मैं कपिल देव शर्मा मोबाइल वाणी ग़ाज़ीपुर उत्तर प्रदेश से, महिला उद्यमियों के लिए प्रसंस्करण के क्या लाभ हैं प्रसंस्करण के माध्यम से महिलाओं के लिए स्व-रोजगार इससे उनका आर्थिक सशक्तिकरण होता है, बाजार में उत्पाद को कम कीमत पर बेचने से मुक्ति मिलती है, उत्पाद की मूल्य वर्धित क्षमता में वृद्धि से उत्पाद का बाजार मूल्य बढ़ जाता है।

मैं कपिल देव शर्मा मोबाइल वाणी गाज़ीपुर उत्तर प्रदेश सभी को नमस्कार। श्रोताओं खाद्य प्रसंस्करण प्रशिक्षण के माध्यम से कृषि महिलाओं का सशक्तिकरण कृषि महिलाओं को खेती के अलावा अन्य व्यवसाय भी करने चाहिए। कृषि के अलावा, जब पेशेवर काम की बात आती है, तो अधिकांश महिलाएं खाद्य प्रसंस्करण में विशेषज्ञता रखती हैं और घर पर विभिन्न उत्पाद बनाती हैं। इन पारंपरिक खाद्य उत्पादों का बड़े पैमाने पर व्यावसायीकरण किया जा सकता है क्योंकि बाजार में इनकी भारी मांग है। विभिन्न खाद्य प्रसंस्करण उत्पादों का निर्माण करने वाली कंपनियां विभिन्न प्रकार के प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद बेचती हैं।

सुनिए डॉक्टर स्नेहा माथुर की संघर्षमय लेकिन प्रेरक कहानी और जानिए कैसे उन्होंने भारतीय समाज और परिवारों में फैली बुराइयों के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाई! सुनिए उनका संघर्ष और जीत, धारावाहिक 'मैं कुछ भी कर सकती हूं' में...

उत्तर प्रदेश राज्य के ग़ाज़ीपुर जिला से मोनिका राजभर ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि चंदौली में जनसभा तब हो रही है, जब लोकसभा चुनाव अपने अंतिम सातवें चरण की ओर बढ़ रहा हैं। दोनों पक्ष और विपक्ष जनता को लुभाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

उत्तर प्रदेश राज्य के ग़ाज़ीपुर जिला से मोनिका राजभर ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को गाजीपुर में सभा करेंगे। उनके आगमन की तैयारियां पूरी कर ली गईं हैं। प्रधानमंत्री का हेलीकॉप्टर शनिवार को सुबह 4.30 बजे पुलिस लाइन में उतरेगा।विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

"गांव आजीविका और हम" कार्यक्रम के तहत हमारे कृषि विशेषज्ञ कपिल देव शर्मा किसान भाइयों को जिंक सल्फेट असली है या नकली उसकी पहचान करने की जानकारी दे रहे हैं । अधिक जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें

उत्तर प्रदेश राज्य के ग़ाज़ीपुर जिला से मोनिका राजभर ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि ज़िले में बहुत वरिष्ठ और विकलांग लोगों के लिए घर पर मतदान की व्यवस्था की गई है। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

भारत में जहां 18वीं लोकसभा के लिए चुनाव हो रहे हैं। इन चुनावों में एक तरफ राजनीतिक दल हैं जो सत्ता में आने के लिए मतदाताओं से उनका जीवन बेहतर बनाने के तमाम वादे कर रहे हैं, दूसरी तरफ मतदाता हैं जिनसे पूछा ही नहीं जा रहा है कि वास्तव में उन्हें क्या चाहिए। राजनीतिक दलों ने भले ही मतदाताओं को उनके हाल पर छोड़ दिया हो लेकिन अलग-अलग समुदायो से आने वाले महिला समूहों ने गांव, जिला और राज्य स्तर पर चुनाव में भाग ले रहे राजनीतिर दलों के साथ साझा करने के लिए घोषणापत्र तैयार किया है। इन समूहों में घुमंतू जनजातियों की महिलाओं से लेकर गन्ना काटने वालों सहित, छोटे सामाजिक और श्रमिक समूह मौजूदा चुनाव लड़ रहे राजनेताओं और पार्टियों के सामने अपनी मांगों का घोषणा पत्र पेश कर रहे हैं। क्या है उनकी मांगे ? जानने के लिए इस ऑडियो को सुने

अगर महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं, तो न तो हमारी संस्कृति सुरक्षित है, न ही हमारा भविष्य सुरक्षित है, न ही हमारा देश सुरक्षित है। इसलिए, इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना को हर तरह से असंभव को संभव बनाना चाहिए। महिलाओं की अच्छी सुरक्षा अनिवार्य है। महिलाओं की सुरक्षा के लिए पुलिस और महिलाओं को तैनात करने से महिला सुरक्षित नहीं रहती। शोषण घर में रहने वाली गृहिणी के लिए कदम का द्वार है और बहनोई उस पर शारीरिक हमला करता है, इसलिए ऐसी कोई जगह नहीं है क्योंकि यह समय की आवश्यकता है कि महिलाओं को लोहे की तरह मजबूत बनाया जाए ताकि लोग चिंता न करें और महिलाओं को मानसिक आघात न दें।

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