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मेरी भी आवाज़ सुनो कार्यक्रम के अंतर्गत इस कड़ी में ई-श्रम कार्ड योजना के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई।ई-श्रम कार्ड योजना की शुरुआत होने से लोगों को काम मिलना आसान हो गया है अधिक जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।

मेरी भी आवाज़ सुनो कार्यक्रम के अंतर्गत इस कड़ी में मनरेगा योजना के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई।भारत सरकार ने मनरेगा योजना के अंतर्गत मजदूरों के संकट को दूर करने की कोशिश की है। अधिक जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।

काम के घंटे कम करने के लिए 1 मई 1886 को अमेरिका में मजदूरों का आंदोलन हुआ था। अमेरिका के मजदूर सड़क पर आकर अपने हक़ के लिए आवाज बुलंद करने लगे थे । इस आंदोलन का कारण था - काम के घंटे

अजय कुमार कि रिपोर्ट। बिहार मोबाइल वाणी चंदन सिंह के साथ खास बातचीत अधिक जानकारी हेतु क्लिक करें या डाउनलोड करें।

देश के आर्थिक निर्माण में खेत मजदूरों की बड़ी भूमिका है, लेकिन सरकार की उपेक्षा के कारण देश में खेत मजदूरों की स्थिति अत्यंत खराब है। उक्त बातें शनिवार को बैरिया में सीपीआई के द्वारा आयोजित खेत मजदूर के अंचल सम्मेलन मे जिला मंत्री ओमप्रकाश क्रांति ने कहीं। उन्होंने कहा कि सरकार की गलत नीतियों के कारण खेत मजदूर का जीवन बदहाल होते जा रहा है। बेरोजगारी भ्रष्टाचार महंगाई के कारण खेत मजदूर काफी दयनीय जीवन जी रहे हैं। मनरेगा योजना में लूट एवं मशीनों का उपयोग होने से खेत मजदूरों को काम नहीं मिल रहा है। जिससे बड़े पैमाने पर खेत मजदूरों का पलायन हो रहा है। सरकारी योजनाओं में भ्रष्टाचार के कारण खेत मजदूरों को सरकारी योजनाओं का लाभ भी नहीं मिल पा रहा है। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि इसके लिए भारत सरकार पूरी तरह जिम्मेवार है। सभी किसानों को एकजुट होकर अपने अधिकार के लिए लड़ना पड़ेगा। इनके साथ ही केदार चौधरी, ज्वालाकांत द्विवेदी, गुलाब प्रसाद, हरिशंकर साह, चंद्रिका प्रसाद, विरेंद्र राव, बबलू दुबे, अच्छेलाल चौधरी, राजेंद्र साह, पन्नालाल प्रसाद ने संबोधित किया।

सुगौली के श्रीपुर भरगांवा में सामाजिक कार्यकर्त्ता ने श्रमिकों को ई श्रम कार्ड का निबंधन करवाना बताया अनिवार्य।

बिहार राज्य के भोजपुर जिला के आरा से हैदर अली मोबाईल वाणी के माध्यम से जानना चाहते हैं कि क्या ई श्रमकार्ड बनवाने से पेंशन मिलने में कोई दिक्कत होगी ?

 उन जॉब कार्ड धारको  के  जॉब कार्ड  को रद्द किया जा सकता है जिनका जॉब कार्ड  तो बना है लेकिन इनका  आधार कार्ड नहीं बना है। इनमें से ज्यादातर  वे जॉब कार्ड धारक  है जो कि, अपनी  आजीविका  के लिए  दूसरे राज्यों  में प्रवासी मजदूर  के तौर पर कार्य करते हैं। या फिर  पिछले 3 सालो  से  मनरेगा  मे  सक्रिय  नहीं है। जॉब कार्ड को युद्ध स्तर  पर आधार कार्ड से लिंक  करने का कार्य शुरु कर दिया गया है। कहा गया है कि, सभी  जॉब कार्ड धारको को 26 जनवरी, 2023 तक अपने – अपने जॉब कार्ड से अपने आधार कार्ड को लिंक करना अनिवार्य है। 26 जनवरी, 2023  तक अपने जॉब कार्ड को  आधार कार्ड  से  लिंक  ना करने पर आपके जॉब कार्ड  को  रद्द  किया जा सकता है।