बिहार राज्य के नवादा ज़िला के नारदीगंज प्रखंड से तारा की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से स्वीटी सिन्हा से हुई। स्वीटी कहती है कि महिलाओं को हिंसा और भेदभाव की नज़र देखा जाता है। महिलाओं को भूमि अधिकार मिलना मतलब आर्थिक रूप से मज़बूत होना ,घर और समुदाय में समानता और सम्मान प्राप्त करना ,तमाम अवसरों की प्राप्ति और कानूनी अधिकार प्राप्त करने की क्षमता हो जाना है । महिलाओं को मज़बूत अधिकारों का मतलब अधिक समृद्धि और शांति है। अगर इनके पास जमीन रहता तो किचन गार्डन लगाती
बिहार राज्य के जिला नवादा के नारदीगंज प्रखंड से तारा कुमारी की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से परमिला से हुई। परमिला यह बताना चाहती है कि हिन्दू उत्तरदिखारी अधिनियम के मुताबिक पत्नी का पति के पैतृक संपत्ति में हक़ नहीं होता है। पत्नी का हक़ सिर्फ उसके पति की अर्जित की गई संपत्ति पर हो सकता है। महिला के विधवा हो जाने पर ससुराल में संपत्ति पर हक़ होता है। वह उतना हिस्सा पा सकती है जितना उनका पति का बनता हो। वंशावली में घर के बच्चों का नाम भी जोड़ा जा रहा है। लड़की भी उसमे अपना अधिकार ले सकती है।
सुनिए डॉक्टर स्नेहा माथुर की संघर्षमय लेकिन प्रेरक कहानी और जानिए कैसे उन्होंने भारतीय समाज और परिवारों में फैली बुराइयों के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाई! सुनिए उनका संघर्ष और जीत, धारावाहिक 'मैं कुछ भी कर सकती हूं' में...
यह नौकरी उन लोगों के लिए है जो जूनियर अकाउंट्स क्लर्क 2024 री ओपन ऑनलाइन फॉर्म द्वारा निकाली गई जूनियर अकाउंट्स क्लर्क के 740 पदों पर काम करने के लिए इच्छुक हैं। वैसे उम्मीदवार इन पदों के लिए आवेदन कर सकते हैं, जिन अभ्यर्थियों के पास वाणिज्य विषय में डिग्री होनी चाहिए।इसके साथ ही उम्मीदवार की न्यूनतम आयु सीमा 21 वर्ष और सामान्य उम्मीदवारों के लिए अधिकतम आयु सीमा 37 वर्ष,अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति उम्मीदवारों के लिए अधिकतम आयु सीमा: 42 वर्ष तथा अन्य पिछड़ा वर्ग एवं महिला उम्मीदवारों के लिए अधिकतम आयु सीमा: 40 वर्ष रखी गई है.इन पदों पर आवेदन शुल्क सामान्य एवं अन्य पिछड़ा वर्ग के उम्मीदवारों के लिए 1500 रूपए और एससी/एसटी/दिव्यांगजन एवं महिला उम्मीदवारों जो बिहार के मूल निवासी हैं उनके लिए 375 रुपये रखी गयी है।इन पदों पर वेतनमान 9200 -15500 रुपये प्रतिमाह दिया जाएगा।अधिक जानकारी के लिए आवेदनकर्ता इस वेबसाइट पर जा सकते हैं। वेबसाइट है https://www.bsphcl.co.in/ .उम्मीदवारों का चयन लिखित परीक्षा और साक्षात्कार के आधार पर होगा।
भारत जैसे देश में जहां सासंकृतिक सामाजिक और राजनीतिक असमानताओं की खाई बहुत ज्यादा गहरी है, ऐसे में यह कह पाना कि सबकुछ एक समान है थोड़ी ज्यादती है। आप हमें बताइए कि "*----- महिलाओं को नेतृत्व की भूमिकाओं में शामिल करने और निर्णय लेने की प्रक्रियाओं में उनकी भागीदारी बढ़ाने के लिए क्या प्रयास किए जा सकते हैं? *----- समुदाय-आधारित पहल और सामाजिक उद्यमिता गरीबी उन्मूलन में कैसे योगदान दे सकते हैं?
बिहार राज्य के जिला नवादा से संगीता कुमारी की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से सुहानी कुमारी से हुई। सुहानी कुमारी यह बताना चाहती है कि महिलाओं को कानूनी साक्षरता और उनके अधिकारों के बारे में जागरूक करने के लिए कई प्रयास किए जा सकते हैं। समाज में महिलाओं के हर एक दृष्टिकोण से बदलने की जरूरत है। उनको बढ़ावा देना चाहिए। अक्सर यह देखा गया है की महिला के कानूनी ज्ञान के आभाव के कारण वह अपना आवाज़ नहीं उठा पाती है। जिसके कारण उन्हें कई तरह के यातनाओं का सामना करना पड़ता है। उनको कानूनी ज्ञान होने से हिंसा और भेद - भाव भी मुक्त होगा और उनको जमीन, समान वेतन देने का अधिकार मिलेगा।
बिहार राज्य के जिला नवादा से संगीता कुमारी की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से सोनाली कुमारी से हुई। सोनाली कुमारी यह बताना चाहती है कि महिलाओं को यह समझना होगा कि उन्हें भूमि देना मतलब उनको सम्मान से जीने का अधिकार दिया जा रहा है। भूमि अधिकार एक महत्वपूर्ण मानवाधिकार है जो महिलाओं के पास पहले नहीं था । लड़की को पैतृक संपत्ति में अधिकार मिलना चाहिए। उनको ससुराल में भी जमीन में अधिकार मिलना चाहिए। अगर उनके नाम से जमीन रहेगा तो वह अपने मर्जी से फसल उगा सकती है। वह दाल या अन्य फसल उगा कर उसे बेच कर पैसा कमा सकती है।
बिहार राज्य के जिला नवादा से संगीता कुमारी की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से आकांक्षा से हुई। आकांक्षा यह बताना चाहती है कि पहले महिलाओं को शिक्षा देना जरूरी नहीं समजा जाता था। लेकिन समय के साथ लोगों ने समझा की उन्हें भी शिक्षा देना जरूरी है। आज भी महिला को घर से सपोर्ट नहीं मिलता है। लड़कियों की शिक्षा एक महत्वपूर्ण कदम है। यह जागरूक और शिक्षित नागरिक बनाने के लिए विकास के लिए काम करता है। अगर लड़की शिक्षा लेती है, तो वह अपने गंतव्य तक पहुंच सकती है। वह अपने परिवार का भरण-पोषण भी कर सकती है
बिहार राज्य के नवादा जिला से विजय ने मॉविले वाणी के माध्यम से अनीता देवी से बातचीत किया। बातचीत के दौरान अनीता ने बताया कि महिलाओं को ससुराल में भूमि का अधिकार मिलना चाहिए। महिलाओं को भूमि का अधिकार मिलेगा तो उनके प्रति प्रताड़ना का मामला में कमी आएगा। साथ ही महिलाओं को शिक्षित बनाना चाहिए। महिलाएं शिक्षित हो कर रोजगार कर सकती है। महिलाएं रोजगार से जुड़ेंगी तो वे आत्मनिर्भर और सशक्त बनेंगी।
बिहार राज्य के नवादा जिला से विजय ने मॉविले वाणी के माध्यम से मंजू देवी से बातचीत किया। बातचीत के दौरान मंजू ने बताया कि महिलाओं को ससुराल में भूमि का अधिकार मिलना चाहिए। महिलाओं को भूमि का अधिकार मिलेगा तो उनके प्रति प्रताड़ना का मामला में कमी आएगा। साथ ही महिलाओं को शिक्षित बनाना चाहिए। महिलाएं शिक्षित हो कर रोजगार कर सकती है। महिलाएं रोजगार से जुड़ेंगी तो वे आत्मनिर्भर और सशक्त बनेंगी।