उत्तर-प्रदेश राज्य के गाजीपुर जनपद से मनोज कुमार गाजीपुर मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे हैं की हिन्दुस्तान कम्पनी ने उनसे काम तो कराया मगर मजदूरी मांगने पर आना कानी कर रही है साथ ही पीछले दो महीने का वेतन नहीं दिया है |

उत्तरप्रदेश राज्य के गाज़ीपुर ज़िला के करंडा प्रखंड से राकेश कुमार की बातचीत गाज़ीपुर मोबाइल वाणी के माध्यम से सोमनाथ राम से हुई। सोमनाथ राम कहते है कि एक महीने से अधिक हो गया लेकिन मनरेगा का पैसा नहीं मिला। पहले काम किये थे उसका भी पैसा नहीं मिला साथ ही 20 दिन का भी पैसा नहीं मिला। जो मनरेगा का काम करवाते है ,उनसे बात किये तो उनका कहना था कि विभाग से ही पैसा रुका हुआ है

गाजीपुर! आंगनबाड़ी सहायिका कर्मचारी एसोसिएशन झंडे तले मांगों पर बैठी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका कई दिनों से धरना प्रदर्शन चल रहा इस मौके पर जिला अध्यक्ष रेख पासवान के बयान के अनुसार मांगे पूरी नहीं हुई तो हम लोगों का आंदोलन जारी रहेंगा प्रदेश के आह्वान पर कामकाज बंद कर हड़ताल जोरों पर चल रहा है सरकार हमारी मांगों पर अनदेखी हमेशा कर रही है और इस समस्त जनपद की आंगनबाड़ी आर पार की लड़ाई लड़ेगी और लखनऊ भी चलकर मुख्यमंत्री का घेराव करेंगी संगठन के जिला संरक्षक सूरज प्रताप सिंह मजदूरों की मजदूरी ₹400 है वहीं आंगनबाड़ियों की मजदूरी ₹150 जबकि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के साथ-साथ अन्य विभागों में कार्यरत होती हैं जो सरकार के मुख्य योजनाओं के तहत भी कामकाज कराया जाता है

दुल्लहपुर गाज़ीपुर के अलीपुर मदरा गांव से धमराव गांव को जोड़ते हुए मगई नदी पर सेतु और मार्ग का निर्माण करोड़ो की लागत से कराया गया ।साथ ही दोनों तरफ सड़क का निर्माण कराया गया ।सड़क के निर्माण लगभग 1 वर्ष हो गया । निर्माण होने के 6 महीना बाद सड़क में बड़े-बड़े दरारे पड़ गए सड़क के बीचो-बीच बड़े-बड़े गड्ढे बन गए। जिससे सड़कों पर चलना दुर्घटना को दावत देने के बराबर हो गई। उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जनपद के जखनिया विकासखंड में ऐसी सड़क का निर्माण आम जनता के लिए सबसे बड़ा भद्दा मजाक किया जा रहा है। यह सड़क जखनिया मुख्यालय से मदरा गांव होते हुए धमराव गांव को जोड़ते हुए तिरछी के पास जखनिया अमारी मार्ग में मिलती है। जिससे यहां के लोग कम समय में दुल्लहपुर जखनिया जाने में आसानी होगी।और दर्जनों गांव के किसानों को अपने क्षेत्र का फसल बाजारों में बेचकर मुनाफा कमा सकते थे ।यहां के किसानों को सबसे बड़ा उम्मीद थी कि सड़क के बन जाने से अपने ट्रैक्टरों से अनाज वाहनों के साधनों से बड़े मंडियों में ले जाकर कर बिक्री की जा सकती थी लेकिन इस सड़क का निर्माण इतना घटिया है, किसको आम जनता भी देखकर यह जरूर कहेगा, आम जनता के साथ भद्दा मजाक किया गया हैं। गांव के रहने वाले जगन्नाथ यादव ने कहा कि सड़क बेहतर क्वालिटी से बना होता तो 6 महीने के अंदर सड़क टूटते नहीं सड़क के दोनों तरफ पटरियों का इस्तेमाल नहीं किया गया। यहां तक की सड़क कहीं चौड़ी तो कहीं पतली बनाई गई ।ऐसा नहीं होना चाहिए था ।वही मकसूदन यादव कहना है कि जो सड़क का निर्माण कार्यदाई संस्था की इसको तत्काल मरम्मत करें जिससे आम जनता के लिए सुविधाजनक हो। सड़क की टूटना प्रतीत हो रहा है कि इसमें भारी घोटाले की गई हो ।इस सिलसिले में लोक निर्माण विभाग के जेई सुभाष जी से बातचीत उन्होंने कहा कि यहां पर मगई नदी के ऊपर सेतू एवं मार्ग का निर्माण हुआ था लेकिन सड़क के टूटने की वजह से पेमेंट रोका गया है जब तक उसकी रिपेयर नहीं होता है तब तक पेमेंट नहीं होगा।

गाजीपुर _कर्मचारी शिक्षक संयुक्त मोर्चा के द्वारा 12 सूत्री मांगों को लेकर यह कार्यक्रम रखा गया है राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के जिला अध्यक्ष दुर्गेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि राजकीय कार्यालयों का भ्रमण किया जाएगा श्री अध्यक्ष ने कहा कि उपरोक्त द्वारा घोषित मशाल जुलूस को हर हाल में सफल बनाना है उन्होंने बताया कि वेतन समिति की संस्तृतिया को 3 वर्ष से लागू नहीं किया जा रहा है मुख्य सचिव समिति की एक भी बैठक नहीं हुई है जिससे कर्मचारियों का सातवां वेतन का पूरा लाभ नहीं मिल रहा है और पुरानी पेंशन को बहाल करने से कर्मचारियों में रोष व्याप्त हो रहा है क्योंकि सेना निवृत्त के बाद उन्हें रोटी की व्यवस्था करना मुश्किल हो जाएगा और संविदा कर्मचारीयों कि सुरक्षा एवं न्यूनतम वेतन के लिए नीति बनाई जा रही है जिसे नौजवानों के भविष्य अंधकार में न हो रिक्त पदों की नियुक्तियां और पदोन्नति हो अगर कर्मचारियों के मांग पर कोई विचार नहीं किया गया तो मशाल जुलूस निकालकर जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन सौंपा जाएगा मुख्य रूप से जिला अध्यक्ष एसपी गिरी. बालेंद्र त्रिपाठी. अभय कुमार. रमेश कुमार. दिनेश यादव. गिरीश श्रीवास्तव. अंकित कुमार .संजीव. विनोद. अरविंद. हरेंद्र .सुरेंद्र आदि और लोग भी मौजूद थे

विरनो- मरदह हनुमान मंदिर के परिसर में लोक शिक्षा प्रेरक संघ के तत्वाधान में एक बैठक की गई। जिसमें प्रेरक संघ के जिलाध्यक्ष मुनीब यादव ने कहा कि उच्च न्यायालय इलाहाबाद ने प्रेरक संघ की ओर से दाखिल याचिका पर बकाया समस्त मानदेय एक मुश्त बुगतान 18 नवम्बर तक किये जाने का आदेश जारी किया है। जिसको लेकर प्रेरकों में खुशी की लहर दौड़ गयी है।

कासिमाबाद तहसील क्षेत्र के सिपाह ग्राम सभा के ग्रामीणों ने मनरेगा कार्य में मनरेगा मजदूरी का भुगतान होने पर पूर्व ग्राम प्रधान पर लगाया आरोप। करोना महामारी के विषम परिस्थितियों में मनरेगा मजदूरी के लिए सरकार एक तरफ प्रोत्साहन कर रहा था वही मजदूरों का कहना था कि मनरेगा मजदूरी करने के बावजूद भी भुगतान नहीं होना कहीं-कहीं यक्ष प्रश्न है

दोस्तों, सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन एकोनॉमी की रिपोर्ट कहती है कि मई के दौरान बेरोजगारी दर 12 फीसदी दर्ज की गई है, जबकि अप्रैल के दौरान यह आंकड़ा 8 फीसदी का था. आंकड़ों को अगर देखें तो इस अवधि में करीब 1 करोड़ लोगों की नौकरियां जा चुकी हैं. जाहिर है कि हालात सुधरने में काफी वक्त लगने वाला है. साथियों, हमें बताएं कि अगर आपको पहले की तरह काम नहीं मिल पा रहा है तो इसकी क्या वजह है? क्या कंपनी और कारखानों के संचालक ज्यादा नियुक्तियां नहीं करना चाहते? क्या वे पहले की अपेक्षा कम वेतन दे रहे हैं और क्या आपको कम वेतन पर काम करने के लिए मजबूर किया जा रहा है? क्या काम मांगने के लिए लिखित आवेदन देने के 15 दिन बाद भी समस्या का समाधान नहीं हुआ? क्या मनरेगा अधिकारी बारिश या कोविड का बहाना करके काम देने या किए गए काम का भुगतान करने में आनाकानी कर रहे हैं? दोस्तों, अपनी बात हम तक पहुंचाएं ताकि हम उसे उन लोगों तक पहुंचा सकें जो आपकी समस्या का समाधान कर सकते हैं. अपनी बात रिकॉर्ड करने के लिए फोन में अभी दबाएं नम्बर 3.

Transcript Unavailable.

सभी श्रोताओं को मैं हूँ रमेश सोनी और आप सुन रहे हैं गाजीपुर मोबाइल वाणी जखनिया गाजीपुर खण्ड शिक्षा अधिकारी सुनील सिंह ने जखनिया कम्पोजिट विद्यालय जखनिया पर 2बजे औचक निरीक्षण किया गया है। जिसमें शासनादेश के नियमो का जबरदस्त उल्लंघन करना मौके पर पाया गया।जिसमे 1प्रधानाध्यापक 7सहायक अध्यापक 5शिक्षामित्रों का वेतन रोकने की कार्यवाही की गई।जिससे शिक्षा जगत में हड़कंप मच गया है।