रामानंद सिंह मधुबनी मोबाईल वाणी के माध्यम से बताते हैं कि ग्रामीण क्षेत्रो में बिजली उपभोक्ताओं के घर-घर एल ई डी बल्ब पहुँचाने के लिए नार्थ बिहार पॉवर डीसीबीयूसं कंपनी की चार गाड़ियां निकल चुकी हैं मधुबनी जिले के विभिन क्षेत्रो में,इस योजना के तहत गाँव-गाँव जा कर बिजली उपभोक्ताओं को महज़ 85 रुपये में 9 वाट का बल्ब उपलब्ध कराया जायेगा। विभाग ने यह भी तय किया है कि एक उपभोक्ता को पहचान पत्र के आधार पर अधिकतम दस बल्ब दिए जा सकते है।

मधुबनी जिले से रामानंद सिंह जी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते हैं कि मधुबनी जिले स्थित राजनगर पावर सबस्टेशन से जुड़े रामपट्टी फीडर से ग्रामीण क्षेत्रों में खेतों की सिंचाई के लिए बिजली मुहैया नहीं कराइ जा रही है। बिजली विभाग के इस उदासीन भरी रवैया के कारण किसान परेशान है और वे अपने खेतों की सिचाई नहीं कर पा रहे है, लेकिन बिजली विभाग के अभियंताओं के कानों में जूं तक नही रेंगती है । इस क्षेत्र में आलम ये हैं कि 24 घंटे में सही से चार घंटे भी बिजली नहीं रहती है जिससे किसान काफी परेशान हैं।दोस्तों अगर आप भी इस तरह की जानकारी हमारे साथ बांटना चाहते है,तो मिस्ड कॉल दे हमारे निःशुल्क नंबर 08800984861 पर।

मधुबनी जिले से रामानंद सिंह जी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते हैं कि मधुबनी जिले स्थित राजनगर पावर सबस्टेशन से जुड़े रामपट्टी फीडर से ग्रामीण क्षेत्रों में खेतों की सिंचाई के लिए बिजली मुहैया नहीं कराइ जा रही है। बिजली विभाग के इस उदासीन भरी रवैया के कारण किसान परेशान है और वे अपने खेतों की सिचाई नहीं कर पा रहे है, लेकिन बिजली विभाग के अभियंताओं के कानों में जूं तक नही रेंगती है । इस क्षेत्र में आलम ये हैं कि 24 घंटे में सही से चार घंटे भी बिजली नहीं रहती है जिससे किसान काफी परेशान हैं।दोस्तों अगर आप भी इस तरह की जानकारी हमारे साथ बांटना चाहते है,तो मिस्ड कॉल दे हमारे निःशुल्क नंबर 08800984861 पर।

जिला मधुबनी से रामानंद जी मधुबनी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है की मधुबनी जिले में इस वर्ष परिवार कल्याण ऑपरेशन पखवारा में लक्ष्य बहुत कम उपलब्धि रहने के कारण डॉक्टर अमरनाथ झा ने वैसे अनुमंडलीय पदाधिकारी और पीएचसी प्रभारी के वेतन पर रोक लगा रखा है जिन्होंने लक्ष्य पूरा नहीं किया। और पीएचसी प्रभारी के डाक्टरो से जवाब तलब किया है जबकि फुलपरास के प्रभारी और बीसीएम का वेतन बंद कर रखा है। इस संदर्भ में सिविल सर्जन ने कहा 11 से 31 जुलाई तक चल रहे पखवाड़ा कल्याण ऑपरेशन में जब समीक्षा की तो बहुत कम उपलब्धि हासिल हुई।

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रामानंद सिंह मधुबनी मोबाईल वाणी के माध्यम से बताते है कि अब मधुबनी सदर अस्पताल आने वाले मरीजों से फीडबैक फॉर्म भी भरवाने का निर्देश जिला अधिकारी बीरबल दयाल सिंह ने दिया है,ताकि पता चल सके की मरीज अस्पताल में चिकित्सा सेवा से संतुष्ट है या नहीं,इसकी शुरुआत एक मॉडल पी एच सी पर लागू किया जा रहा है,और सदर अस्पताल में नियमित और गुणवत्ता एवम यकीन के लिए समिति की नियमित बैठक करने का डीएम ने सिविल सर्जन को दिया है,इतना ही नहीं अब मधुबनी सदर अस्पताल में मरीज के रजिस्ट्रेशन पर्ची पर सिविल सर्जन और अस्पताल के उपाधीक्षक का मोबाईल नंबर भी किया जायेगा और मरीजो के भोजन पर भी विशेष ध्यान दिया जायेगा,डॉक्टर और ए एन एम का रोटेशन भी किया जायेगा ताकि पता चल सके की अस्पताल में गुणवत्ता कैसी है।

रामानंद सिंह मधुबनी मोबाईल वाणी के माध्यम से बताते है कि अब मधुबनी सदर अस्पताल आने वाले मरीजों से फीडबैक फॉर्म भी भरवाने का निर्देश जिला अधिकारी बीरबल दयाल सिंह ने दिया है,ताकि पता चल सके की मरीज अस्पताल में चिकित्सा सेवा से संतुष्ट है या नहीं,इसकी शुरुआत एक मॉडल पी एच सी पर लागू किया जा रहा है,और सदर अस्पताल में नियमित और गुणवत्ता एवम यकीन के लिए समिति की नियमित बैठक करने का डीएम ने सिविल सर्जन को दिया है,इतना ही नहीं अब मधुबनी सदर अस्पताल में मरीज के रजिस्ट्रेशन पर्ची पर सिविल सर्जन और अस्पताल के उपाधीक्षक का मोबाईल नंबर भी किया जायेगा और मरीजो के भोजन पर भी विशेष ध्यान दिया जायेगा,डॉक्टर और ए एन एम का रोटेशन भी किया जायेगा ताकि पता चल सके की अस्पताल में गुणवत्ता कैसी है।

मधुबनी से रामानंद सिंह जी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि शिक्षा की स्थिति काफी गंभीर हो चुकी है,शिक्षा में काफी गिरवाटे भी आयी है। सरकार इससे बिमुख दिख रही है क्योंकि अब तक इस पर कोई कार्यवाई नहीं की जा रही है। छात्र-छात्राओं को पढ़ने के लिए पुस्तक तक उपलब्ध नहीं कराये जा रहे है। इसका एक उदाहरण है झंझारपुर में तक़रीबन 51 मध्य विद्यालयों के वर्ग आठ में पढ़ने वाले लगभग चार हजार से अधिक छात्र-छात्राओं को विद्यालय में पिछले चार महीने से पढ़ाई नहीं वरन खेल-कूद में समय बिताना पड़ रहा है क्योंकि किसी के पास किताबे नहीं है, वे विद्यालय तो आते जरूर है पर पढ़ाई के नाम पर केवल खाना पूर्ति हो रही है।

जिला मधुबनी से रामानन्द सिंह जी मधुबनी मोबाइल वाणी के माध्यम से जानकारी दे रहे है की मधुबनी जिले के राजनगर प्रखंड अंतर्गत खोइरे एक ग्राम है जहां चार वर्ष पूर्व एक मध्य विद्यालय का निर्माण किया गया था किन्तु आज वह इतना ज्यादा जर्जर हो चूका है की बच्चे उसके नीचे बैठकर पढनें में कतराते है छात्रों ने बताया की हमलोग स्कुल जाना नहीं चाहते पर अभिभावक जबरन भेजते है उस स्कुल के हेडमास्टरों में भी मतभेद है की कौन हेडमास्टर है पता नहीं चलता।शिक्षा विभाग के अधिकारी उस स्कुल तक पहुंचने की कोशिश कभी किये नहीं इसलिए उनकी जानकारी से ये पर है। शिक्षा के अधिकारियो से वहां के निवासियों ने आग्रह किया है की स्वयं इस स्कुल के भवन को देखे और स्थिति को सुधारे।

रामानंद सिंह ,मधुबनी से मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है की प्रकृति की भी अजीबो गरीब दास्तान है। वे बताते है की कहीं किसान पानी के लिए तरस रहे है ,तो कहीं जल जमाव के कारण विकाश कार्य बाधित हो रहा है। यह स्तिथि है इंडो-नेपाल रेल प्रोजेक्ट स्थल की ,जहाँ बाढ़ के पानी के कारण निर्माण कार्य रुक गया है। वे यह भी बताते है की भारी बारिश के कारण निर्माण कार्य के लिए लाए गए गिट्टी - बालू बह गए है ,जिसके कारण निर्माण बाधित हो रहा है।