कोरोना महामारी की दूसरी लहर देशभर में जमकर कहर बरपा रही है. कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए लगाए गए कई राज्यों में लॉकडाउन से कारोबार और आजीविका को तगड़ा झटका लगा है. कोरोना संकट के चलते फल, सब्ज़ियों, दुग्ध उत्पादक, पशुपालक, मुर्गीपालक, मछली-पालक किसानों को बहुत नुक़सान हुआ है। पूरी खबर सुनने के लिए ऑडियो पर क्लिक करें। 

देश कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है. रोज करीब 4 लाख कोरोना केस सामने आ रहे हैं. हजारों लोग जान गवां रहे है. इस बीच कोरोना संक्रमण को लेकर सोशल मीडिया पर कई दावे किए जा रहे हैं. सोशल मीडिया पर एक दावा यह भी किया जा रहा है कि 5जी की टेस्टिंग की वजह से कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है। इस खबर को सुनने के लिए ऑडियो पर क्लिक करें। 

कोरोनासंकट के बीच देश के कई राज्यों में बुनियादी स्वास्थ्य सुविधाओं और व्यवस्था की कमियां उजागर हो रही हैं. इस बीच कोरोना महामारी से लड़ाई के लिए संसाधनों का संकट बना हुआ है. अगर उत्तर प्रदेश की बात की जाए तो कुल 20.12 करोड़ की आबादी वाले प्रदेश में करीब 10 करोड़ ऐसी आबादी है जो कि 18-44 आयु वर्ग की है। इस खबर को सुनने के लिए ऑडियो पर क्लिक करें। 

भारत में रोजाना लाखों लोग कोरोना से संक्रमित हो रहे हैं और रोजाना हजारों लोगों की मौत हो रही है, उसे देखते हुए बड़ी संख्या में लोगों में डर का माहौल है. वहीं, ऐसे वक्त में सोशल मीडिया पर कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए तरह-तरह के घरेलू नुस्खे भी वायरल हो रहे हैं.विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

अमेरिका के शीर्ष स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉ. एंथनी फाउची ने कोविड-19 की दूसरी लहर से बुरी तरह प्रभावित हुए भारत में हालात को ‘अत्यंत निराशाजनक’ करार दिया और भारत सरकार को अस्थायी फील्ड अस्पताल तत्काल बनाने के लिए सैन्य बलों समेत सभी संसाधनों का इस्तेमाल करने की सलाह दी। विस्तृत जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें। 

एक तरफ जहां कोरोना महामारी से बचने के लिए सामाजिक दूरी और साफ सफाई पर जोर दिया जा रहा है जिसमें बार-बार हाथ धोना भी शामिल है, पर दूसरी तरफ देश में स्थिति ऐसी है कि अभी भी केवल 38 फीसदी लोग पांच या उससे ज्यादा बार हाथ धोते हैं। इस खबर को सुनने के लिए ऑडियो पर क्लिक करें। 

भारत में लगभग 1.43 करोड़ से ज्यादा मरीज कोरोना संक्रमण से रिकवर हो चुके हैं और स्वस्थ महसूस कर रहे हैं. हालांकि, इनकी देखभाल करने के लिए अभी एक मजबूत निगरानी तंत्र बनाना बाकी रह गया है. क्योंकि कोरोना से रिकवर कर लेने के बाद भी शरीर इतना मजबूत नहीं है कि वह किसी और बीमारी का झटका सह सके. यह बात हाल ही में हुए एक शोध में सामने आई है. जो लोग कोरोना संक्रमण से स्वस्थ हो चुके हैं, उनकी सेहत की निगरानी के लिए अभी कोई प्रोटोकॉल नहीं है, जो कि चिंता का विषय है.विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

केंद्र सरकार ने देशव्यापी लॉकडाउन की संभावना से इनकार किया है. देश में कोरोनावायरस के लगातार बढ़ते संक्रमण की वजह से नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट 2005 के तहत केंद्र सरकार ने नई गाइडलाइन जारी की है. इस दिशा निर्देश के हिसाब से सभी राज्य और केंद्र शासित प्रदेश को कहा गया है कि स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी किए गए कंटेनमेंट मेजर्स को गंभीरता से लागू करें. भारत सरकार के गृह मंत्रालय ने यह बयान दिया है.विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र को कोविड-19 टीका मूल्य नीति पर फिर से गौर करने का निर्देश देते हुए कहा है कि पहली नजर में इससे लोक स्वास्थ्य के अधिकार के लिए हानिकारक नतीजे होंगे. सुप्रीम कोर्ट ने महामारी के दौरान आपूर्ति और जरूरी सेवाओं के पुनर्वितरण से संबंधी एक स्वत: संज्ञान याचिका को लेकर कहा कि जिस तरह से केंद्र की वर्तमान वैक्सीन नीति को बनाया गया है, इससे प्रथमदृष्टया जनता के स्वास्थ्य के अधिकार को क्षति पहुंचेगी, जो कि संविधान के अनुच्छेद 21 का एक अभिन्न तत्व है. शीर्ष अदालत ने कहा कि राज्य सरकारों को प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देने और नए निर्माताओं को आकर्षित करने के नाम पर निर्माताओं के साथ बातचीत के लिए बाध्य करने से टीकाकरण वाले 18 से 44 साल के उम्र समूह के लोगों के लिए गंभीर नतीजे होंगे.

कोरोनावायरस के चलते 2020 में महिलाओं की आय को 59,25,832 करोड़ रुपए से ज्यादा का नुकसान हुआ है. ऑक्सफेम के अनुसार यह नुकसान 98 देशों के कुल जीडीपी से भी ज्यादा है. यदि वैश्विक स्तर पर देखें तो पिछले साल महिलाओं की 6.4 करोड़ नौकरियां चली गई थी, जोकि पुरुषों से भी ज्यादा थी. इस वर्ष पुरुषों को 3.9 फीसदी का नुकसान हुआ था वहीं महिलाओं को होने वाला नुकसान 5 फीसदी था.विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।