टेढ़ागाछ प्रखंड के चिल्हनियां पंचायत अनतर्गत वार्ड- 3,4,5 क्षेत्र में रतुआ नदी का पानी ईलाके में प्रवेश तेजी से कर रही है, कुछ देर पहले ही खेतों में पानी नही था एक घंटे के दौरान ही भर गया पानी और हो रहा है तेजी से बढ़ौतरी हो रही है।

टेढ़ागाछ प्रखंड में जिला स्वास्थ समिति के तत्वाधान और जन साहस किशनगंज के सहयोग से टेढ़ागाछ प्रखंड के मटियारी पंचायत में आयुष्मान भारत योजना और ई- श्रम कार्ड के लिए शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें 4 आयुष्मान कार्ड बनाया गया। जिसमें पुरुष - 1 महिला - 3 तथा ई-श्रम कार्ड 19, पुरुष - 10, महिला -9

बिहार राज्य के किशनगंज जिला सेधीरज सिन्ह मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है कि टेढ़ागाछ प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत भोरहा पंचायत के वार्ड संख्या 5 में सड़क किनारे कल्वर्ट को मिट्टी द्वारा भर दिया गया था। जिसे लेकर ग्रामीणों ने विगत कुछ दिनो पूर्व अंचलाधिकरी को आवेदन देकर अवगत कराया था। अंचलाधिकरी द्वारा मामले की गंभीरता को देखते हुए।थानाध्यक्ष एवं अन्य दल बल के साथ अंचलाधिकरी द्वारा कल्वर्ट के मुंह से मिट्टी हटवाया गया और साथ ही इस तरह के गैरकानूनी कार्य को नहीं करने की सख्त हिदायत दी।

बिहार राज्य के किशनगंज जिला से धीरज सिन्ह मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है कि टेढ़ागाछ प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत हवाकोल पंचायत के वर्ड नंबर 04 स्थित खुरखुरिया गांव में आगलगी की घटना में रंभा देवी का घर जला था। जिसमें तीन मवेशी आग में झुलस गई थी।अग्निपीड़ित परिवार को अंचल कार्यालय में शनिवार को सीओ अजय चौधरी के द्वारा सरकारी सहायता राशि उपलब्ध करवाई गई।

टेढ़ागाछ प्रखंड मुख्यालय से बहादुरगंज जाने वाली व जिला मुख्यालय को जोड़ने वाली एकमात्र पक्की सड़क टेढ़ागाछ से लौचा होता हुआ बहादुरगंज तक है। जो प्रशासनिक उपेक्षा के कारण बदहाल है। इस सड़क की चौड़ीकरण अब तक नहीं हुआ है। गौरतलब है कि सड़क व्यस्त होने के कारण सड़कों पर हमेशा भीड़ व जाम लगी रहती है। जिसके कारण सड़क दुर्घटना भी होती रहती है।स्थानीय लोग सड़क के चौड़ीकरण की मांग कर रहे हैं।

टेढ़ागाछ प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत हवाकोल पंचायत के वर्ड नंबर 04 स्थित खुरखुरिया गांव में विगत 04 अप्रैल को आगलगी की घटना में रंभा देवी का घर जला था। जिसमें तीन मवेशी आग में झुलस गई थी। जिसमें एक गाय की मौत आग में जलने से हो गयी थी। आगलगी की घटना के बाद अग्निपीड़िता ने टेढ़ागाछ अंचलाधिकारी से मुआवजा की मांग करते हुए उनसे मदद की गुहार लगाई थी। ज्ञात हो कि अग्निपीड़ित परिवार को अंचल कार्यालय में शनिवार को सीओ अजय चौधरी के द्वारा सरकारी सहायता राशि उपलब्ध करवाई गई।

टेढ़ागाछ प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत चिल्हनिया पंचायत के सुहिया स्थित गोरिया धार पर वर्षों से पुल निर्माण की मांग हो रही है। लेकिन स्थानीय लोगों की मांग पूरी नहीं हो पा रही है जिससे ग्रामीणों को चचरी पुल से आवागमन की मजबूरी ंहोती है। गोरिया धार पर पुल नहीं रहने से आसपास के दर्जनों गांव के लोगों को आवागमन में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। स्थानीय लोगों ने संबंधित अधिकारियों से सुधि लेने की मांग की है।

बिहार राज्य के किशनगंज जिला से सुधा आचार्या मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही है कि टेढ़ागाछ प्रखंड मुख्यालय से बहादुरगंज जाने वाली व जिला मुख्यालय को जोड़ने वाली एकमात्र पक्की सड़क टेढ़ागाछ से लौचा होता हुआ बहादुरगंज तक है। जो प्रशासनिक उपेक्षा के कारण बदहाल है। इस सड़क की चौड़ीकरण अब तक नहीं हुआ है। गौरतलब है कि सड़क व्यस्त होने के कारण सड़कों पर हमेशा भीड़ व जाम लगी रहती है। जिसके कारण सड़क दुर्घटना भी होती रहती है।स्थानीय लोग सड़क के चौड़ीकरण की मांग कर रहे हैं।

टेढ़ागाछ प्रखंड में बिहार सरकार की महत्वकांक्षी योजना हर घर नल जल योजना ग्रामीण क्षेत्र में कागजों पर सिमट कर रह गई है। सरकार एवं विभाग का दावा है कि सभी पंचायत के सभी वार्डों में प्रत्येक परिवारों को शुद्ध पेयजल पहुंचाने का दावा कर रही है लेकिन धरातल पर देखा जाए तो सिर्फ कागजों पर सिमट कर रह गया है।

टेढ़ागाछ चैनपुर से बिहार महादलित टोला जाने वाली निर्माणाधीन सड़क का निर्माण कार्य महीनों से रुका हुआ है। निर्माण एजेंसी द्वारा सड़क निर्माण कार्य में शिथिलता बरती जा रही है। ज्ञात हो कि इस सड़क के शुरुआत में मिट्टीकरण के दौरान किसानों के खेतों से मिट्टी खनन कर धान की फसलों को नुकसान पहुंचाया फिर गेहूं के फसलों को भी नुकसान पहुंचाकर खेतों से सड़क के लिए मिट्टी खनन कर ली गयी। फिर भी सड़क निर्माण कार्य प्रगति पर नहीं है। सड़क निर्माण में शिथिलता बरतने से किसानों को बार-बार नुकसान सहना पड़ रहा है।