बिरनो- गाजीपुर मरदह थाना अंतर्गत गजपतपुर शाम 7:30 बजे खाना बनाते समय गैस पाइप में लिक था और हल्की-हल्की चिंगारियां फफक रही थी जयंती नाई बताते हैं कि उस समय हादसा हुआ जब खाना बनाकर गैस बंद हो गया था लेकिन उसमें कैसे आज फफक रही थी हमने गैस बंद कर रहा था कि अचानक चिंगारी आग की गोला बनाकर मढ़ई जलने लगी चिख चिल्लाने पर ग्रामीण एकत्रित होकर आग बुझने लगे लेकिन किसी में हिम्मत नहीं जुट पा रही थी कि गैस सिलेंडर को बाहर निकला जाए बड़ी मस्कत से सिलेंडर बाहर निकल गया और आग पर काबू पाते -पाते तब तक लाखों का सामान जलकर राख हो गया मरदह पुलिस मिली सूचना पर मौके पर आकर समझा बुझा कर सबको शांत किया

खानपुर थाना क्षेत्र के उचौरी गांव के मलहिया बगीचे के पास शुक्रवार की सुबह साढ़े 11 बजे दो युवकों की गोली मारकर हत्या कर दी गई। गोली की आवाज सुनकर पहुंचे ग्रामीणों ने देखा कि बगीचे में दो युवक मृत पड़े हैं। इसकी जानकारी होते ही मौके पर ग्रामीणों की भीड़ इकट्ठा हो गई। लोगों ने इसकी पुलिस को दी। सूचना मिलते ही सैदपुर और खानपुर थाने की फोर्स मौके पर पहुंच गयी। पुलिस को मौके से पिस्टल का तीन खोखा मिला। जानकारी के अनुसार चिलौना कला गांव निवासी अमन चौहान(18) पुत्र जय प्रकाश चौहान और अनुराग सिंह उर्फ धोनी (21)पुत्र संजय सिंह गांव में ही थे। शुक्रवार की सुबह दो बाइक से दो युवक उनके गांव पहुंचे और दोनों को अपने साथ लेकर चले गए। बताते है कि कुछ देर बाद लोगों ने मलहिया बगीचे में कई राउंड गोली चलने की आवाज ग्रामीणों ने सुनी तो दौड़कर वहां पहुंचे।

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रंग डालने से मना करने पर फिट कर किया घायल

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राजनैतिक सिंद्धांत औऱ प्रक्रियाओं में न्याय सबसे पुरानी अवधारणाओं में से एक है, न्याय के सिद्धांत को लेकर तमाम प्रकार की बातें कहीं गई हैं, जिसे लगभग हर दार्शनिक और विद्वान ने अपने समय के अनुसार समझाया है और सभी ने इसके पक्ष में अपनी आवाज को बुलंद किया है। न्याय को लेकर वर्तमान में भी पूरी दुनिया में आज भी वही विचार हैं, कि किसी भी परिस्थिति में सबको न्याय मिलना चाहिए। इसके उलट भारत में इस समय न्याय के मूल सिद्धामत को खत्म किया जा रहा है। कारण कि यहां न्याय सभी कानूनी प्रक्रियाओं को धता को बताकर एनकाउंटक की बुल्डोजर पर सवार है, जिसमें अपरधियों की जाति और धर्म देखकर न्याय किया जाता है। क्या आपको भी लगता है कि पुलिस को इस तरह की कार्रवाइयां सही हैं और अगर सही हैं तो कितनी सही हैं। आप इस मसले पर क्या सोचते हैं हमें बताइये अपनी राय रिकॉर्ड करके, भले ही इस मुद्दे के पक्ष में हों या विपक्ष में

सुनिए डॉक्टर स्नेहा माथुर की संघर्षमय लेकिन प्रेरक कहानी और जानिए कैसे उन्होंने भारतीय समाज और परिवारों में फैली बुराइयों के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाई! सुनिए उनका संघर्ष और जीत, धारावाहिक 'मैं कुछ भी कर सकती हूं' में...

भारतीय संविधान किसी के आर्टिकल 14 से लेकर आर्टिकल 21 तक समानता की बात कही है, इस समानता धार्मिक आर्थिक राजनीतिक और अवसर की समानता का जिक्र किया गया है। इस समानता किसी प्रकार की जगह नहीं है और किसी को भी धर्म, जाति और समंप्रदाय के आधार पर कोई भेद नहीं किये जाने का भी वादा किया गया है। उत्तर प्रदेश सरकार के हालिया फैसले में साफ तौर पर देखा जा सकता है कि वह धर्म की पहचान के आधार भेदभाव पैदा करने की कोशिश है।दोस्तों आप इस मसले पर क्या सोचते हैं? क्या आप सरकार के फैसले के साथ हैं या फिर इसके खिलाफ, जो भी हो इस मसले पर आपकी क्या राय है? आप इस मसले पर जो भी सोचते हैं अपनी राय रिकॉर्ड करें