उत्तरप्रदेश राज्य के बरेली जिला से निशा ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि नीलिमा की कहानी सुनने से बहुत सीख मिलती है। इस कहानी को सुन कर उन्हें सीख मिली कि लड़का और लड़की एक सामान है और हमें सभी के भावनाओं की इज्जत करनी चाहिए।

उत्तरप्रदेश राज्य के जिला बरेली के भोजीपुरा से सरोज देवी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि इन्हे नीलिमा की कहानी बहुत अच्छी लगी की किस तरह लड़कियों को आगे बढ़ना चाहिए और पीरियड्स के समय उन्हें किस तरह की परेशानी आती है .इन सबके के बारे जानकारी मिली और ये सब भी मिलकर आगे बढ़ना चाहती है

उत्तरप्रदेश राज्य के जिला महोबा से संजना कुमारी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है की वे भी एक आईएमवी समूह से जुडी हुई है जिससे इन्हे बहुत सी जानकारिया मिलती है इन्हे अवसर मिलता है और काफी कुछ चीजे जानने को भी मिलता है . इसके लावा इन्हे लड़के लड़कियों के बीच होनेवाले फर्क को भी बताया जाता है की लड़की बाहर नहीं जा सकती है जबकि लड़के बाहर हमेशा घूमते रहते है।लड़कियों को ये करना चाहिए लड़कियों को ये नहीं करना चाहिए। ये सब गलत बाते है लड़का लड़की को बराबर माने। लड़कियों को भी आगे बढ़ने का अवसर मिलना चाहिए। उन्हें किसी भी तरह से रोका नहीं जाना चाहिए। आईएमवी से जुड़ने के बाद इनकी फैमली इन्हे कही भी जाने से नहीं रोकती है। माता पिता को भी अपने बच्चो पर भरोसा रखना चाहिए। लड़कियां किसी से कम नहीं है उन्हें भी अपने पैरो पर खड़ा होने चाहिए। इसके साथ लड़कियों को भी यह सोचना चाहिए कि उन्हें भी अपने फैसले अच्छे से लेना चाहिए जिससे माता पिता को परेशानी न हो।

उत्तर प्रदेश राज्य से भारती मोबाइल वाणी के माध्यम से बोल रही हैं की लड़कियों को भी अपने जीवन साथी अपने पसंद से चुनने का अधिकार होना चाहियें क्यूंकि जीवन तो लड़की को ही बिताना होता है लड़के के साथ माता-पिता इसमें सहयोग कर सकते हैं और लड़की को अपना जीवन साथी अच्छा पसंद करना चाहियें की वो किसी को बाद में दोष नहीं दे सके

उत्तर प्रदेश राज्य से मोबाइल वाणी के माध्यम से कीर्ति बोल रही हैं की जो दिव्यांग लोग पैदा होते हैं उनके में कुछ एक्स्ट्रा गुण होता है पूरा काबिलियत भी होता है सिर्फ उन्हें सहारे की जरुरत होती है और वे उस सहारे के माध्यम से आगे बढ़ सकते है। साथ ही जो एक सामान्य व्यक्ति काम कर सकते हैं वो एक दिव्यांग भी कर सकता है।

उत्तरप्रदेश राज्य के महोबा जिला से राजेश कुमारी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि समाज में दिव्यांगों के साथ भेदभाव किया जाता है। दिव्यांगों को अकेले छोड़ दिया जाता है उन्हें लोग किसी लायक नहीं समझते हैं। साथ ही वे कहती है कि दिव्यांगों को बराबरी का अधिकार मिलना चाहिए .

उत्तरप्रदेश राज्य के बरेली जिला से उषा ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि उन्हें नीलिमा की कहानी बहुत अच्छी लगी। साथ ही इस कहानी से उन्हें यह सीख मिली कि लड़कियों को किस तरह से आगे बढ़नी चाहिए और किन्नरों के साथ भेदभाव नहीं करना चाहिए

उत्तरप्रदेश राज्य के महोबा जिला से लता ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि यदि उनके गाँव में महिला प्रधान होती तो उनके क्षेत्र में भी स्टेडियम होता और वे भी खेल पाती। साथ ही उन्होंने बताया कि गाव में समाज के लोग लड़कियों को खेलने नहीं देते है कहते है इन्हे केवल घर का काम करना चाहिए ,बहुत ज्यादा लड़का और लड़की में भेदभाव किया जाता है। इसलिए वे चाहती हैं कि महिला प्रधान हो जिससे की महिलाओं को भी बराबर का अधिकार मिल सके

उत्तरप्रदेश राज्य के महोबा जिला से समीक्षा जो आईएमवी समूह से जुडी हुई है उन्होंने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि उन्हें खेल बहुत पसंद है। अभी हाल ही में संस्था की और से उन्हें खेलने के लिए ले जाया गया। लेकिन गाँव के लोगों की सोंच के कारण लड़कियों को खेलने से रोका जाता है और उन्हें उन्हें तरह तरह के ताने भी सुनाये जाते है

उत्तरप्रदेश राज्य के महोबा जिला से हमारी श्रोता ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि पहले उन्हें कहीं आने जाने में डर लगता था। इस डर का कारण था समाज का गलत सोंच। लोग लड़कियों को पढ़ाने के खिलाफ होते है और कहते हैं कि लड़कियों को घर में ही रहना चाहिए। लेकिन जब से इन्होने नीलिमा की कहानी सुनी है इन्हे काफी प्रेरणा मिली है और इनका डर ख़त्म हो गया है, अब वे निडर हो कर कही भी जाती हैं