टेढागाछ प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत मटियारी पंचायत के डुमरिया गांव वार्ड नंबर 5 के 30 परिवारों का घर विगत वर्ष कनकई नदी में कट कर विलीन हो गया था। पीड़ित परिवारों ने बताया कि अंचलाधिकारी टेढ़ागाछ द्वारा पीड़ित परिवारों को तब प्लास्टिक दिया गया था फिर कोई सहायता नहीं मिली। पीड़ित परिवार डोम सड़क के किनारे झोपड़ी बनाकर किसी तरह गुजर बसर कर रहे हैं।

टेढ़ागाछ प्रखंड मुख्यालय स्थित पशु चिकित्सालय बंद रहने से मवेशी पलकों को भारी मुसीबतों का सामना करना पड़ा। हवाकोल पंचायत के खुरखुरिया गांव में अचानक घर में आग लगने से एक मवेशी की मौत हो गयी और दो मवेशी आग में झुलसकर बुरी तरह से घायल हो गया था। जिसका इलाज कराने को लेकर ग्रामीणों ने टेढ़ागाछ मुख्यालय स्थित मवेशी अस्पताल के डॉक्टरों से संपर्क करने पहुंचे तो मवेशी अस्पताल में ताला लटका हुआ था। दोपहर में लगभग 12 बजे के बाद भी अस्पताल नहीं खुला तो निराश पशुपालक घर लौट गए। इधर और भी कई ग्रामीण क्षेत्र से लोग मवेशी हॉस्पिटल आए लेकिन गेट में ताला लगा मिला। ग्रामीणों ने बताया कि यह आए दिन की बात है। प्रशासन को इसपर संज्ञान लेना चाहिए।

बिहार राज्य के किशनगंज जिला से सामुदायिक संवाददाता धीरज सिन्हा मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है कि टेढ़ागाछ प्रखंड के आईसीडीएस कार्यालय में पोषण परामर्श केंद्र में विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया गया। जहां पोषण संबंधित जानकारियां दी गई। बाल विकास परियोजना टेढ़ागाछ में कुपोषण दूर करने के लिए सामुदायिक सहभागिता पर जोर दिया जा रहा है।

टेढ़ागाछ प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत दर्जनों गांव तक आने-जाने वाली सड़के आज भी कच्ची है। जिसके कारण ग्रामीणों को बरसात के समय आवाजाही में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। ज्ञात हो कि सरकार हर गांव को मुख्य सड़क से जोड़ने का जो संकल्प लिया है। वह पूरा होते नहीं दिख रहा है। पंचायत स्तर पर भी मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना हर वार्ड में चलाकर गली नाली योजना के तहत पक्की सड़क निर्माण कार्य तेजी से हो रही है।

टेढ़ागाछ प्रखंड के चिल्हनियां पंचायत स्थित तालीम नगर खर्रा से गढ़ीटोला तक जाने वाली नवनिर्मित मुख्यमंत्री सड़क के बीच पुरन्धा में डायवर्सन पर आरसीसी पुल की मांग स्थानीय ग्रामीणों द्वारा की जा रही है। ज्ञात हो कि यह सड़क 2017 में आई बाढ़ के कारण ध्वस्त हो गयी थी। उसके बाद से अबतक ध्वस्त सड़क पर आरसीसी पुल का निर्माण नहीं हुआ।

टेढ़ागाछ प्रखंड के चिल्हनियां पंचायत के वार्ड नंबर 5 खटियाटोली आदिवासी टोला आज भी मूलभूत सुविधाओं से वंचित है। यहां 20 परिवारों का घर है, लेकिन मूलभूत सुविधाओं से आदिवासी समाज के लोग वंचित हैं। बताते चलें कि शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क जैसी मूलभूत सुविधाओं से आज भी कोसों दूर हैं यहां के लोग, खासकर छोटे-छोटे बच्चों के लिए शिक्षा के लिए स्कूल भी नहीं है । इलाज के लिए उप स्वास्थ्य केंद्र एवं मुख्यमंत्री का ड्रीम प्रोजेक्ट हर घर नल जल योजना का पानी टंकी सेट नहीं लगाया गया है।स्थानीय ग्रामीणों ने जिला पदाधिकारी से मूल भूत सुविधा की मांग की है।

टेढ़ागाछ प्रखंड में सशस्त्र सीमा बल 12वीं बटालियन एसएसबी जवानों द्वारा सोमवार को उत्क्रमित मध्य विद्यालय फतेहपुर में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ एवं नशा मुक्त भारत अभियान एवं अन्य स्लोगन के साथ स्कूली छात्र एवं छात्राएं एवं ग्रामीण व बुद्धिजीवी ने एसएसबी के कार्यक्रम में शामिल होकर सीमा क्षेत्र के गांव में जागरूकता रैली निकाली।

टेढ़ागाछ प्रखंड क्षेत्र के कुल 12 पंचायत में से दो पंचायत सरकार भवन विगत वर्ष 2012 में ही कालपीर एवं चिल्हनियां पंचायत को हैंड ओवर के बावजूद भी ताला लटका हुआ है। जहां पंचायत के लोगों को मिनी ब्लॉक के माध्यम से पंचायत में ही जाति, निवास, आय एवं जमीन संबंधी छोटे-मोटे कार्य पंचायत भवन में ही होना था, लेकिन जब से बनकर तैयार हुआ है। आज तक चिल्हनियां पंचायत सरकार भवन का ताला नहीं खुला है।यह पंचायत सरकार भवन सिर्फ शोभा की वस्तु बनकर रह गया है। लोगों की मांग है कि जल्द से जल्द पंचायत सरकार भवन को मिनी ब्लॉक के रूप में कार्य में लाया जाए।

टेढ़ागाछ प्रखंड मुख्यालय से महज तीन किलोमीटर दक्षिण लोधाबाड़ी स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय सेतु शोभा की वस्तू बनकर रह गई है। गौरतलब है कि इस पुल का उद्घाटन 2001 ई. में पंडित दीनदयाल उपाध्याय सेतु के नाम से हुआ था। उसके बाद आई बाढ़ में फुल पूरी तरह ध्वस्त एवं बीच से टूट भी गई है जिससे आवाजाही बाधित है।लोगों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।स्थानीय लोगों की मांग है कि जल्द से जल्द पुल का नवनिर्माण हो।

किशनगंज जिले के टेढागाछ जिला परिषद क्षेत्र संख्या 1 अंतर्गत हाटगांव पंचायत स्थित आदिवासी टोला प्रेम नगर के नजदीक पिपरा घाट के गोरिया धार पर पुल नहीं होने से लोग को आवाजाही में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।वर्षों से स्थानीय लोगों द्वारा यहां पुल की मांग की जा रही है।