उत्तर प्रदेश राज्य के जनपद गाजीपुर से पन्नालाल ने मोबाइल वाणी के माध्यम से जलालाबाद क्षेत्र के निवासी अजय कुमार से तापमान की वृद्धि के बारे में बातचीत की। अजय कुमार ने बताया कि तापमान में वृद्धि पेड़ों की कटाई के कारण हो रहा है। साथ ही इन्होने गर्मीं से बचाव के लिए ओआरएस का घोल पीने और खीरा खाने की सलाह दी। बातचीत सुनने के लिए ऑडियो पर क्लिक करें और सुनें पूरी बात ।

उत्तर प्रदेश राज्य के गाजीपुर जनपद निवासी राहुल कुमार ने बताया कि मौसम का तापमान बढ़ने से हम लोगों को घुटन जैसा महसूस हो रहा है। साथ ही शरीर पर छोटे-छोटे दाने और लाल चकत्ते उभर रहे हैं। सरकार के द्वारा जारी गाइडलाइन का सभी पालन कर रहे हैं लेकिन बढ़ते तापमान से बचने के लिए हर किसी को एक पौधा जरूर लगाना चाहिए। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

मैं कपिल देव शर्मा मोबाइल वाणी ग़ाज़ीपुर उत्तर प्रदेश सभी को नमस्कार, सुस्त कृषि के अन्य घटकों की तरह, मिट्टी भी जलवायु परिवर्तन से प्रभावित हो रही है। रासायनिक उर्वरकों के उपयोग के कारण यह पहले से ही कार्बनिक कार्बन को कम कर रहा है। वर्तमान में, तापमान में वृद्धि मिट्टी की नमी और कार्य क्षमता को प्रभावित करती है। इससे लवणता बढ़ेगी और जलीय विविधता में कमी आएगी। गिरता भूजल स्तर मिट्टी की उर्वरता और उत्पादकता को भी प्रभावित करता है। करेगा बाढ़ जैसी आपदाओं के कारण मिट्टी का कटाव अधिक होगा और सूखे के कारण इसकी बंजरता की दर बढ़ेगी, पेड़ों और पौधों की संख्या में कमी आएगी और विविधता को न अपनाने के कारण उपजाऊ मिट्टी का नुकसान होगा जिससे खेत बंजर हो जाएंगे।

मैं कपिल देव शर्मा मोबाइल वाणी ग़ाज़ीपुर उत्तर प्रदेश सभी को नमस्कार श्रोताओं जलवायु परिवर्तन लगभग दस लाख प्रजातियों के उन्मूलन के कगार पर है जलवायु परिवर्तन पर्यावरण के सभी पहलुओं को समाप्त करने के कगार पर है। इसके कारण मिट्टी, हवा, पर्यावरण के साथ-साथ जीवन से जुड़े हर क्षेत्र में संकट बढ़ रहा है। जलवायु परिवर्तन दुनिया भर की आबादी के स्वास्थ्य और आजीविका को भी बड़े पैमाने पर प्रभावित कर रहा है। संयुक्त राष्ट्र की एक नई रिपोर्ट, जो मानव गतिविधियों और जैव विविधता के नुकसान से प्रकृति को होने वाले नुकसान के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करती है, बताती है कि अगले कुछ दशकों में दस लाख से अधिक प्रजातियां विलुप्त हो सकती हैं। यह रिपोर्ट, प्रकृति और पारिस्थितिकी तंत्र की वर्तमान स्थिति के बारे में जानकारी प्रदान करने के अलावा, उन कारकों की भी पड़ताल करती है जिनके कारण पिछले पचास वर्षों में जैव विविधता और पारिस्थितिकी तंत्र में अभूतपूर्व परिवर्तन हुए हैं।

आपका पैसा आपकी ताकत की आज की कड़ी में हम सुनेंगे ऑनलाइन पैमेंट और युपीआई के बारे में।

उत्तर प्रदेश राज्य के ग़ाज़ीपुर जिला से मोनिका राजभर ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि मिश्रा बाजार से चीतनाथ तक होगा अमित शाह का रोड शो, तैयारी में जुटे कार्यकर्ता। अमित शाह उपाध्याय की प्रतिमा पर माल्यार्पण करके अपने रोड शो की शुरुआत करेंगे।

उत्तर प्रदेश राज्य के ग़ाज़ीपुर जिला से मोनिका राजभर ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार के उप प्रमुख जुमुनिया में केशव प्रसाद मौर्य की एक जनसभा होगी। मंत्री केशव प्रसाद मौर्य बुधवार को सुबह 10 बजे रामलीला मैदान जामुनिया पहुंचेंगे। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

उत्तर प्रदेश राज्य के ग़ाज़ीपुर जिला से मोनिका राजभर ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि ला निर्वाचन अधिकारी आर्यका अखौरी ने कृषि मण्डी जंगीपुर में बने स्ट्रांग रूम एवं मतगणना स्थल का स्थलीय निरीक्षण किया। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स ग्रुप बी और ग्रुप सी कांस्टेबल, एचसी, एएसआई, एसआई के कुल 144 पदों पर काम करने के लिए इच्छुक हैं। वैसे अनुभवी उम्मीदवार इन पदों के लिए आवेदन कर सकते हैं, जिन्होंने किसी मान्यता प्राप्त स्कूल या कॉलेज से न्यूनतम 10वी व अधिकतम स्नातक पास किया हो साथ ही पोस्ट से सम्बंधित अनुभव भी होना अनिवार्य है । इसके साथ ही उम्मीदवार की आयु सीमा 18 से 30 वर्ष तक होनी चाहिए । इन पदों पर वेतनमान नियम अनुसार दिया जाएगा।ओबीसी व सामान्य वर्ग के लिए आवेदन शुल्क 247.20 रुपये व अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति व महिला उम्मीदवारों के लिए आवेदन शुल्क 47.20 रुपये है, इच्छुक उम्मीदवार अपना आवेदन ऑनलाइन भर सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए आवेदनकर्ता इस वेबसाइट पर जा सकते हैं। वेबसाइट है https://rectt.bsf.gov.in/ योग्य उम्मीदवारों का चयन लिखित परीक्षा और शारीरिक दक्षता परीक्षण के बाद किया जाएगा।

उत्तर प्रदेश राज्य के ग़ाज़ीपुर जिला से उपेन्दर कुमार ने मोबाइल वाणी के माध्यम से एक व्यक्ति से बातचीत की। जिसमें उन्होंने बताया की महिलाओं को जागरूक करने के साथ उनकी उपस्थिति भी अनिवार्य करना जरूरी है। क्योंकि कई बार महिलायें घर के लोगों के डर से तो कभी आत्मविश्वास में कमी के कारण आगे नहीं आना चाहती हैं। जो सही नहीं है महिलाओं को अपने अधिकारों के लिए लड़ना चाहिए और अपनी मौजूदगी बना का रखनी चाहिए