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अभी तक मौसम अनुकूल रहने और कोहरा तथा धूंध नहीं होने के कारण खेतों में लगी तेलहन की फसल लहलहा रही है। सरसों के पौधों में पीले पीले फूल खिल जाने से ऐसा लग रहा है जैसे धरती ने पीली चादर ओढ़ ली है। खेतों में सरसों के खिले पीले पीले फूल को देख किसान तो हर्षित हो ही रहे हैं। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्म शताब्दी वर्ष के अवसर पर सबलपुर के दीपक शर्मा को बुधवार को सर्वसम्मति से भाजपा के सोनपुर दक्षिण मंडल का पहला अध्यक्ष चुना गया। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

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पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के स्वर्ण जन्म जयंती समारोह के अवसर पर चिकित्सा शिविर का आयोजन बुधवार को सीताराम सिंह महाविद्यालय गोबिंद चक के प्रांगण मे रेज हौस्पिटल एवं रिसर्च सेंटर द्वारा चिकित्सा शिविर का भी आयोजन किया गया जिसमे 6 डाक्टर की टीम ने सैकड़ो रोगीयो को मुफ्त जाँच कर उन्हें दवा वितरण किया। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

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"जहाँ हो प्रेम और खुशियों की बौछार, क्रिसमस लाता है दिलों में प्यार और खुशियाँ अपार।" नमस्कार/ आदाब साथियों ! क्रिसमस का पर्व हमें बताता है कि असली खुशी दूसरों के साथ प्रेम, दया और एकता बाँटने में है। यह समय है हम सभी के लिए प्यार और भाईचारे की भावना को मनाने का, और उन लोगों के साथ खुशियाँ साझा करने का जिन्हें हम प्यार करते हैं। क्रिसमस हमें यह सिखाता है कि छोटे-छोटे अच्छे कार्यों से हम इस दुनिया को एक बेहतर जगह बना सकते हैं। इस पर्व के माध्यम से हम न केवल अपने रिश्तों को मजबूत करते हैं, बल्कि अपने दिलों में एक नई रोशनी भी भरते हैं। साथियों आपका जीवन प्रेम, शांति और समृद्धि से भरा रहे। क्रिसमस का यह पर्व आपके दिलों में खुशियाँ और प्यार लेकर आए।" मोबाइल वाणी परिवार की ओर से आपको और आपके परिवारजनों को क्रिसमस की ढेर सारी शुभकामनाएँ!

अटल बिहारी वाजपेयी कालजयी पुरुष थे। जिन्होंने भाजपा को शून्य से शिखर तक पहुंचने में अपना अभूतपूर्व योगदान दिया। उक्त बातें प्रोफेसर डॉ अजीत कुमार ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जन्मशताब्दी समारोह की पूर्व संध्या पर आयोजित "अटल की विराट छवि" गोष्ठी में कहा। इस मौके पर उपस्थित लोगों ने डॉ अजीत कुमार के नेतृत्व में अटल बिहारी वाजपेई के चित्र पर पुष्प चढ़कर श्रद्धा सुमन अर्पित किया। शताब्दी समारोह प्रो डॉ अजीत कुमार के अध्यक्षता में की गई जबकि संचालन इंजीनियर राजीव कुमार ने किया। जनशताब्दी समारोह को संबोधित करते हुए डॉ अजीत कुमार ने कहा कि आग और पानी का कब और कैसे इस्तेमाल करना चाहिए ।यह कला अटल जी कूट-कूट कर भरा था। पोखरण में परमाणु परीक्षण कर उन्होंने संदेश दे दिया था कि भारत दोस्ती का तलबगार है ,पर कभी झुकेगा नहीं, ,। कंधार कारगिल और संसद पर हमले के बावजूद उन्होंने समझौता की कोशिश नहीं छोड़ी और अटल जी अपनी आलोचनाओं की ओर, नहीं अपने लक्ष्य की ओर देखते थे। यही वजह था कि अटल जी विरोधियों के भी दिल में राज करते थे।