झारखण्ड राज्य के हज़ारीबाग जिले से कंचन देवी मोबाइल वाणी के माध्यम से यह कहती हैं कि उनके पास राशन कार्ड के न होने से खाने में बहुत दिक्कतें हो रही है। साथ ही वृद्धा पेंशन भी नहीं मिला है

झारखण्ड राज्य के हज़ारीबाग़ जिले के इचाक प्रखंड से कुसुम देवी मोबाइल वाणी के माध्यम से यह कहती हैं कि उनके पति के मरे हुए पाँच साल हो गए हैं। लेकिन सरकार के तरह से अभी तक इंदिरा आवास योजना का कोई लाभ नहीं मिला और साथ ही बिधवा पेंशन भी नहीं मिला

झारखंड राज्य के जिला हज़ारीबाग़ के इचाक प्रखंड से किरण देवी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि लॉकडाउन में सरकार द्वारा कहा गया था कि विधवा,वृद्धा तथा विकलांग के खाते में पैसा डाला जायेगा लेकिन कुछ महिलाओं का अभी तक पैसा नहीं आया है जिसकारण इन्हें काफी परेशानी हो रही है। वही जिसका राशन कार्ड है उन्हें राशन मिल गया है और जिसका नहीं भी है उन्हें भी कुछ लोगों को मुखिया के तरफ से राशन दिया गया है। इसलिए इनका कहना है कि अगर इन्हें लाभ मिल जाता तो इनकी काफी मदद हो पाती।

झारखण्ड राज्य से आरती कुमारी ने मोबाईल वाणी माध्यम से बताया कि वो एक किशोरी हैं और गांव में नरेगा का काम शुरू हो गया है। ये जानना चाहती हैं कि नरेगा का मजदूरी कितना है ?इनके यहाँ 178 रुपया मिल रहा है। जो सरकार बोल रही थी कि नरेगा मजदूरों को ₹2000 उसके खाते में चला जाएगा ऐसा तो कुछ नहीं हुआ है.1000 दिया जा रहा है।

झारखण्ड राज्य के हज़ारीबाग जिला के इचाक प्रखंड से अंजू देवी मोबाइल वाणी के माध्यम से ये बताना चाहतीं है,कि उनके पति नहीं है ,दो लड़का एक लड़की है,लॉक डाउन के कारण काम धंधा नहीं हो पा रहा है,घर में बैठे बैठे क्या करें क्या खाये। डीलर द्वारा राशन में केवल चावल मिलता है , उसमे भी काट लिया जाता है ,और गेहूँ भी नहीं मिलता ना ही पेंशन मिलती है

झारखण्ड राज्य के चत्र जिला से अनीता यादव मोबाइल वाणी के माध्यम से ये बताना चाहतीं है,कि नीलिमा कि अठारवीं कड़ी में दिखाई गयी जिसमे एक महिला के साथ अत्याचार हो रहा है,और वो नीलम की कहानी से प्रेरित होकर उस महिला ने अपने ऊपर हो रहें अत्याचार के विरुद्ध आवाज़ उठायी। महिला एकता में बल है,और संगठन में बल है,इस तरह सारी महिलाओं को हिम्मत कर के अपने एकता को प्रदर्शित करना होगा क्यूंकि किसी भी संविधान में ये नहीं लिखा है, और ना ही समाज है ,कि कोई भी पुरुष हो ,वार्ड सदस्य हो या मुखिया हो या क्यों ना प्रधानमंत्री ही हो एक महिला पर अत्याचार नहीं कर सकता है।महिलाओं के अत्याचार के ऊपर उनके पास घरेलु हिंसा के तहत कानून है।

झारखण्ड राज्य के चतरा जिला से सारिका देवी मोबाइल वाणी के माध्यम से यह कहती हैं कि उन्होंने क्रिया द्वारा चलने वाले प्रशिक्षण में कई बार भाग लिया है और उससे मिलने वाली जानकरी को समझा है। किस प्रकार महिलाओं के साथ शारीरिक हिंसा, घरेलु हिंसा आदि के बारे में जानकारियाँ मिली हैं। वह कहती हैं कि एक बच्चे के जन्म प्रमाण पत्र बनाने में बहुत दिक्कतों का सामना करना पड़ा था। लेकिन उसके बाद वह वकील की सहायता से बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र बनवा दी।