किसी भी समाज को बदलने का सबसे आसान तरीका है कि राजनीति को बदला जाए, मानव भारत जैसे देश में जहां आज भी महिलाओं को घर और परिवार संभालने की प्रमुख इकाई के तौर पर देखा जाता है, वहां यह सवाल कम से कम एक सदी आगे का है। हक और अधिकारों की लड़ाई समय, देश, काल और परिस्थितियों से इतर होती है? ऐसे में इस एक सवाल के सहारे इस पर वोट मांगना बड़ा और साहसिक लेकिन जरूरी सवाल है, क्योंकि देश की आबादी में आधा हिस्सा महिलाओं का है। इस मसले पर बहनबॉक्स की तान्याराणा ने कई महिलाओँ से बात की जिसमें से एक महिला ने तान्या को बताया कि कामकाजी माँओं के रूप में, उन्हें खाली जगह की भी ज़रूरत महसूस होती है पर अब उन्हें वह समय नहीं मिलता है. महिलाओं को उनके काम का हिस्सा देने और उन्हें उनकी पहचान देने के मसले पर आप क्या सोचते हैं? इस विषय पर राय रिकॉर्ड करें

उत्तरप्रदेश राज्य के ग़ाज़ीपुर जिला से कपिल देव शर्मा ग़ाज़ीपुर मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे हैं कि सब्जी उत्पादन पर जलवायु परिवर्तन का क्या प्रभाव पड़ रहा है। जलवायु परिवर्तन भी सब्जी उत्पादन को प्रभावित कर रहा है। सब्जियों को तापमान के आधार पर दो समूहों में वर्गीकृत किया जाता है, पहला समूह सब्जियां हैं जो कम तापमान या पंद्रह से बीस डिग्री सेंटीग्रेड पर उगाई जाती हैं, दूसरा समूह सब्जियां हैं जो तीस से चालीस डिग्री तापमान पर उगाई जाती हैं। डिग्री सेंटीग्रेड की आवश्यकता होती है। गर्मियों में बयालीस डिग्री सेंटीग्रेड से अधिक और सर्दियों में पाँच डिग्री सेंटीग्रेड से कम तापमान सब्जी उत्पादन को प्रभावित करता है।

"गांव आजीविका और हम" कार्यक्रम के अंतर्गत कृषि विशेषज्ञ जीवदास साहू गर्मी के दिनों में लत्तर वाली फसलों में लगने वाली रोग और नियंत्रण के बारे में जानकारी दे रहे हैं। इसकी पूरी जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें.

सुनिए डॉक्टर स्नेहा माथुर की संघर्षमय लेकिन प्रेरक कहानी और जानिए कैसे उन्होंने भारतीय समाज और परिवारों में फैली बुराइयों के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाई! सुनिए उनका संघर्ष और जीत, धारावाहिक 'मैं कुछ भी कर सकती हूं' में...

उदास होने पर हंसा देती है माँ नींद नहीं आने पर सुला देती है माँ मकान को घर बना देती है माँ खुद भूखी रह कर भी बच्चों का पेट भर्ती है माँ जी हां दोस्तों, माँ होती ही ऐसी हैं और माँ का इसी त्याग, समर्पण और प्यार पर समर्पित है मदर्स डे यानि मातृत्व दिवस। आज के दौर में यह दिन हर माँ के सम्मान में मनाया जाता है। आइये जानते हैं मदर्स डे मनाने की परंपरा की शुरुआत कब और कैसे हुई। दरअसल मदर्स दे 20वीं सदी की शुरुआत में अन्ना जार्विस द्वारा स्थापित किया गया था, जो उनकी अपनी मां के मानवीय कार्यों के प्रति समर्पण से प्रेरित था।1914 में , राष्ट्रपति वुडरो विल्सन ने आधिकारिक तौर पर अमेरिका में मई के दूसरे रविवार को मदर्स डे के रूप में नामित किया, जिसे बाद में अन्य देशों ने अपनाया। साथियों,एक और खास बात यह है कि हर साल मातृ दिवस का एक अलग थीम होता है और इस बार का थीम है "सेलिब्रेटिंग मदरहुड: ए टाइमलेस बॉन्ड". मदर्स डे ना सिर्फ मां को समर्पित है बल्कि उनके त्याग, बच्चों के लिए समर्पण और खुद से ज्यादा बच्चों के लिए प्रेम की सराहना भी करता है.मां और बच्चे का रिश्ता हर रिश्तों से बड़ा होता है. साथियों, मोबाइल वाणी के पुरे परिवार की ओर से आप सभी को मातृ दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं । धन्यवाद !!

"गांव आजीविका और हम" कार्यक्रम के तहत हमारे कृषि विशेषज्ञ कपिलदेव शर्मा किसानों को केले में फल वाले पौधों में सहारा देने एवं केले के अच्छे उत्पादन हेतु जानकारी दे रहे हैं । अधिक जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें

भारत 1998 में एक उभरती परमाणु शक्ति बन गया था, जिसके पीछे का कारण था 11 मई 1998 को हुआ परमाणु परिक्षण. भारत ने अपना सबसे ताकतवर परमाणु परीक्षण की बड़ी सफलता को हासिल करने के बाद भारत के प्रधानमंत्री ने 11 मई 1999 को ही नेशनल टेक्नोलॉजी डे मनाने की घोषणा की . इस पूरे परीक्षण को अंजाम देने के पीछे महान वैज्ञानिक अब्दुल कलाम का हाथ था.तकनीक हमारा एक ऐसा अभिन्न अंग बनता जा रहा है जिसके बिना हमारे भविष्य की कल्पना करना नामुमकिन है. लेकिन इसके लिए हमे संतुलन एवं जागरूकता की भी आवश्यकता है, जिसके लिए राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस का आयोजन एक तरह का अच्छा प्लेटफार्म है. मोबाइल वाणी के पुरे परिवार की और से आप सभी को राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं

ग़ाज़ीपुर उत्तर प्रदेश से कपिल देव राम मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है की जल ही जीवन है हमारे जीवन में जल का बहुत बड़ा महत्व है मानव शरीर पानी के 70% से शोधित है पानी के बिना हमारा जीवन बेकार सा लगता है हर मनुष्य का कर्तव्य बनता है कि पानी को कम मात्रा में प्रयोग करें और उसको स्वच्छ तथा साफ रखें पशु पक्षियों के लिए पानी अति आवश्यक है खास देखा जाता है कि गर्मी के दिनों में तालाब पोखरे नदी नारे सूख जाती है जिससे पशु पक्षियों को पानी पीने की बड़ी कठिनाई होती है

सऊदी अरब से विकाश मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है की जहा पानी खरीद कर पिया जाता है वहां बच्चे को हिसाब से ही पानी दिया जाये।

ग़ाज़ीपुर उत्तर प्रदेश से कपिल देव शर्मा मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है की कैसे आप अपने घर पर जल संरक्षण कर सकते है और अपने पर्यावरण को बचा सकते है