मेरा नाम संजय है मैं गरबा गांव की रहने वाली हूं मैं आप लोगों के बीच जो लड़की लड़का मेहरबान होते हैं उसके बारे में कुछ बताना चाहती हूं जैसे कि जब मैं पढ़ाई करना चाहती थी तो वहां जब मेरे पेरेंट्स एडमिशन कराने के लिए हमारे गांव के आसपास के लोग फेल बहुत रास्ते से हटाने का से बहुत तरह के मेरे वाले को बोले की जैसी है मत पड़ा यह मत करो वह मत करो अच्छा हुआ कि नहीं पता चला कि मैं अन्नदा कॉलेज में एडमिशन करवा सकती हूं मेरे घर के बगल नौकरी करते हैं तो वहां आए मेरे घर में और मेरे पास है नहीं तो आप कैसे पढ़ाने सकेगा मेरे बाप के पास तो नौकरी से पढ़ाने नहीं सकेगा इसका मतलब तो यह मेरे पास अच्छा हुआ कि मेरे पास आने पर कच्छावा कि उनकी बात सुनकर मेरी बात को मानते हुए हैं वहां तक देश में बल्कि ना कहां से पढ़ाई हम बहुत खुश हैं कि उसके बातों में ना आए और मुझे इतनी आजादी दी है पढ़ाई लिखाई उद्योग मेरे बाप को मेरे पापा को जो बस इतनी सी बात को ना मानते उनका मुंह बंद कर दीजिए

झारखंड राज्य के जिला हज़ारीबाग़ के गांव छोटा दरभंगा से बबीता कुमारी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि इनके गांव में महिला के लिए खाने-पीने का व्यवस्था नहीं था जिसकारण वह घर से खाना मंगाती थी खाती थी तथा उनके साथ भेद भाव किया जा रहा था जिसकारण व्यवस्था नहीं दिया जा रहा था

झारखंड राज्य के जिला हज़ारीबाग़ के गांव छोटा दरभंगा से कन्याकुमारी कुमारी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि बाहर से आई महिला को क्वारंटाइन सेंटर में चौदह दिन के लिए रखा गया था और उसके साथ भेदभाव किया जाता था। जिसकारण उसे खाने पीने का पैसा भी नहीं था और वह अपने घर से खाना मंगा कर खाती थी

झारखंड राज्य के हज़ारीबाग़ जिला के हज़ारीबाग़ से सपना कुमारी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताये की लॉकडाउन की पेहेले वे कॉलेज जाती थी लेकिन जब से लॉकडाउन हुआ है वे घर में रहती है |

झारखंड राज्य के हज़ारीबाग़ जिला के हज़ारीबाग़ से सुमन कुमारी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताये की लॉकडाउन की पेहेले सबकुछ ठीक था लेकिन लॉकडाउन की वजह से दिक्कत हो रही है | सुबह उठकर बर्तन धोता हूँ , कपडा धोता हूँ और खाना वनती हूँ , सारा दिन काम करता हूँ 

झारखण्ड राज्य के जिला हजारीबाग के प्रखंड ईचाक से मंजू कहती है कि अभी कोरोना का महामारी चल रही है इस समय मै बाबा रामदेव का योगासन देखती हूँ और घर पर दूसरे सदस्यों को बताती है। इसके आलावा कई प्रकार के व्यंजन बनाती जिससे समय का सदुपयोग हो

झारखण्ड राज्य के हजारीबाग जिले के विष्णुगढ़ से सुनीता पांडेय ने मोबाईल वाणी के माध्यम से बताया कि इस लॉक डाउन में इनके पति,बच्चे और खुद ये हंसी-ख़ुशी से रह रही हैं

झारखण्ड राज्य के जिला हजारीबाग से महिला श्रोता मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि इस समय बहुत परेशानी दिक्कत है। घर पर बैठी है। राशन में सिर्फ चावल मिल रहा है। चावल मिलने से क्या होगा

झारखण्ड राज्य के हजारीबाग जिला से सुनीता देवी बता रही है कि कोरोना में बहुत तकलीफ हो रहा है उनके पति गाड़ी चलाने का काम करते है पर इधर सब कुछ बंद चल रहा है जिससे खाने पिने क काफी दिक्कत हो रही है। राशन में चावल मिलता है उससे क्या होता है ?

झारखण्ड राज्य के जिला हजारीबाग के प्रखंड ईचाक के परासी गावं से कुसुम यादव मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि इस समय बहुत परेशानी दिक्कत है। घर पर बैठी है। सब काम बंद है दुकान बंद है। बहुत ज्यादा दिक़्क़त है। जानवरों के लिए चारा भी बहुत महँगा हो गया है