उत्तरप्रदेश राज्य के बरेली जिला के ग्राम दौना से सबनूर मोबाइल वाणी के माध्यम से ये कहना चाहती है कि नीलिमा की कहानी सुनी बहुत अच्छी लगी। उन्होंने कहा की लॉकडाउन के दौरान जो भी महिला और पुरुष बाहर से आये उन सभी को बहुत दिक्कत हुई

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उत्तरप्रदेश राज्य के महोबा जिला से रीना मोबाइल वाणी के माध्यम से ये कहना चाहती है कि लॉकडाउन के कारण फायदे और नुकसान दोनों हुए है क्यूंकि घर पर रहने का मुका मिला अपने माता पिता के साथ समय बिताने का मौका मिला और नुकसान भी हुए है की लॉकडाउन के कारण स्कूल बंद होने के कारण पढ़ाई नहीं हो पायी है परन्तु देखा जाये तो नुकसान और फायदे दोनों ही हुए है। फोन के माध्यम से पढ़ाई भी लॉकडाउन में होती रही

उत्तरप्रदेश राज्य के बरेली जिला से महताब बानो मोबाइल वाणी के माध्यम से ये कहना चाहती है कि लॉकडाउन में काफी दिक्कतें आयी है महिलाओं को और पुरुषों को भी।

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उत्तरप्रदेश राज्य के बरेली जिला से सानिया मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि वह उड़ान किशोरी साइंस में पढ़ती है। वह कहती है कि लॉकडाउन के समय काफी लड़कियों की पढ़ाई बंद हो चुकी है। लॉकडाउन के समय पैसे की बहुत दिक्कत हुई है। जिनके पास पैसे थे वह अपने बच्चे की पढ़ाई ऑनलाइन शुरू भी करवा दिए थे। वही जिनके पास पैसे नहीं थे उन्हें खाने-पीने की दिक्कत हो रही थी तो पढ़ाई करना संभव नहीं था जिसकारण लड़कियों की पढ़ाई बंद हो चुकी थी।

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उत्तरप्रदेश राज्य के महोबा जिला से सबीना मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही है कि इन्होने नीलिमा की कहानी सुनी जिससे पता चला है कि लॉकडाउन में महिलाएं प्रसव पीड़ा से परेशान है। लॉकडाउन के दौरान अधिकतर महिलाये ही परेशान है। अभी देखा जाय तो समुदाय में कई महिलाओं को इन समस्याओ का समाधान भी करना पड़ता था। उनके स्वास्थ्य के विषय में कोई नहीं सोचता। वो घर का काम ,खेत का काम करती है इसके साथ बहुत से काम होते है ,बहुत सी जिम्मेदारियां होती है उनके सर पर। आये दिन आर्थिक स्थिति और मानसिक स्थिति को झेलते हुए महिलाये बहुत हिंसा का सामना करती है। और इसमें भी समाज महिलाओ पर ही ताना कसी करते है। इस कोविड के दौरान लड़कियों की शिक्षा का स्तर बिलकुल गिर गया है न तो उनका कोचिंग और न ही स्कुल खोला इससे उनको भी मानसिक स्थिति का सामना करना पड़ रहा है और इसके लिए सरकार भी क्या कर रही है कुछ पता नहीं। नीलिमा की कहानी से बहुत सी जानकारी मिल रही है इससे लड़कियों को बहुत अच्छा लग रहा है। इनका यह भी कहना है कि घर बैठे इस तरह की अच्छी कहानियां सुनने को मिल रही है। जिससे हम अपनी मानसिक स्थिति में सुधार कर सकते है। इसके आलावा और भी बहुत से मुद्दे जैसे यौन प्रजनन स्वास्थ्य से जुडी जानकारियाँ मिलती है की किस तरह से माहवारी के दौरान लड़कियों को परेशानी होती है।