सामने आ रहा है. साथियों, हमें बताएं कि आपके परिवार में अगर कोई गर्भवति महिला या नवजात शिशु या फिर छोटे बच्चे हैं तो उन्हें पीने का पानी देने से पहले किस प्रकार साफ करते हैं? अगर डॉक्टर कहते हैं कि बच्चों और महिलाओं को पीने का साफ पानी दें, तो आप उसकी व्यवस्था कैसे कर रहे हैं? क्या आंगनबाडी केन्द्र, एएनएम और आशा कार्यकर्ता आपको साफ पानी का महत्व बताती हैं? और ये भी बताएं कि आप अपने घर में किस माध्यम से पानी लाते हैं यानि बोरवेल, चापाकल या कुएं और तालाबों से?
बिहार राज्य के जिला नवादा के नारदीगंज प्रखंड से तारा की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से निक्की कुमारी से हुई। निक्की कुमारी यह बताना चाहती है कि पहले जमीन पुरुष के नाम से रहता था लेकिन अब महिला के नाम से भी रहता है। अगर महिला के नाम से जमीन रहेगा तभी तो वह फसल उगा सकती है अपना पेट भर सकती है और अपने बच्चों को खिला सकती है। जमीन रहेगा तो कहती कर सकती है और खेत का रशीद भी होना जरूरी है।
बिहार राज्य के जिला नवादा के नारदीगंज प्रखंड से तारा की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से निक्की कुमारी से हुई। निक्की कुमारी यह बताना चाहती है कि वह पहले घर में रहती थी लेकिन अब बाहर निकल सकते है। पहले पति और घर के लोग मना करते थे कि घर से बाहर नहीं निकलो बाहर का आदमी तुम पर ताना मारेगा। अब वह घर से बाहर निकलती है और सभी काम करती है। पहले लोग हँसते थे लेकिन अब वह अपने बच्चों को पढ़ाने के लिए और रोजगार करने के लिए घर से बाहर निकली है। वह खुद काम करके अपना घर चला रही है।
बिहार राज्य के जिला नवादा के नारदीगंज प्रखंड से तारा की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से निरु देवी से हुई। निरु देवी यह बताना चाहती है कि उनके गाँव में अच्छा विकास हुआ है और नाली का निर्माण हुआ है। उनका जमीन पर अधिकार होना चाहिए, उनका अपना खेत होना चाहिए। ताकि बच्चों को पढ़ा सके। बच्चा आँगनबाड़ी जाता है. पढ़ने के लिए।
बिहार राज्य के जिला नवादा के नारदीगंज प्रखंड से तारा की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से मीना से हुई। मीना यह बताना चाहती है कि पहले महिलाओं को घर से निकलने नहीं मिलता था। सास ,ससुर, हस्बैंड बहुत दिकक्त देते थे। अब महिला अपने पैरों पर खड़ी हो रही है। बच्चों को स्कूल लेकर जाती है। घर का राशन भी लाती है। पड़ोस के लोग मजाक उड़ाते थे की नयी दुल्हन आयी है और घर से बाहर निकल रही है तो इस तरह की परेशानियां पहले होती थी। लेकिन अब घर का सारा काम औरत स्वयं करती है
बिहार राज्य के जिला नवादा के नारदीगंज प्रखंड से तारा की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से मीना से हुई। मीना यह बताना चाहती है कि महिला का अधिकार पति के जमीन में होता है। पति के जमीन पर आधा हिस्सेदारी होता है। जमीन का रशीद नहीं रहने पर बहुत परेशांनी होती है। रशीद नहीं होने के कारण बच्चों का स्कूल में नाम नहीं लिखाता है। राशन कार्ड नहीं बन पाता है।
बिहार राज्य के जिला नवादा के नारदीगंज प्रखंड से तारा की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से कुमारी प्रतिमा से हुई। कुमारी प्रतिमा यह बताना चाहती है कि महिलाओं को आगे बढ़ने के लिए बहुत सारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। ये अभी भी देखा जाता है कि औरतें घर से बाहर नहीं निकलती है। अब उनको घर से निकलने के बाद अच्छा महसूस हुआ। उनको कुछ करने की हिम्मत मिली और उनको अपना पहचान मिला। महिला अब आज़ादी महसूस करती है।
बिहार राज्य के जिला नवादा के नारदीगंज प्रखंड से तारा की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से कमला सिन्हा से हुई। कमला सिन्हा यह बताना चाहती है कि वह जीवन में आगे बढ़ी है , वह समूह से जुड़कर कर्जा लेकर आगे बढ़ी। इसी से उनका दाल - रोटी चलता है। पहले बच्चों को नहीं पाल सकती थी लेकिन अब वह पाल सकती है।
