झारखण्ड राज्य के जिला हजारीबाग के प्रखंड ईचाक के परासी गावं से उर्मिला पांडेय मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि इस समय बहुत परेशानी दिक्कत है। कोरोना को लेकर बहुत ज्यादा दिक़्क़त है। काम बंद हो गया है हम महिलाओं को घर चलाना मुशिकल हो गया है। बीमारी बढ़ते जा रहा है बहार से लोग आ रहे है और गावं में रुक जा रहे है। गरीबो की परेशानी बढ़ गयीं। कही पर दीदी किचन चल रहा है तो कही पर दीदी किचन बंद पड़ा हुआ है। समूह की बैठक में भी महिलाये अपनी परेशानियां बताती है। सुनकर भी कुछ नहीं कर पाते है हमारे क्षेत्र के मुखिया ज्यादा ध्यान नहीं देते है

झारखण्ड राज्य के जिला हजारीबाग से सरिता देवी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि इन लोगों को दिक्कत हो रहा है। उनके घर पर सारा आदमी बैठे हुए हैं और खाने पीने के लिए बच्चा सबको बहुत दिक्कत हो रहा है। घर बैठे महिलाा और बच्चों के साथ हिंसा हो रही है ,बच्चे सब मनपसंद चीजे खाने का मांगते है कहा से देंगे उन्हे यह सब चीजे । राशन माह में एक बार मिलता है जो को खाने के लिए कम पड़ता है और राशन में सिर्फ चावल मिल रहा है। डीलर नमक भी नहीं देता है मास्क भी नहीं है गरीब लोग मास्क कहा से खरीदेंगे जब उनके पास पैसे नहीं है

झारखण्ड राज्य के हज़ारीबाग़ जिले से बिनोद कुमार मोबाइल वाणी के माध्यम से यह कहते हैं कि लॉकडाउन के कारन अभी वह घर से बाहर नहीं निकलते हैं। साथ ही वह यह भी कहते हैं कि अपने घर के कामों में अपनी पत्नी का पूरा सहयोग करते हैं

झारखण्ड राज्य के हज़ारीबाग़ जिले से बबलू कुमार मोबाइल वाणी के माध्यम से यह कहते हैं कि कोरोना वायरस से बचने के लिए सरकार द्वारा लॉकडाउन के नियमो का पालन कर रहे हैं। जिससे हमें कोई बीमारी न हो सके

झारखंड राज्य के जिला हज़ारीबाग़ के जरबा ग्राम से अंजू देवी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि वह एसएचजी की सदस्य है।उनका कहना है कि इस लॉकडाउन में मजदूरी करने वाले लोग है या जो असहाय है,जिनके घरों में कमाने वाला कोई नहीं है उनके घरों में बहुत तरह की परेशानियाँ हो रही है।लॉकडाउन के कारण लोगों को भूखे रहना पड़ रहा है तथा किसी किसी के घरों का कीचन तक बंद हो गया है जिसकारण उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

झारखण्ड राज्य के हज़ारीबाग़ जिला के विष्णुगढ़ पंचायत से सीमा देवी मोबाइल वाणी के माध्यम से ये बताना चाहती है ,कि हम महिलाओं के साथ रोजाना नयी नयी हिंसा होती रहती है,पति द्वारा प्रतिदिन रोक टोक पाबन्दी लगायी जाती है ,बाहर नहीं जाओ ये मत करो आदि परन्तु जब से वो महिला समूह से जुड़ी बाहर निकलने लगी और नीलिमा की कहानी से हिंसा की पहचान करना सिख गयी तब समझी कि उनके साथ किस तरह कि हिंसा होती थी ,ग्राम सभा में किशोरियों और महिलाओं के समस्याओं को रखने लगी हैं

झारखण्ड राज्य के हज़ारीबाग़ जिला के विष्णुगढ़ प्रखंड से ममता देवी मोबाइल वाणी के माध्यम से ये बताना चाहती है,कि नीलिमा की कहानी सुन कर बहुत ख़ुशी मिलती है,नयी नयी कहानी सुनने को मिलता है। ममता देवी बैठक में जाती हैं और अपने साथ महिलाओं को भी ले जाती हैं ,बैठक में जाने से बहुत कुछ सिखने को मिलता है